चंडीगढ़: हरियाणा में बिजली चोरी (electricity theft in haryana) के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे. बिजली चोरी की मिल रही शिकायतों पर हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि इन शिकायतों को दूर करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है. जो बिजली चोरी की घटनाओं को रोकने का काम करेगी. बिजली मंत्री ने कहा कि हरियाणा में सात बार विशेष टीमों को भेज कर अवैध कनेक्शनों का पता किया गया है.
ऐसे में बिजली विभाग को अच्छा रिवेन्यू इकठ्ठा हुआ. एक बार फिर इस तरह का एक्शन लिया जाएगा. अभी तक हरियाणा के सभी जिलों में 492 टीमों द्वारा 20032 अवैध कनेक्शन पकड़े गए. जो सीधे तौर पर बिजली चोरी कर रहे थे. बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला (haryana power minister ranjit chautala) ने बताया कि हरियाणा बिजली विभाग बिजली चोरी को लेकर गंभीर है और बड़ी कार्रवाई कर रहा है. ये सातवीं बार है जब हरियाणा बिजली विभाग ने इतने बड़े पैमाने पर छापेमारी की.
इस छापेमारी में 20,032 से जगह छापे मारे गए और 3000 से ज्यादा चालान किए गए. जिसमें पौने दस करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया. उन्होंने बताया कि इस छापेमारी में बिजली विभाग के करीब 4000 कर्मचारी लगाए गए थे. जिन्हें रातों-रात अलग-अलग जिलों में भेज दिया गया और सुबह 5 बजे छापेमारी शुरू कर दी गई, जो शाम 8 बजे तक चली. शुक्रवार को मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि इस बैठक में उनके विभाग का रिव्यू किया गया.
सीएम खट्टर ने विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों को काफी सराहना मिली. खासतौर पर थर्मल पावर बिजली चोरी रोकने के लिए की जा रही कार्रवाई की तारीफ हुई. इसके अलावा सौर ऊर्जा को लेकर भी मुख्यमंत्री ने विभाग की तारीफ की, क्योंकि हरियाणा सौर ऊर्जा के मामले में अग्रणी राज्य बन चुका है. गर्मियों में बिजली संकट के समय भी विभाग ने शानदार काम किया और प्रदेश में कहीं भी बिजली की कमी नहीं आने दी. विभागों को मर्ज करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा करने से काफी फायदा होगा, क्योंकि जो विभाग अभी अलग-अलग जगहों पर हैं. उन्हें एक जगह इकट्ठा कर दिया जाएगा. जिससे उनकी कार्यकुशलता बढ़ेगी.