चंडीगढ़: अक्सर आपने किसी व्यक्ति या कुत्ते के लापता होने पर इनाम घोषित होते हुए देखा होगा. देखा होगा कि जो ढूंढ कर लाएगा उसे इनाम दिया जाएगा, लेकिन चंडीगढ़ में व्यक्ति नहीं, कुत्ते नहीं बल्कि एक बंदर को ढूंढने पर इनाम की घोषणा की गई है. इनाम की राशि भी कम नहीं है.
बंदर को ढूंढने वाले को मिलेगा 50 हजार का इनाम
चंडीगढ़ में एक लापता बंदर की खबर देने पर 50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा. इस बंदर की तलाश वन विभाग तो कर ही रहा है. इसके साथ ही जानवरों की सुरक्षा के लिए काम करने वाली संस्था पेटा की तरफ से भी कोशिशें की जा रही हैं. वहीं पेटा ने बंदर को ढूंढने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने का ऐलान किया है. इस बंदर का नाम मोकू है. वन विभाग का कहना है कि इस बंदर के साथ बहुत बुरा हुआ है.
इसलिए जरूरी है ये बंदर
वन विभाग का मानना है कि इस बंदर की जान बचाना बेहद जरूरी है. इस पूरे मामले में वन विभाग के अधिकारी डॉ. अब्दुल का कहना है कि कुछ दिन पहले उन्हें एक शिकायत मिली थी कि किसी के पास बंदर को रखा गया है तो जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो उसमें एक शख्स के खिलाफ कार्रवाई भी की गई, लेकिन बंदर की बरामदगी अभी तक बाकी है. अभी ये बंदर काफी छोटा है और इसे कोई नुकसान भी पहुंचा सकता है. जिसकी वजह से इस बंदर को ढूंढना जरूरी हो गया है.
इस मामले में एक व्यक्ति पर हो रही है कार्रवाई
पेटा की सदस्य गरिमा ने बताया कि ये मामला उनके ध्यान में आया था जिसके बाद वन विभाग को इसकी शिकायत की गई और इस शिकायत के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई भी की. उन्होंने बताया कि ये मामला न्यायालय के पास पहुंच चुका है, लेकिन बंदर की तलाश अभी भी जारी है.
वन विभाग ने बताया कि चंडीगढ़ में किसी व्यक्ति ने बंदर को अपने कब्जे में रखा हुआ था. व्यक्ति बंदर की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर अपने फोलोअर्स बढ़ा रहा था. वन विभाग की तरफ से ये भी कहा गया है कि लापता इस बंदर को खाने-पीने के लिए ऐसे पदार्थ भी दिए जा रहे थे जो इसकी सेहत के लिए नुकसान दायक साबित हो सकते थे. अभी सूचना मिलने पर वन विभाग ने बंदर को कब्जे में रखने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तो कर दी लेकिन बंदर की तलाश अभी भी जारी है.
ये भी पढ़ें- हमारे जांबाजों ने दिया था चीनी सेना को मुंहतोड़ जवाब
बंदर की तलाश जारी
फिलहाल गली-गली, जंगल-जंगल आम लोगों की मदद से इस नन्हें बंदर की तलाश की जा रही है. वन विभाग को इसकी तलाश इसलिए भी है ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि मोकू नाम का बंदर सकुशल है और अब उसको किसी ने कब्जे में तो नहीं रखा हुआ.