ETV Bharat / state

किसी त्योहार के कम नहीं था हरियाणा की 10 सीटों पर मतदान, जानें क्या था खास

हरियाणा में मतदान किसी त्योहार से कम नहीं रहा. कोई बारात लेकर मतदान करने पहुंचा तो कोई युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बना.

डिजाइन फोटो
author img

By

Published : May 13, 2019, 6:53 PM IST

Updated : May 13, 2019, 7:30 PM IST

चंडीगढ़: 17वीं लोकसभा के लिए लोकतंत्र का महापर्व अंतिम दौर में है. 6 फेज तक मतदान हो चुका है. अंतिम और सातवें फेज का मतदान बाकी है. रविवार 12 मई को 6छे फेज में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ. इस दौरान सूबे में मतदाताओं का जोश देखने लायक था.

हरियाणा में कुल 70.30 प्रतिशत मतदान हुआ. सबसे ज्यादा सिरसा तो सबसे कम फरीदाबाद में मतदान हुआ. 12 मई का दिन हरियाणा में किसी बड़े उत्सव से कम नहीं रहा. बजुर्ग, दिव्यांग और दूल्हा-दुल्हन भी मतदान केंद्र पर वोट करने पहुंचे.

युवाओं के अलावा 109 साल की बुजुर्ग महिला ने भी लोकतंत्र के हवन में आहूति डाली. ऐसी महिला ने भी मतदान किया जिसने दो घंटे पहले ही बच्चे के जन्म दिया था. इन तस्वीरों ने लोकतंत्र के त्योहार में चार चांद लगा दिए. इनसे प्रेरित होकर लोगों ने जमकर मतदान किया.

दो घंटे का बच्चा बूथ पर
क्या कोई दो घंटे पहले जन्मा बच्चा मतदान केंद्र पर पहुंच सकता है? जल्दी से कोई इस बात पर यकीन नहीं करेगा, लेकिन ये पूरी तरह सच है. भिवानी के पाथरवाली गांव में ऐसी महिला ने मतदान किया जिसने दो घंटे पहले ही बच्चे को जन्म दिया था.

हौसलें के आगे सब पस्त
अगर हाथ नहीं हैं तो क्या फर्क पड़ता है? वोट तो डालना ही है. हरियाणा में पानीपत की सैनी कॉलोनी की युवती मतदान केंद्र पर पहुंची. मतदान से पहले जब उन्हें पैर से अंगूठा लगाने के लिए कहा गया तो उन्होंने पेन मांगा और उसे मुंह में दबा कर अपने दस्तखत कर दिए. ऐसा इसलिए करना पड़ा कि उसके दोनों हाथ नहीं हैं.

Image
युवती के जज्बे को सलाम

5 पीढ़ियों ने एक साथ डाला वोट

वोट के लिए एक ही परिवार की 5 पीढ़ियों ने एक साथ मतदान किया. भिवानी के पंडित हीरालाल शर्मा की पांच पीढ़ियों ने बूथ नम्बर-14 पर मतदान किया. इनमें कोई दिल्ली, कोई गाजियाबाद, कोई गुरुग्राम, कोई भिवानी में रहता है. खुद हीरालाल उम्र का शतक लगा चुके हैं. इस परिवार के 16 सदस्य हैं, जिन्होंने लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल किया है.

Image
परिवार की 5 पीढ़ियों ने एकसाथ किया मतदान

जज्बे को सलाम
कलायत में दिव्यांग महिला ने ट्राई साईकिल पर सवार होकर वोट डाला. बड़े-बुजुर्गों के सम्मान में महिला ने मतदान केंद्र में भी अपना घूंघट नहीं हटाया. घूंघट में ही महिला ने अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट डाला. महिला का माना है कि हर 5 साल बाद अपनी पसंद की सरकार चुनने का मौका मिलता है, इसलिए सब लोगों को थोड़ी देर के लिए अपने सभी जरूरी काम छोड़ कर वोट डालना चाहिए.

