चंडीगढ़ः हरियाणा में तालाबों का पुनरोद्धार होने वाला है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐलान किया है कि प्रदेश में सभी तालाबों का पुनरोद्धार किया जाएगा. प्रथम चरण में महाग्राम योजना में शामिल गांवों के तालाबों, धार्मिक आस्था से जुड़े और ऐतिहासिक महत्व रखने वाले लगभग 2 सौ तालाबों को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जाएगा. प्रदेश में हजारों तालाबों का पुनरोद्धार किया जाएगा.
2 सौ तालाबों को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि प्रथम चरण के एक साल में 18 सौ तालाबों का जीर्णोद्धार होगा. हरियाणा के मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ में एक बैठक में कहा कि प्रदेश में ऐसे सभी तालाबों का पुनरोद्धार किया जाएगा जो राजस्व रिकॉर्ड में मौजूद हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रथम चरण में महाग्राम योजना में शामिल गांवों के तालाबों, धार्मिक आस्था से जुड़े और ऐतिहासिक महत्व रखने वाले लगभग 2 सौ तालाबों को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जाएगा.
खराब पानी का ऐसे होगा इस्तेमाल
बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार का मकसद सर्वप्रथम लोगों के घरों में नल के माध्यम से पेयजल पहुंचाना, फिर रसोई और घर के प्रयोग हो चुके पानी को तालाब में डालकर उसको स्वच्छ करना है ताकि वो पशुओं के पीने के काम आ सके. सीएम ने कहा कि इसके बाद अतिरिक्त पानी को सूक्ष्म सिंचाई के माध्यम से फसलों को सिंचित करना है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बड़े तालाबों से पानी की निकासी के लिए कृषि क्षेत्रों की पहचान की जाए.
ये भी पढ़ेंः हरियाणा के GST संग्रह में इजाफा, पिछले साल की तुलना में 33.50 % बढ़ा
15946 तालाब चिन्हित
बैठक में ये भी बताया गया कि जिला तालाब प्रबंधन अधिकारियों द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर शहरों में 38 मानकों के आधार पर 600 और ग्रामीण क्षेत्रों में 44 मानकों के आधार पर 15946 ऐसे तालाबों को चिन्हित किया गया है. जिनका उद्धार किया जाना है. इसके लिए एक कार्य योजना तैयार की गई है, जिसके अनुसार आगामी 10 वर्षों में ऐसे करीब 16 हजार तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा. जिनका पानी खराब हो चुका है या वो बेकार हो चुके हैं.