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पराली पर आप का पलटवार, हरियाणा की पराली 100 किलोमीटर दूर पंजाब की 500 किलोमीटर दूर, खट्टर सरकार ने क्या किया ? - भगवंत मान

Politics on Parali: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ रहा है. इसके साथ ही सियासत भी जमकर हो रही है. हर कोई अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़कर दूसरे राज्यों को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार बता रहा है. हरियाणा के कृषि मंत्री ने पराली जलाने के मामलों को लेकर पंजाब सरकार पर निशाना साधा था. अब आम आदमी पार्टी ने हरियाणा सरकार के आरोपों पर पलटवार किया है. आप का कहना है कि दिल्ली से हरियाणा पास है. इसके अलावा हरियाणा सरकार पुरानी बसें चला रही है.

Politics on Parali Pollution Problem Air quality index Punjab Haryana Agriculture Minister Aap Arvind Kejriwal Haryana News
पराली से हो रहे प्रदूषण को लेकर छिड़ी जंग
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 4, 2023, 1:14 PM IST

Updated : Nov 6, 2023, 3:52 PM IST

पराली से हो रहे प्रदूषण को लेकर छिड़ी जंग, हरियाणा के कृषि मंत्री ने पंजाब सरकार को घेरा, लिखा- पानी मांगा है, पराली का धुआं नहीं

चंडीगढ़ : एक तरफ जहां वायु प्रदूषण दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के साथ-साथ हरियाणा के लिए चिंता का सबब बना हुआ है. वहीं, इस पर सियासत भी तेज हो गई है. एक राज्य दूसरे राज्य पर आरोप लगाने में पीछे नहीं है. हरियाणा सरकार की ओर से पंजाब सरकार पर लगाए गए आरोपों पर आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया है.आप पार्टी ने हरियाणा के दिल्ली से करीब होने को मुद्दा बनाया हैं. वहीं पुरानी बसें चलाने पर घेरा है.

आप का हरियाणा सरकार पर आरोप: आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने मनोहर लाल सरकार को प्रदूषण फैलाने का जिम्मेदार ठहराया है. प्रियंका कक्कड़ ने कहा है 'CAQM के आंकड़े बताते हैं कि पंजाब में पिछले साल से 50-67% कम पराली जली है. पंजाब की पराली यहां से 500 किलोमीटर दूर है और हरियाणा की करीब 100 किलोमीटर दूर है. इसकी समीक्षा होनी चाहिए कि खट्टर सरकार ने क्या किया? हरियाणा में प्रदूषण करने वाली BS3 बसें चलती हैं, दिल्ली में आती हैं. केंद्र सरकार पंजाब और दिल्ली को फंड नहीं देती,लेकिन हरियाणा सरकार को पराली कम करने और प्रदूषण कम करने के लिए फंड देती है, लेकिन हरियाणा सरकार कुछ नहीं करती. हरियाणा में बिजली कट है. डीजल जनरेटर वहां चल रहे हैं.'

  • CAQM के आंकड़े बताते हैं कि Punjab में पिछले साल से 50-67% कम पराली जली है

    पंजाब की पराली यहां से 500km दूर है और हरियाणा की करीब 100km दूर है। समीक्षा होनी चाहिए कि खट्टर सरकार ने क्या किया ?

    ‼️हरियाणा में प्रदूषण करने वाली BS3 बसें चलती हैं, दिल्ली में आती हैं
    ‼️100 EV बसें… pic.twitter.com/I6EtTwnRFA

    — AAP (@AamAadmiParty) November 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हरियाणा ने पंजाब को घेरा : हरियाणा सरकार ने प्रदूषण के मामले में पंजाब सरकार को घेरा था. हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर लिखा था. पंजाब सरकार पर तंज कसा था. उन्होंने पराली जलाने के मामलों को मुद्दा बनाते हुए पंजाब सरकार और आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया था.उन्होंने लिखा था "पिछले तीन दिनों में पराली जलाने की घटनाओं का आंकड़ों सहित ब्यौरा...!! हमने केजरीवाल जी और भगवंत मान जी से पानी मांगा है पराली का धुआं नहीं".

  • पीछले तीन दिनों में पराली जलाने की घटनाओं का आंकड़ों सहित ब्यौरा...!!

    हमने केजरीवाल जी और भगवंत मान जी से पानी मांगा है पराली का धुआं नहीं। pic.twitter.com/TkAYuqydGS

    — Jai Parkash Dalal (@JPDALALBJP) November 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें : फतेहाबाद में प्रदूषण ने लोगों का जीना किया दूभर, गुरुग्राम में भी प्रदूषण से लोगों का हाल बेहाल, जानिए कैसे आंखों को प्रदूषण से रखें महफूज़ ?