Image
दिव्यांग महिला ने किया मतदान

बारात के साथ दूल्हे ने डाला वोट
शादी से पहले वोट जरूरी है. चाहे दुल्हा हो, चाहे दुल्हन, उन्होंने वोट के महत्व को समझते हुए मतदान किया. अंबाला के बराड़ा में युवक बारात के साथ वोट डालने मतदान केंद्र पहुंचा और अपने चेहते उम्मीदवार के लिए वोट डाला. इसी तरह, डबवाली में युवती ने दुल्हन के कपड़ों में अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लेने से पहले वोट डाला. इस दौरान वहां मौजूद मौजीज लोगों ने दुल्हन को आशीर्वाद दिया.

Image
बारात लेकर आए दूल्हे ने किया मतदान

हौसलों के आगे नहीं रुकी उम्र की ढलान
झज्जर के दूबलधन गांव में 104 साल की बुजुर्ग महिला रामबाई मतदान कर युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं. बुजुर्ग पूरे परिवार के साथ वोट डालने मतदान केंद्र पर पहुंची. अब तक जितनी बार भी चुनाव हुए हैं, रामबाई ने हमेशा अपने वोट का इस्तेमाल किया है.

Image
104 साल की बुजुर्ग महिला युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं

वोट के लिए ट्रेन की सवारी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वोट डालने के लिए ट्रेन की सवारी की. वो मतदान के चंडीगढ़ से ट्रेन के जरिए करनाल पहुंचे. सादगी भरे अंदाज में मुख्यमंत्री ने आम लाइन में लग कर वोट डाला.

Image
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया मतदान

कांग्रेस एमएलए का गुस्सा
कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल मतदान से पहले गुस्से में नजर आये. वो पलवल के पीडब्ल्यूडी दफ्तर में बने मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे थे. मतदान के दौरान वोटर आईडी कार्ड मांगने पर दलाल भड़क गए. उन्होंने आरोप भी लगाया की पोलिंग अफसर जान बूझ कर धीमी गति से मतदान करवा रहे थे.

Image
पोलिंग अधिकारियों भड़के कांग्रेस विधायक करण दलाल

साथ ही वोटर आईडी कार्ड दिखाने के नाम पर मतदाताओं को परेशान भी किया जा रहा था. विधायक होने के बावजूद खुद उनसे वोटर आईडी मांगी गई. उन्होंने जो पर्ची दिखाई, उसका मतदाता सूची से ठीक तरीके से मिलान भी हो रहा था, फिर भी उनसे वोटर कार्ड दिखाने की जिद की गई.

चंडीगढ़: 17वीं लोकसभा के लिए लोकतंत्र का महापर्व अंतिम दौर में है. 6 फेज तक मतदान हो चुका है. अंतिम और सातवें फेज का मतदान बाकी है. रविवार 12 मई को 6छे फेज में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ. इस दौरान सूबे में मतदाताओं का जोश देखने लायक था.

हरियाणा में कुल 70.30 प्रतिशत मतदान हुआ. सबसे ज्यादा सिरसा तो सबसे कम फरीदाबाद में मतदान हुआ. 12 मई का दिन हरियाणा में किसी बड़े उत्सव से कम नहीं रहा. बजुर्ग, दिव्यांग और दूल्हा-दुल्हन भी मतदान केंद्र पर वोट करने पहुंचे.

युवाओं के अलावा 109 साल की बुजुर्ग महिला ने भी लोकतंत्र के हवन में आहूति डाली. ऐसी महिला ने भी मतदान किया जिसने दो घंटे पहले ही बच्चे के जन्म दिया था. इन तस्वीरों ने लोकतंत्र के त्योहार में चार चांद लगा दिए. इनसे प्रेरित होकर लोगों ने जमकर मतदान किया.

दो घंटे का बच्चा बूथ पर
क्या कोई दो घंटे पहले जन्मा बच्चा मतदान केंद्र पर पहुंच सकता है? जल्दी से कोई इस बात पर यकीन नहीं करेगा, लेकिन ये पूरी तरह सच है. भिवानी के पाथरवाली गांव में ऐसी महिला ने मतदान किया जिसने दो घंटे पहले ही बच्चे को जन्म दिया था.

