चंडीगढ़: मंगलवार को चंडीगढ़ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत सरकार में कैबिनेट सेक्रेटरी प्रदीप कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में बाढ़ प्रभावित राज्यों को लेकर समीक्षा बैठक की गई. इस बैठक में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में बाढ़ के हालात पर चर्चा की गई.
समीक्षा बैठक में हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने बताया कि यमुना नदी में साल 2013 में 8 लाख 14 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था, जो उस वर्ष तक सबसे अधिक था. लेकिन पिछले दिनों में औसत से ज्यादा बारिश होने के कारण यमुना में 8 लाख 28 हजार क्यूसेक पानी हो गया है.
उन्होंने बताया कि यमुना का पानी मंगलवार शाम तक दिल्ली में पहुंच जाएगा और दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारियों को इस बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि दिल्ली के बाद ये पानी फरीदाबाद और पलवल में पहुंचेगा. इसलिए पहले ही इन दोनों जिलों में नदी के साथ लगते निचले इलाकों से लगभग 500 परिवारों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया गया है.
मुख्य सचिव ने बताया कि मारकंडा, टांगरी और घग्गर नदियों में भी जलस्तर में हल्की बढोतरी दर्ज की गई है, लेकिन अब पानी के स्तर में कमी आ रही है. उन्होंने बताया कि इंद्री विधान सभा क्षेत्र के गांव गढ़पुर टापू में एक परिवार के 9 सदस्यों के बाढ़ में फंसे होने की जानकारी मिली थी, जिसे वायु सेना के हैलिकॉप्टर की मदद से बचा लिया गया है.