आंकड़ों की सियासत : हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल ने आगे पराली जलाने के दोनों राज्यों के आंकड़े गिनवाए. उनके मुताबिक पिछले 3 दिनों में हरियाणा में जहां पराली जलाने की कुल 175 घटनाएं सामने आई है तो वहीं पंजाब में इसी पीरियड में कुल 5140 मामले सामने आए हैं, जो हरियाणा की तुलना में काफी ज्यादा है. जेपी दलाल की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 1 नवंबर को हरियाणा में 99, 2 नवंबर को 48 और 3 नवंबर को 28 मामले सामने आए हैं. वहीं पंजाब में 1 नवम्बर को 1921, 2 नवंबर को 1668 और 3 नवंबर को 1551 पराली जलाने के मामले सामने आए.

  • Khattar सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं करती।

    ना long term measure लेती है, ना short term measure लेती है

    केंद्र सरकार पंजाब और दिल्ली को फण्ड नहीं देती लेकिन हरियाणा सरकार को पराली कम करने और प्रदूषण कम करने के लिए फण्ड देती है

    लेकिन हरियाणा सरकार कुछ नहीं करती

    - @PKakkar_pic.twitter.com/3UbrTwlaCw

    — AAP (@AamAadmiParty) November 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या कहते हैं पीजीआई और पीयू के आंकड़े ? : वहीं हम अगर पराली को लेकर पीजीआई चंडीगढ़ और पंजाब विश्वविद्यालय के 1 नवंबर से 3 नवंबर तक के आंकड़ों की बात करें तो 1 नवंबर को पराली जलाने के मामले पंजाब में 1375, हरियाणा में 72 थे. वहीं 2 नवंबर को पंजाब में 1829, हरियाणा में 74 केस सामने आए. जबकि 3 नवंबर को पंजाब में 1743, हरियाणा में 83 पराली जलाने के मामले थे. अगर 15 सितंबर से जुटाए जा रहे पराली जलाने के आंकड़ों की बात करें तो पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के कुल मामले 13 हजार से ज्यादा थे जिनमें हरियाणा के आंकड़े दो हजार से कम थे, वहीं पंजाब के आंकड़े 11 हजार से ज्यादा थे जो कि हरियाणा से करीब छह गुना ज्यादा है.

पराली जलाने में आई कमी : वहीं पीजीआई चंडीगढ़ और पंजाब विश्वविद्यालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते साल की तुलना में दोनों राज्यों में पराली जलाने के केस में 44 से 47 प्रतिशत की कमी आई है. लेकिन इसके बावजूद इस साल भी प्रदूषण ने दिल्ली एनसीआर में लोगों का जीना मुहाल कर रखा है.

पराली से हो रहे प्रदूषण को लेकर छिड़ी जंग, हरियाणा के कृषि मंत्री ने पंजाब सरकार को घेरा, लिखा- पानी मांगा है, पराली का धुआं नहीं

चंडीगढ़ : एक तरफ जहां वायु प्रदूषण दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के साथ-साथ हरियाणा के लिए चिंता का सबब बना हुआ है. वहीं, इस पर सियासत भी तेज हो गई है. एक राज्य दूसरे राज्य पर आरोप लगाने में पीछे नहीं है. हरियाणा सरकार की ओर से पंजाब सरकार पर लगाए गए आरोपों पर आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया है.आप पार्टी ने हरियाणा के दिल्ली से करीब होने को मुद्दा बनाया हैं. वहीं पुरानी बसें चलाने पर घेरा है.

आप का हरियाणा सरकार पर आरोप: आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने मनोहर लाल सरकार को प्रदूषण फैलाने का जिम्मेदार ठहराया है. प्रियंका कक्कड़ ने कहा है 'CAQM के आंकड़े बताते हैं कि पंजाब में पिछले साल से 50-67% कम पराली जली है. पंजाब की पराली यहां से 500 किलोमीटर दूर है और हरियाणा की करीब 100 किलोमीटर दूर है. इसकी समीक्षा होनी चाहिए कि खट्टर सरकार ने क्या किया? हरियाणा में प्रदूषण करने वाली BS3 बसें चलती हैं, दिल्ली में आती हैं. केंद्र सरकार पंजाब और दिल्ली को फंड नहीं देती,लेकिन हरियाणा सरकार को पराली कम करने और प्रदूषण कम करने के लिए फंड देती है, लेकिन हरियाणा सरकार कुछ नहीं करती. हरियाणा में बिजली कट है. डीजल जनरेटर वहां चल रहे हैं.'