हौसलें के आगे सब पस्त
अगर हाथ नहीं हैं तो क्या फर्क पड़ता है? वोट तो डालना ही है. हरियाणा में पानीपत की सैनी कॉलोनी की युवती मतदान केंद्र पर पहुंची. मतदान से पहले जब उन्हें पैर से अंगूठा लगाने के लिए कहा गया तो उन्होंने पेन मांगा और उसे मुंह में दबा कर अपने दस्तखत कर दिए. ऐसा इसलिए करना पड़ा कि उसके दोनों हाथ नहीं हैं.

Image
युवती के जज्बे को सलाम

5 पीढ़ियों ने एक साथ डाला वोट

वोट के लिए एक ही परिवार की 5 पीढ़ियों ने एक साथ मतदान किया. भिवानी के पंडित हीरालाल शर्मा की पांच पीढ़ियों ने बूथ नम्बर-14 पर मतदान किया. इनमें कोई दिल्ली, कोई गाजियाबाद, कोई गुरुग्राम, कोई भिवानी में रहता है. खुद हीरालाल उम्र का शतक लगा चुके हैं. इस परिवार के 16 सदस्य हैं, जिन्होंने लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल किया है.

Image
परिवार की 5 पीढ़ियों ने एकसाथ किया मतदान

जज्बे को सलाम
कलायत में दिव्यांग महिला ने ट्राई साईकिल पर सवार होकर वोट डाला. बड़े-बुजुर्गों के सम्मान में महिला ने मतदान केंद्र में भी अपना घूंघट नहीं हटाया. घूंघट में ही महिला ने अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट डाला. महिला का माना है कि हर 5 साल बाद अपनी पसंद की सरकार चुनने का मौका मिलता है, इसलिए सब लोगों को थोड़ी देर के लिए अपने सभी जरूरी काम छोड़ कर वोट डालना चाहिए.

Image
दिव्यांग महिला ने किया मतदान

बारात के साथ दूल्हे ने डाला वोट
शादी से पहले वोट जरूरी है. चाहे दुल्हा हो, चाहे दुल्हन, उन्होंने वोट के महत्व को समझते हुए मतदान किया. अंबाला के बराड़ा में युवक बारात के साथ वोट डालने मतदान केंद्र पहुंचा और अपने चेहते उम्मीदवार के लिए वोट डाला. इसी तरह, डबवाली में युवती ने दुल्हन के कपड़ों में अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लेने से पहले वोट डाला. इस दौरान वहां मौजूद मौजीज लोगों ने दुल्हन को आशीर्वाद दिया.

Image
बारात लेकर आए दूल्हे ने किया मतदान

हौसलों के आगे नहीं रुकी उम्र की ढलान
झज्जर के दूबलधन गांव में 104 साल की बुजुर्ग महिला रामबाई मतदान कर युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं. बुजुर्ग पूरे परिवार के साथ वोट डालने मतदान केंद्र पर पहुंची. अब तक जितनी बार भी चुनाव हुए हैं, रामबाई ने हमेशा अपने वोट का इस्तेमाल किया है.

Image
104 साल की बुजुर्ग महिला युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं

वोट के लिए ट्रेन की सवारी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वोट डालने के लिए ट्रेन की सवारी की. वो मतदान के चंडीगढ़ से ट्रेन के जरिए करनाल पहुंचे. सादगी भरे अंदाज में मुख्यमंत्री ने आम लाइन में लग कर वोट डाला.

Image
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया मतदान

कांग्रेस एमएलए का गुस्सा
कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल मतदान से पहले गुस्से में नजर आये. वो पलवल के पीडब्ल्यूडी दफ्तर में बने मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे थे. मतदान के दौरान वोटर आईडी कार्ड मांगने पर दलाल भड़क गए. उन्होंने आरोप भी लगाया की पोलिंग अफसर जान बूझ कर धीमी गति से मतदान करवा रहे थे.

Image
पोलिंग अधिकारियों भड़के कांग्रेस विधायक करण दलाल

साथ ही वोटर आईडी कार्ड दिखाने के नाम पर मतदाताओं को परेशान भी किया जा रहा था. विधायक होने के बावजूद खुद उनसे वोटर आईडी मांगी गई. उन्होंने जो पर्ची दिखाई, उसका मतदाता सूची से ठीक तरीके से मिलान भी हो रहा था, फिर भी उनसे वोटर कार्ड दिखाने की जिद की गई.



