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हरियाणा में बाढ़ के हालात पर हुई समीक्षा बैठक, मुख्य सचिव ने तैयारियों की दी जानकारी - दिल्ली में बाढ़ के हालात पर चर्चा

हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद ने चंडीगढ़ में आयोजित बाढ़ समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया. यहां उन्होंने जानकारी दी कि हरियाणा में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से यमुना नदी के जलस्तर में इतिहास में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

हरियाणा में बाढ़ के हालात पर हुई समीक्षा बैठक
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Published : Aug 20, 2019, 7:52 PM IST

Updated : Aug 20, 2019, 8:10 PM IST

चंडीगढ़: मंगलवार को चंडीगढ़ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत सरकार में कैबिनेट सेक्रेटरी प्रदीप कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में बाढ़ प्रभावित राज्यों को लेकर समीक्षा बैठक की गई. इस बैठक में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में बाढ़ के हालात पर चर्चा की गई.

समीक्षा बैठक में हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने बताया कि यमुना नदी में साल 2013 में 8 लाख 14 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था, जो उस वर्ष तक सबसे अधिक था. लेकिन पिछले दिनों में औसत से ज्यादा बारिश होने के कारण यमुना में 8 लाख 28 हजार क्यूसेक पानी हो गया है.

हरियाणा में बाढ़ के हालात पर हुई समीक्षा बैठक, देखें वीडियो

उन्होंने बताया कि यमुना का पानी मंगलवार शाम तक दिल्ली में पहुंच जाएगा और दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारियों को इस बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि दिल्ली के बाद ये पानी फरीदाबाद और पलवल में पहुंचेगा. इसलिए पहले ही इन दोनों जिलों में नदी के साथ लगते निचले इलाकों से लगभग 500 परिवारों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया गया है.

मुख्य सचिव ने बताया कि मारकंडा, टांगरी और घग्गर नदियों में भी जलस्तर में हल्की बढोतरी दर्ज की गई है, लेकिन अब पानी के स्तर में कमी आ रही है. उन्होंने बताया कि इंद्री विधान सभा क्षेत्र के गांव गढ़पुर टापू में एक परिवार के 9 सदस्यों के बाढ़ में फंसे होने की जानकारी मिली थी, जिसे वायु सेना के हैलिकॉप्टर की मदद से बचा लिया गया है.

चंडीगढ़: मंगलवार को चंडीगढ़ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत सरकार में कैबिनेट सेक्रेटरी प्रदीप कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में बाढ़ प्रभावित राज्यों को लेकर समीक्षा बैठक की गई. इस बैठक में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में बाढ़ के हालात पर चर्चा की गई.

समीक्षा बैठक में हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने बताया कि यमुना नदी में साल 2013 में 8 लाख 14 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था, जो उस वर्ष तक सबसे अधिक था. लेकिन पिछले दिनों में औसत से ज्यादा बारिश होने के कारण यमुना में 8 लाख 28 हजार क्यूसेक पानी हो गया है.

हरियाणा में बाढ़ के हालात पर हुई समीक्षा बैठक, देखें वीडियो

उन्होंने बताया कि यमुना का पानी मंगलवार शाम तक दिल्ली में पहुंच जाएगा और दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारियों को इस बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि दिल्ली के बाद ये पानी फरीदाबाद और पलवल में पहुंचेगा. इसलिए पहले ही इन दोनों जिलों में नदी के साथ लगते निचले इलाकों से लगभग 500 परिवारों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया गया है.

मुख्य सचिव ने बताया कि मारकंडा, टांगरी और घग्गर नदियों में भी जलस्तर में हल्की बढोतरी दर्ज की गई है, लेकिन अब पानी के स्तर में कमी आ रही है. उन्होंने बताया कि इंद्री विधान सभा क्षेत्र के गांव गढ़पुर टापू में एक परिवार के 9 सदस्यों के बाढ़ में फंसे होने की जानकारी मिली थी, जिसे वायु सेना के हैलिकॉप्टर की मदद से बचा लिया गया है.

Intro:हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में बाढ़ के हालातों पर समीक्षा बैठक आयोजित।

चंडीगढ- हरियाणा की मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि हरियाणा में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से यमुना नदी के जलस्तर में आज तक के इतिहास में सबसे ज्यादा बढोतरी दर्ज की गई है। इसके कारण उत्पन्न हुए बाढ़ के हालात के मद्देनजर जिला सोनीपत और करनाल से 25 परिवारों को दूसरे स्थान पर सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। सरकार की ओर से हर प्रकार के हालात से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

Body:मंगलवार को चंडीगढ़ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट सेक्रेटरी, भारत सरकार प्रदीप कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में बाढ़ के हालातों पर समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने बताया कि यमुना नदी में वर्ष 2013 में 8 लाख 14 हजार क्यूसिक पानी दर्ज किया गया था जो उस वर्ष तक सबसे अधिक था। परंतु पिछले दिनों में औसत से ज्यादा बारिश होने के कारण यमुना में इस बार 8 लाख 28 हजार क्यूसिक पानी हो गया है। उन्होंने बताया कि यमुना का पानी आज शाम तक दिल्ली में पहुंच जाएगा और दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारियों को इस बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के बाद यह पानी जिला फरीदाबाद और पलवल में पहुंचेगा। इसलिए पहले ही इन दोनों जिलों में नदी के साथ लगते निचले इलाकों से लगभग 500 परिवारों को सुरक्षित दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया गया है। मुख्य सचिव ने बताया कि मारकंडा, टांगरी और घग्गर नदियों में भी जलस्तर में हल्की बढोतरी दर्ज की गई है, परंतु अब पानी के स्तर में कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि इंद्री विधान सभा क्षेत्र के गाँव गढ़पुर टापू में एक परिवार के 9 सदस्यों के बाढ़ में फंसे होने की जानकारी मिली थी, वायु सेना के हैलिकॉप्टर की मदद से उन्हें भी बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। सरकार की ओर से हर प्रकार के हालात से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। Conclusion:
Last Updated : Aug 20, 2019, 8:10 PM IST
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