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बाजार खुलने के बाद भी ठप पड़ा रेडीमेड कपड़ों का कारोबार, बाजारों से गायब खरीददार

कोरोना के प्रभाव की वजह से चंडीगढ़ में रेडीमेड कपड़ा व्यापारियों और दुकानदारों को घाटा उठाने पड़ रहा है. वहीं ग्राहक भी इस डर से खरीददारी नहीं कर रहे हैं कि कहीं फिर से लॉकडाउन ना लग जाए.

Ready made garments business is running in loss even after market open during unlock 1
बाजार खुलने के बाद भी ठप पड़ा रेडीमेड कपड़ों का कारोबार
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Published : Jun 16, 2020, 8:07 PM IST

Updated : Jun 16, 2020, 8:55 PM IST

चंडीगढ़: फैशनेबल कपड़ों का शौक हर किसी को है, लेकिन इस कोरोना दौर में कोई भी फैशनेबल कपड़े खरीदना नहीं चाह रहा है. लाखों रुपये खर्च कर फैशनेबल कपड़ों से भरी गई दुकानों के मालिक इस बुरे दौर के बीत जाने की बाट जोह रहे हैं.

हालांकि अनलॉक- 1 घोषित किए जाने के बाद प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों ने कुछ रफ्तार पकड़ी है, लेकिन फिर भी ज्यादातर लोग सिर्फ रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीद रहे हैं. इस बदले दौर में सबसे बड़ी चोट कपड़ा व्यापारियों को लगी है. बाजार में फैशन का ट्रेंड हर 10 दिन में बदलता है, लेकिन लोगों में कोरोना के दौर में फैशन की इच्छा नहीं रही.

बाजार खुलने के बाद भी ठप पड़ा रेडीमेड कपड़ों का कारोबार, देखिए रिपोर्ट

'दोबारा लॉकडाउन घोषित होने से डर रहे ग्राहक'

बाजार खुलते ही रेडीमेड कपड़ा व्यापारियों ने फैशनेबल कपड़े खरीद लिए. कुछ दुकानदारों ने फैशन के हिसाब से भारी भरकम इनवेस्टमेंट कर दी, लेकिन बाजार के हालात देख रेडीमेड दुकानदारों के चेहरे उतर गए. लोग पार्टी वियर और फैशनेबल कपड़े में रूची नहीं दिखा रहे हैं. क्योंकि लोगों में डर है कि कहीं फिर से देश में लॉकडाउन ना घोषित कर दिया जाए.

बाजार से ग्राहक नदारद, दुकानदार परेशान

इक्का-दुक्का ग्राहक आ भी जाते हैं तो वो सिर्फ घरेलू इस्तेमाल होने वाले कपड़े टी-शर्ट, लोवर खरीददते हैं, क्योंकि अभी सरकार की गाइडलाइन है कि सोशल गेदरिंग नहीं की जा सकती है, अनुमतति लेने पर भी लिमिटेड लोगों के बीच कोई कार्यक्रम किया जा सकता है. ऐसे में लोगों का पार्टी वियर कपड़ों से रुझान कम हुआ है. एक फंक्शन के लिए अपने बेटे को फॉर्मल ड्रेस दिलवाने आई महिला का कहना है कि घर में फंक्शन होने के चलते ड्रेस खरीदना मजबूरी है, लेकिन फिलहाल एक ही ड्रेस खरीद कर काम चलाया जाएगा.

'सीजन निकला तो आउट ऑफ फैशन हो जाएगा माल'

दुकानदारों को सबसे बड़ा डर ये है कि अगर यह गर्मियों का समय निकल गया तो उनके खरीदे गए माल आउटडेटेड या आउट ऑफ फैशन हो जाएंगे. जिसमें सामान्य स्थिति या मौसम में बदलाव में कोई ग्राहक नहीं खरीदेगा. उनकी लगाई गई पूंजी बर्बाद हो सकती है, जिसकी भरपाई भी नहीं की जा सकती.

दुकान चलाना बड़ी चुनौती साबित हुई- दुकानदार

दुकानदारी नहीं होने से दुकानदारों को इस बार जबरदस्त घाटे की चिंता सताने लगी है. जिन दुकानदारों ने दुकान किराए पर ले रखी है वो तो बड़ी दुविधा में हैं, क्योंकि इस माहौल में दुकानों का किराया और बिजली के बिल के साथ-साथ वर्करों की तनख्वाह जुटा पाना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है.