 चंडीगढ़,  चुनावी महाभारत में धर्म नगरी कुरुक्षेत्र में सब से अधिक मतदान हुआ तो वहीं मुख्यमंत्री मनोहरलाल के विधानसभा क्षेत्र में जनता की रुची मताधिकार के प्रयोग करने में कम रही। 12 मई का दिन  हरियाणा में किसी बड़े उत्सव से कम नहीं रहा. दिव्यांग भी वोट डालने पहुंचे और दूल्हा-दुल्हन भी. पहली बार मतदाता बने युवाओं के अलावा 109 साल की बुजुर्ग महिला भी वोट देने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंची. तो वहीं  एक ऐसी महिला भी वोट डालने मतदान केंद्र पर पहुंची , जिसने दो घंटे पहले ही बच्चे को जन्म दिया था. 

 प्रदेश में लोकसभा की दस सीटों के लिए करीब 70 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया.  जनता  ने 12 मई को अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लोकतंत्र का उत्सव को जोरशोर से मनाया  और 23 मई को जब ईवीएम मशीनें खुलेंगी, तब साफ़ हो जाएगा कि सत्ता के लिए लोगों ने किस पार्टी के हक़ में अपना फैसला दिया है. लेकिन इस चुनाव ने एक बात साफ कर दी है कि मुकाबला सिर्फ नेशनल पार्टियों के इर्द गिर्द ही घूमता रहा, क्षेत्रीय दलों को हरियाणा में मायूसी ही हाथ लगती दिखती है। 

दो घंटे का बच्चा बूथ पर 
  क्या कोई दो घंटे पहले जन्म बच्चा किसी मतदान केंद्र पर पहुंच सकता हैं? जल्दी से कोई इस बात पर यकीन नहीं करेगा। लेकिन यह पूरी तरह सच है। यह मतदान केंद्र था भिवानी जिले के पाथरवाली गांव में, जहां मतदान करने के लिए एक महिला आई. उसकी गोद में जो बच्चा था, उसका जन्म दो घंटे पहले हुआ था. वोट डालने के लिए वह बच्चे को भी अपने साथ ही ले आई. वोट डालने के बाद उसने अपनी उंगली पर लगे स्याही का निशान भी दिखाया. 

 हाथ नहीं हैं, फिर भी... 
 अगर हाथ नहीं हैं तो क्या फर्क पड़ता है? वोट तो डालना ही है. हरियाणा में पानीपत की सैनी कॉलोनी के विकाश शर्मा मतदान केंद्र पर पहुंचे. मतदान से पहले जब उन्हें पैर से अंगूठा लगाने के लिए कहा गया तो उन्होंने पेन मांगा और उसे मुंह में दबा कर अपने दस्तखत कर दिए. ऐसा इसलिए करना पड़ा कि उसके दोनों हाथ नहीं हैं. आज से बारह साल पहले बिजली का करंट लग जाने से विकाश के दोनों हाथ खराब हो गए थे. बावजूद इसके उसने अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल किया।
 
 पांच पीढ़ियां एक साथ 
  वोट के लिए पांच पीढ़ियां एक साथ मतदान केंद्र पर आईं. पांचों पीढ़ियों ने भिवानी जिले के रेड क्रॉस दफ्तर के बूथ पर मतदान किया. पंडित हीरालाल शर्मा की यह पांच पीढ़ियां बूथ नम्बर 14 पर इकट्ठे हुई थीं. इनमें कोई दिल्ली, कोई गाजियाबाद, कोई गुरुग्राम, कोई भिवानी में रहता है. खुद हीरालाल उम्र का शतक लगा चुके हैं. इस परिवार के 16 सदस्य हैं, जिन्होंने लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल किया है.

