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विनेश फोगाट और रानी रामपाल को मिला खेल रत्न, पढ़िए इनके सफर की कहानी

रानी रामपाल और विनेश फोगाट को खेल रत्न 2020 से सम्मानित किया गया है. रानी रामपाल ने बेंगलुरु से वर्चुअल कार्यक्रम में हिस्सा लिया. जबकि कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से विनेश इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकी.

rani rampal and vinesh phogat get rajiv gandhi khel ratna award 2020
विनेश फोगाट और रानी रामपाल को मिला खेल रत्न
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Published : Aug 29, 2020, 1:44 PM IST

चंडीगढ़: राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में चयनित खिलाड़ियों को वर्चअुल सेरेमनी के तहत सम्मानित किया गया. इस साल खेल रत्न पांच खिलाड़ियों को दिया गया. जिसमें महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और पहलवान विनेश फोगाट भी शामिल हैं. उनके अलावा खेल रत्न स्टार क्रिकेटर रोहित शर्मा, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगवेलु और टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को हासिल हुआ है.

विनेश को डॉक्टर ने दी थी पहलवानी छोड़ने की सलाह

चरखी दादरी के छोटे से गांव बलाली की रहने वाली विनेश ने एक बार फिर प्रदेश का नाम बढ़ाया है. एक समय था जब रियो ओलंपिक के दौरान चोट लगने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें पहलवानी छोड़ने की सलाह दे दी थी. डॉक्टरों का कहना था कि अगर अब दोबारा चोट लगी तो जान पर बन सकती है. उसके बावजूद विनेश ने हिम्मत नहीं हारी और फिर से पदक जीते. विनेश कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड जीत चुकी हैं.

विनेश फोगाट और रानी रामपाल को मिला खेल रत्न

उन्होंने पिछले साल वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. विनेश फोगाट एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलीफाई किया है.दंगल गर्ल गीता-बबीता की चचेरी बहन विनेश को अगले साल होने वाले तोक्यो ओलिंपिक खेलों में पदक का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है. वो गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं.

ये भी पढ़िए: बेहद संघर्ष भरा रहा रानी रामपाल का सफर, कोचिंग और किट के लिए भी नहीं थे पैसे

विनेश के साथ-साथ महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल को भी राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार मिला है. रानी रामपाल के लिए 2020 स्वर्णिम रहा है. 30 जनवरी, 2020 को जहां रानी ने वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर जीता था, वहीं इसी वर्ष रानी को देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्मश्री के लिए चुना गया था. अब रानी रामपाल को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड मिला है.

पिता चलाते थे घोड़ा गाड़ी, बेटी ने थामी हॉकी

रानी रामपाल कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की रहने वाली हैं. उनका पिता रामपाल घोड़ा गाड़ी चलाते थे. छोटी उम्र से ही रानी को हॉकी का खेल पसंद था. अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने अपने सपनों का साकार करके दिखाया. रानी केवल तीसरी और पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हैं, जिन्हें खेल रत्न मिला है. रानी से पहले धनराज पिल्लै (2000) और सरदार सिंह (2017) को खेल रत्न पुरस्कार मिला था. भारतीय महिला हॉकी टीम ने रानी रामपाल की कप्तानी में पिछले साल टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल किया है

चंडीगढ़: राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में चयनित खिलाड़ियों को वर्चअुल सेरेमनी के तहत सम्मानित किया गया. इस साल खेल रत्न पांच खिलाड़ियों को दिया गया. जिसमें महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और पहलवान विनेश फोगाट भी शामिल हैं. उनके अलावा खेल रत्न स्टार क्रिकेटर रोहित शर्मा, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगवेलु और टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को हासिल हुआ है.

विनेश को डॉक्टर ने दी थी पहलवानी छोड़ने की सलाह

चरखी दादरी के छोटे से गांव बलाली की रहने वाली विनेश ने एक बार फिर प्रदेश का नाम बढ़ाया है. एक समय था जब रियो ओलंपिक के दौरान चोट लगने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें पहलवानी छोड़ने की सलाह दे दी थी. डॉक्टरों का कहना था कि अगर अब दोबारा चोट लगी तो जान पर बन सकती है. उसके बावजूद विनेश ने हिम्मत नहीं हारी और फिर से पदक जीते. विनेश कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड जीत चुकी हैं.

विनेश फोगाट और रानी रामपाल को मिला खेल रत्न

उन्होंने पिछले साल वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. विनेश फोगाट एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलीफाई किया है.दंगल गर्ल गीता-बबीता की चचेरी बहन विनेश को अगले साल होने वाले तोक्यो ओलिंपिक खेलों में पदक का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है. वो गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं.

ये भी पढ़िए: बेहद संघर्ष भरा रहा रानी रामपाल का सफर, कोचिंग और किट के लिए भी नहीं थे पैसे

विनेश के साथ-साथ महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल को भी राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार मिला है. रानी रामपाल के लिए 2020 स्वर्णिम रहा है. 30 जनवरी, 2020 को जहां रानी ने वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर जीता था, वहीं इसी वर्ष रानी को देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्मश्री के लिए चुना गया था. अब रानी रामपाल को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड मिला है.

पिता चलाते थे घोड़ा गाड़ी, बेटी ने थामी हॉकी

रानी रामपाल कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की रहने वाली हैं. उनका पिता रामपाल घोड़ा गाड़ी चलाते थे. छोटी उम्र से ही रानी को हॉकी का खेल पसंद था. अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने अपने सपनों का साकार करके दिखाया. रानी केवल तीसरी और पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हैं, जिन्हें खेल रत्न मिला है. रानी से पहले धनराज पिल्लै (2000) और सरदार सिंह (2017) को खेल रत्न पुरस्कार मिला था. भारतीय महिला हॉकी टीम ने रानी रामपाल की कप्तानी में पिछले साल टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल किया है

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