चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल गरम हो चुका है. इस वक्त सूबे में दोनों राष्ट्रीय पार्टियां यानी बीजेपी और कांग्रेस भी मौदान में आमने सामने हैं. दोनों तरफ से ताबड़ तोड़ रैलियां और जनसभाएं की जा रही हैं. इसी बीच बड़ी बात है कि कौन-सी पार्टी किस मुद्दे पर इस चुनाव में आगे निकल पाती है.
अनुच्छेद 370 vs गिरती अर्थव्यवस्था
बीजेपी का कहना है कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को उखाड़ कर फेंक दिया. 70 साल से देश के हर नागरिक के मन में एक कसक थी कि जम्मू-कश्मीर देश के साथ पूरा जुड़ा हुआ नहीं था. तीन-तीन पीढ़ियों तक शासन करने वालों में भी 370 हटाने की हिम्मत नहीं थी. ऐसा माना जाता है कि ये मुद्दा बीजेपी की हर चुनावी रैली में जोर शोर से सुनाई देगा.
पारदर्शिता vs बेरोजगारी
बीजेपी का दावा है कि उन्होंने प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त शासन, नौकरियों में और तबादले में पारदर्शिता लाने के लिए अनेक काम किए हैं. ये मुद्दा बीजेपी चुनावी रैलियों में युवाओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल करेगी.
राष्ट्रवाद vs विकास ठप
हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी स्टार प्रचारक और नेता रैलियों में राष्ट्रवाद का मुद्दा खूब भूनाएंगे. एयर स्ट्राइक, दुनिया में भारत की पहुंच, पाकिस्तान की हैसियत और यूएन में भारत की गूंज जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया जाएगा.
तीन तलाक vs महिला सुरक्षा
बीजेपी ने केंद्र में तीन तलाक का मुद्दा जोर शोर से उठाया. हरियाणा के मुस्लिम बहुल्य क्षेत्रों में भी इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया जाएगा. मुस्लिम महिलाओं को लुभाने के लिए बीजेपी की रैलियों में तीन तलाक पर रोक की बात छिड़ सकती है.