चंडीगढ़: हरियाणा में रबी फसलों की खरीद 28 मार्च से शुरू होने वाली है. 28 मार्च से सरसों, 1 अप्रैल से चना तथा 1 जून, 2023 से सूरजमुखी की खरीद की जाएगी. मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज रबी फसलों की खरीद समय पर सुनिश्चित करने के लिए खरीद के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की. कौशल ने अधिकारियों को खरीद की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने, खरीद केन्द्रों को चिन्हित करने, भण्डारण एवं बारदानों की समुचित व्यवस्था करने तथा रबी फसलों की समय पर खरीद प्रारंभ करने के निर्देश दिये.
बैठक में कौशल को अवगत कराया गया कि राज्य में वर्ष 2022-23 के दौरान सरसों की खेती 18.16 लाख एकड़ भूमि में की गई है. जबकि चना और सूरजमुखी की खेती करीब 93 हजार एकड़ और 37,000 एकड़ भूमि में की गई है. इस वर्ष 765 किलोग्राम प्रति एकड़ के अनुसार सरसों की 13.89 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की संभावना है. इसी प्रकार, 436 किलोग्राम प्रति एकड़ के अनुसार चने की 40,000 मीट्रिक टन तथा 800 किलोग्राम प्रति एकड़ के अनुसार सूरजमुखी के 30,000 मीट्रिक टन उत्पादन की संभावना है.
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हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति एवं विपणन संघ (हैफेड) भारत सरकार की मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) की ओर से सूरजमुखी के बीज और चने की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर करेगा. इसके अलावा, हरियाणा राज्य भण्डारण निगम पीएसएस के तहत सरसों की एमएसपी पर खरीद करेगा. राज्य सरकार ने मूल्य समर्थन योजना के तहत बाजार शुल्क पर जीएसटी की प्रतिपूर्ति के लिए प्लान योजना के अंतर्गत 311.84 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति-सह-वित्तीय स्वीकृति (आरई ) भी प्रदान की है. बैठक में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक मुकुल कुमार, कृषि एवं किसान कल्याण, हैफेड और एचएसडब्ल्यूसी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
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