दिल्ली/चंडीगढ़: गुरुवार को दिल्ली में हरियाणा कांग्रेस की बैठक हुई. इस बैठक में राहुल गांधी के हरियाणा दौरे को लेकर रूपरेखा तैयार की गई. दरअसल, राहुल गांधी नए कृषि कानून के विरोध में पंजाब और हरियाणा के दौरे पर रहेंगे. राहुल गांधी की किसान यात्रा 5 तारीख को हरियाणा में प्रवेश करेगी.
कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने बताया कि राहुल गांधी की किसान यात्रा 5,6 और 7 अक्टूबर को हरियाणा में होगी. हरियाणा कांग्रेस की तरफ से किसान यात्रा का फाइनल रूट बनाकर कांग्रेस आलाकमान को दे दिया गया है.
5 अक्टूबर को हरियाणा का कार्यक्रम
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रैलियां तीनों दिन हर रोज सुबह लगभग 11 बजे शुरू होंगी. इनका आयोजन कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा. पांच अक्टूबर को धुदन साधन (पटियाला) से रैली एक जनसभा के साथ शुरू होगी और पिहोवा बॉर्डर तक ट्रैक्टर से 10 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. जहां से राहुल गांधी हरियाणा में प्रवेश करेंगे. हरियाणा कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी 5 अक्टूबर को कैथल और कुरुक्षेत्र जिले के पीपली में रैलियों को संबोधित कर सकते हैं.
अनिल विज के बयान पर ये बोलीं किरण चौधरी
किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ये कह रहे हैं कि वो राहुल गांधी को हरियाणा में नहीं आने देंगे. उन्होंने कहा कि यहां पर प्रजातंत्र है. राहुल गांधी किसानों की लड़ाई सीधी लड़ेंगे.
'राहुल गांधी को हरियाणा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा'
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि राहुल गांधी को हरियाणा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. विज ने कहा कि किसी को भी हरियाणा का माहौल खराब नहीं करने दिया जाएगा. इससे पहले भी सरकार ने कांग्रेस के दो प्रदर्शनों को पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर रोक दिया था.
एक सवाल के जवाब में गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए अनिल विज ने कहा कि ये परिवार देश में आग लगाना चाहता है. इनको जहां भी मौका मिलता है, ये पेट्रोल छिड़कने का काम करते हैं, लेकिन तीन कृषि कानूनों पर किसान भाजपा के साथ हैं. उन्हें पता चल गया है कि तीन कृषि कानूनों से उन्हें अपनी उपज को कहीं भी बेचने की आजादी मिली है.
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