  • CAQM के आंकड़े बताते हैं कि Punjab में पिछले साल से 50-67% कम पराली जली है

    पंजाब की पराली यहां से 500km दूर है और हरियाणा की करीब 100km दूर है। समीक्षा होनी चाहिए कि खट्टर सरकार ने क्या किया ?

    ‼️हरियाणा में प्रदूषण करने वाली BS3 बसें चलती हैं, दिल्ली में आती हैं
    ‼️100 EV बसें… pic.twitter.com/I6EtTwnRFA

    — AAP (@AamAadmiParty) November 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हरियाणा ने पंजाब को घेरा : हरियाणा सरकार ने प्रदूषण के मामले में पंजाब सरकार को घेरा था. हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर लिखा था. पंजाब सरकार पर तंज कसा था. उन्होंने पराली जलाने के मामलों को मुद्दा बनाते हुए पंजाब सरकार और आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया था.उन्होंने लिखा था "पिछले तीन दिनों में पराली जलाने की घटनाओं का आंकड़ों सहित ब्यौरा...!! हमने केजरीवाल जी और भगवंत मान जी से पानी मांगा है पराली का धुआं नहीं".

  • पीछले तीन दिनों में पराली जलाने की घटनाओं का आंकड़ों सहित ब्यौरा...!!

    हमने केजरीवाल जी और भगवंत मान जी से पानी मांगा है पराली का धुआं नहीं। pic.twitter.com/TkAYuqydGS

    — Jai Parkash Dalal (@JPDALALBJP) November 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें : फतेहाबाद में प्रदूषण ने लोगों का जीना किया दूभर, गुरुग्राम में भी प्रदूषण से लोगों का हाल बेहाल, जानिए कैसे आंखों को प्रदूषण से रखें महफूज़ ?

आंकड़ों की सियासत : हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल ने आगे पराली जलाने के दोनों राज्यों के आंकड़े गिनवाए. उनके मुताबिक पिछले 3 दिनों में हरियाणा में जहां पराली जलाने की कुल 175 घटनाएं सामने आई है तो वहीं पंजाब में इसी पीरियड में कुल 5140 मामले सामने आए हैं, जो हरियाणा की तुलना में काफी ज्यादा है. जेपी दलाल की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 1 नवंबर को हरियाणा में 99, 2 नवंबर को 48 और 3 नवंबर को 28 मामले सामने आए हैं. वहीं पंजाब में 1 नवम्बर को 1921, 2 नवंबर को 1668 और 3 नवंबर को 1551 पराली जलाने के मामले सामने आए.

  • Khattar सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं करती।

    ना long term measure लेती है, ना short term measure लेती है

    केंद्र सरकार पंजाब और दिल्ली को फण्ड नहीं देती लेकिन हरियाणा सरकार को पराली कम करने और प्रदूषण कम करने के लिए फण्ड देती है

    लेकिन हरियाणा सरकार कुछ नहीं करती

    - @PKakkar_pic.twitter.com/3UbrTwlaCw

    — AAP (@AamAadmiParty) November 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

क्या कहते हैं पीजीआई और पीयू के आंकड़े ? : वहीं हम अगर पराली को लेकर पीजीआई चंडीगढ़ और पंजाब विश्वविद्यालय के 1 नवंबर से 3 नवंबर तक के आंकड़ों की बात करें तो 1 नवंबर को पराली जलाने के मामले पंजाब में 1375, हरियाणा में 72 थे. वहीं 2 नवंबर को पंजाब में 1829, हरियाणा में 74 केस सामने आए. जबकि 3 नवंबर को पंजाब में 1743, हरियाणा में 83 पराली जलाने के मामले थे. अगर 15 सितंबर से जुटाए जा रहे पराली जलाने के आंकड़ों की बात करें तो पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के कुल मामले 13 हजार से ज्यादा थे जिनमें हरियाणा के आंकड़े दो हजार से कम थे, वहीं पंजाब के आंकड़े 11 हजार से ज्यादा थे जो कि हरियाणा से करीब छह गुना ज्यादा है.

पराली जलाने में आई कमी : वहीं पीजीआई चंडीगढ़ और पंजाब विश्वविद्यालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते साल की तुलना में दोनों राज्यों में पराली जलाने के केस में 44 से 47 प्रतिशत की कमी आई है. लेकिन इसके बावजूद इस साल भी प्रदूषण ने दिल्ली एनसीआर में लोगों का जीना मुहाल कर रखा है.

Last Updated : Nov 6, 2023, 3:52 PM IST
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