चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के जतिंदर सिंह ने 603 वोटों से प्रेसिडेंट सीट पर जीत हासिल की है. उपाध्यक्ष पद पर सथ की रनमीकजोत कौर ने जीत हासिल की है. इसके साथ ही जनरल सेक्रेटरी पर पर इनसो के दीपक गोयत विजयी हुए. वहीं, गौरव चहल ज्वाइंट सेक्रेटरी बने हैं. पंजाब यूनिवर्सिटी में इस बार हुई 66 फीसदी वोटिंग हुई. जीत दर्ज करने के बाद एनएसयूआई के समर्थकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.
पंजाब यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में 66% वोटिंग: बुधवार को पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) का माहौल प्रत्याशा से भरा हुआ रहा. छात्र इस दिन का महीनों से बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, क्योंकि यह पीयू कैंपस छात्र परिषद (पीयूसीएससी) चुनावों की शुरुआत का प्रतीक था. वहीं इस साल कम से कम 15,693 छात्र पीयूसीएससी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए चुनाव लड़ रहे 21 छात्र नेताओं के भाग्य का फैसला करेंगे करने वाला थे. लेकिन इस बार 10323 छात्रों द्वारा ही वोट डाला गया. उनमें से भी तकरीबन 66 प्रतिशत छात्रों द्वारा ही वोट डाला गया. पंजाब यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के लिए यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों में 179 मतदान केंद्र बनाए गए थे.
पंजाब यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव को लेकर छात्रों में दिलचस्पी: पीयू न केवल अपनी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए बल्कि अपने स्टूडेंट पॉलिटिक्स के लिए भी देशभर में जानी जाती है. इसमें छात्र नेतृत्व को बढ़ावा देने और छात्रों को उनके शैक्षिक अनुभव को आकार देने में आवाज देने की एक लंबे समय से परंपरा चली आ रही है. इसके अलावा ये छात्रसंघ चुनाव छात्रों के हितों का प्रतिनिधित्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसके चलते यूनिवर्सिटी के छात्र हर साल इन चुनावों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं.
चुनावी मैदान में थे ये उम्मीदवार: 21 छात्र नेताओं में से 9 परिषद के प्रतिष्ठित अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे. इनमें कांग्रेस से संबद्ध भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) से जतिंदर सिंह, शिरोमणि अकाली दल से संबद्ध भारतीय छात्र संगठन (एसओआई) से युवराज गर्ग, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से राकेश देशवाल शामिल हैं. आम आदमी पार्टी से संबद्ध छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) से दिव्यांश ठाकुर, स्टूडेंट्स फॉर सोसाइटी (एसएफएस) से प्रतीक कुमार, पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (पीयूएसयू) से दविंदर पाल सिंह, पीएसयू ललकार से मनिका और स्वतंत्र उम्मीदवार सक्षम सिंह शामिल हैं. इन नौ उम्मीदवारों में से केवल तीन छात्र-नेतृत्व वाले संगठनों से हैं और एक स्वतंत्र है. मनिका राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पद के लिए चुनाव लड़ने वाली एकमात्र महिला उम्मीदवार हैं.
10,323 छात्रों ने किया मताधिकार का इस्तेमाल: इस बार के स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन में करीब 10,323 छात्रों ने मतदान किया. वहीं प्रेसिडेंट पद के लिए 207 छात्रों ने नोटा का इस्तेमाल किया. इसके अलावा वाइस प्रेसिडेंट के पद के उम्मीदवार के समय सबसे अधिक नोटा का इस्तेमाल किया गया. कुल 782 छात्रों नोटा का इस्तेमाल किया. वहीं, तीसरे नंबर पर सेक्रेटरी पद के लिए भी 635 छात्रों नोटा का इस्तेमाल किया. इसके साथ ही जनरल सेक्रेटरी के पद के लिए भी 805 छात्रों नोटा का इस्तेमाल किया.
NSUI कैंडिडेट को पड़े 3002 वोट: पंजाब यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में छात्रसंघ के नए प्रेसिडेंट बने एनएसयूआई के जतिंदर सिंह ने 603 वोटों से शानदार जीत दर्ज की. उन्हें सबसे अधिक 3002 वोट पड़े. शुरू से ही काउंटिंग में एनएसयूआई का पलड़ा भारी था और शुरुआत में ही उन्होंने 500 की बढ़त बना ली थी, जिसके बाद एनएसयूआई के लिए प्रेजिडेंट पद का रास्ता साफ हो गया था. इस दौरान दूसरे नंबर पर सीवाईएसएस रही, जिनके प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार दिव्यांश ठाकुर को 2399 वोट पड़े. वहीं, एबीवीपी के प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार राकेश देसवाल को 2182 वोट पड़े. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी छात्र इकाई को हार का सामना करना पड़ा है. दरअसल पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, बावजूद इसके आप यूनिवर्सिटी में छात्रों के बीच पैठ बनाने में नाकाम साबित हुई.
बधाई देने पहुंचे चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की: एनएसयूआई की इस जीत के बाद स्टूडेंट सेंटर जश्न शुरू हो गया. इस दौरान ढोल नगाड़ों की थाप पर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने प्रेसिडेंट जतिंदर सिंह का स्वागत किया. वहीं, चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की भी पहुंचे और एनएसयूआई की सीनियर लीडरशिप भी पहुंची. चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष लकी छात्रों की मेहनत को सराहते हुए कहा कि सबने पिछले लंबे समय से मैदान पर रहते हुए काफी मेहनत की थी. जिसके चलते उन्हें यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों द्वारा भी सहयोग मिला. आज अन्य सभी पार्टियों को भी जवाब मिल गया है कि एनएसयूआई लोगों के कितने करीब है. वहीं, मेनिफेस्टो में किए गए वादों को भी इन छात्रों द्वारा तहे दिल से निभाया जाएगा.