चंडीगढ़: यूटी प्रशासन कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का इस्तेमाल भी कर सकता है. चंडीगढ़ के प्राइवेट अस्पतालों ने खुद आगे आकर प्रशासन को ये कहा है कि अगर चंडीगढ़ में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उनके इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.
प्राइवेट स्कूलों में बेड और ऑक्सीजन की पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं. बता दें, इस समय चंडीगढ़ के तीन मुख्य सरकारी अस्पतालों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
कोरोना का इलाज पीजीआई सैक्टर-16 का सरकारी अस्पताल और जीएमसीएच सैक्टर-32 में किया जा रहा है, लेकिन अगर चंडीगढ़ में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उनका इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी किया जा सकेगा.
चंडीगढ़ के प्राइवेट अस्पतालों ने चंडीगढ़ प्रशासन से खुद ये बात कही है कि चंडीगढ़ प्रशासन जब चाहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का इस्तेमाल कर सकता है. चंडीगढ़ के करीब 18 अस्पताल इसके लिए आगे आए हैं.
इन 18 अस्पतालों में करीब 500 बेड हैं. आपको बता दें कि इस समय चंडीगढ़ में कोरोना के 16 मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जिसमें से 13 मरीज चंडीगढ़ के हैं और बाकी तीन मरीज दूसरे राज्यों से हैं. अगर इन मरीजों की संख्या बढ़ती है तो प्रशासन आने वाले दिनों में इन मरीजों के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का इस्तेमाल भी कर सकता है.