 घूंघट में दिव्यांग 
  कलायत क्षेत्र में भी लोकतंत्र में वोट का उत्सव कम नहीं था. एक दिव्यांग महिला खुद ट्राई साईकिल पर सवार हो कर वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंची.  वह घूंघट में थी. बड़े-बुजुर्गों के सम्मान में उसने मतदान केंद्र में भी अपना घूंघट नहीं हटाया. घूंघट में ही अपनी पसंद के उम्मीदवार के चुनाव निशान पर ईवीएम का बटन दबाया.  उसका मानना है कि हमें अपने वोट से हर पांच साल बाद अपनी पसंद की सरकार चुनने का मौका मिलता है, इसलिए सब लोगों को थोड़ी देर के लिए अपने सभी जरूरी काम छोड़ कर वोट डालना चाहिए. 

 शादी से पहले वोट 
 शादी से पहले वोट जरूरी है. चाहे दूल्हा हो, चाहे दुल्हन, उन्होंने वोट के महत्व को समझते हुए मतदान किया.  अम्बाला के बराड़ा कस्बे में अपनी बारात के रवाना होने से पहले दूल्हे ने वोट डाला. मतदान केंद्र पर पहुंचा दूल्हा, शेरवानी पहने हुए था. दूल्हे को मतदान केंद्र में देख कुछ लोग चौंके तो कुछ ने उसे वहां भविष्यम ने सुखी जीवन का आशीर्वाद भी दिया. इसी तरह, डबवाली में एक युवती, जो दुल्हन के कपड़ों में, सजी-धजी थी.अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लेने से पहले वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंच गई और अपने मत का इस्तेमाल किया . 

 109 साल की उम्र में वोट 
 झज्जर जिले के दूबलधन गांव में 109 साल की बुजुर्ग महिला रामबाई ने नई सरकार के गठन के लिए अपने वोट का इस्तेमाल किया. वह पूरे परिवार के साथ वोट डालने मतदान केंद्र पर पहुंची. अब तक जितनी बार भी चुनाव हुए हैं, रामबाई ने हमेशा अपने वोट का इस्तेमाल किया है. यह बुजुर्ग महिला अपने परिवार की ब्रांड अम्बेसेडर है. गुलामी का दंश झेल चुकी रामबाई की लोकतंत्र में गहरी आस्था है. जिंदगी का शतक लगा चुकी रामबाई पूरी तरह से स्वस्थ हैं. रामबाई को उनके पौत्र सुखपाल उनकी वित् डालने की इच्छा को देखते हुए मतदान केंद्र तक ले गए थे.

 वोट के लिए ट्रेन की सवारी 
 मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वोट डालने के लिए ट्रेन की सवारी की. वे मतदान करने चंडीगढ़ से ट्रेन के जरिये करनाल पहुंचे.  हालांकि, हरियाणा में मुख्यमंत्री का गृह जिला करनाल ऐसा क्षेत्र है, जहां सबसे कम 56. 97 फीसदी मतदान हुआ है. भाजपा ने यहां मुख्यमंत्री की पसंद के उम्मीदवार संजय भाटिया को टिकट दिया था. पिछले चुनाव में करनाल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर अश्वनी चोपड़ा साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे. इस बार क्या रहेगा, यह जानने के लिए दस दिन इन्तजार करना पड़ेगा.  

 कांग्रेस एमएलए का गुस्सा 
 कांग्रेस के तेज तररा विधायक करण सिंह दलाल मतदान से पहले गुस्से में नजर आये. वे पलवल के पीडब्ल्यूडी दफ्तर में बने मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे थे. मतदान के दौरान वोटर आईडी कार्ड मांगने पर दलाल भड़क गए. उन्होंने आरोप भी लगाया की पोलिंग अफसर जान बूझ कर धीमी गति से मतदान करवा रहे थे. साथ ही वोटर आईडी कार्ड दिखाने के नाम पर मतदाताओं को परेशान भी किया जा रहा था. विधायक होने के बावजूद खुद उनसे वोटर आईडी मांगी गई. उन्होंने जो पर्ची दिखाई, उसका मतदाता सूची से ठीक तरीके से मिलान भी हो रहा था, फिर भी उनसे वोटर कार्ड दिखाने की जिद की गई.
Last Updated : May 13, 2019, 7:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.