ये पढ़ें- शराब घोटाला: पूर्व विधायक सतविंदर राणा को हाई कोर्ट से मिली जमानत

चंडीगढ़: फैशनेबल कपड़ों का शौक हर किसी को है, लेकिन इस कोरोना दौर में कोई भी फैशनेबल कपड़े खरीदना नहीं चाह रहा है. लाखों रुपये खर्च कर फैशनेबल कपड़ों से भरी गई दुकानों के मालिक इस बुरे दौर के बीत जाने की बाट जोह रहे हैं.

हालांकि अनलॉक- 1 घोषित किए जाने के बाद प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों ने कुछ रफ्तार पकड़ी है, लेकिन फिर भी ज्यादातर लोग सिर्फ रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीद रहे हैं. इस बदले दौर में सबसे बड़ी चोट कपड़ा व्यापारियों को लगी है. बाजार में फैशन का ट्रेंड हर 10 दिन में बदलता है, लेकिन लोगों में कोरोना के दौर में फैशन की इच्छा नहीं रही.

बाजार खुलने के बाद भी ठप पड़ा रेडीमेड कपड़ों का कारोबार, देखिए रिपोर्ट

'दोबारा लॉकडाउन घोषित होने से डर रहे ग्राहक'

बाजार खुलते ही रेडीमेड कपड़ा व्यापारियों ने फैशनेबल कपड़े खरीद लिए. कुछ दुकानदारों ने फैशन के हिसाब से भारी भरकम इनवेस्टमेंट कर दी, लेकिन बाजार के हालात देख रेडीमेड दुकानदारों के चेहरे उतर गए. लोग पार्टी वियर और फैशनेबल कपड़े में रूची नहीं दिखा रहे हैं. क्योंकि लोगों में डर है कि कहीं फिर से देश में लॉकडाउन ना घोषित कर दिया जाए.

बाजार से ग्राहक नदारद, दुकानदार परेशान

इक्का-दुक्का ग्राहक आ भी जाते हैं तो वो सिर्फ घरेलू इस्तेमाल होने वाले कपड़े टी-शर्ट, लोवर खरीददते हैं, क्योंकि अभी सरकार की गाइडलाइन है कि सोशल गेदरिंग नहीं की जा सकती है, अनुमतति लेने पर भी लिमिटेड लोगों के बीच कोई कार्यक्रम किया जा सकता है. ऐसे में लोगों का पार्टी वियर कपड़ों से रुझान कम हुआ है. एक फंक्शन के लिए अपने बेटे को फॉर्मल ड्रेस दिलवाने आई महिला का कहना है कि घर में फंक्शन होने के चलते ड्रेस खरीदना मजबूरी है, लेकिन फिलहाल एक ही ड्रेस खरीद कर काम चलाया जाएगा.

'सीजन निकला तो आउट ऑफ फैशन हो जाएगा माल'

दुकानदारों को सबसे बड़ा डर ये है कि अगर यह गर्मियों का समय निकल गया तो उनके खरीदे गए माल आउटडेटेड या आउट ऑफ फैशन हो जाएंगे. जिसमें सामान्य स्थिति या मौसम में बदलाव में कोई ग्राहक नहीं खरीदेगा. उनकी लगाई गई पूंजी बर्बाद हो सकती है, जिसकी भरपाई भी नहीं की जा सकती.

दुकान चलाना बड़ी चुनौती साबित हुई- दुकानदार

दुकानदारी नहीं होने से दुकानदारों को इस बार जबरदस्त घाटे की चिंता सताने लगी है. जिन दुकानदारों ने दुकान किराए पर ले रखी है वो तो बड़ी दुविधा में हैं, क्योंकि इस माहौल में दुकानों का किराया और बिजली के बिल के साथ-साथ वर्करों की तनख्वाह जुटा पाना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है.

ये पढ़ें- शराब घोटाला: पूर्व विधायक सतविंदर राणा को हाई कोर्ट से मिली जमानत

Last Updated : Jun 16, 2020, 8:55 PM IST
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