चंडीगढ़: 17वीं लोकसभा के लिए लोकतंत्र का महापर्व अंतिम दौर में है. 6 फेज तक मतदान हो चुका है. अंतिम और सातवें फेज का मतदान बाकी है. रविवार 12 मई को 6छे फेज में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ. इस दौरान सूबे में मतदाताओं का जोश देखने लायक था.
हरियाणा में कुल 70.30 प्रतिशत मतदान हुआ. सबसे ज्यादा सिरसा तो सबसे कम फरीदाबाद में मतदान हुआ. 12 मई का दिन हरियाणा में किसी बड़े उत्सव से कम नहीं रहा. बजुर्ग, दिव्यांग और दूल्हा-दुल्हन भी मतदान केंद्र पर वोट करने पहुंचे.
युवाओं के अलावा 109 साल की बुजुर्ग महिला ने भी लोकतंत्र के हवन में आहूति डाली. ऐसी महिला ने भी मतदान किया जिसने दो घंटे पहले ही बच्चे के जन्म दिया था. इन तस्वीरों ने लोकतंत्र के त्योहार में चार चांद लगा दिए. इनसे प्रेरित होकर लोगों ने जमकर मतदान किया.
दो घंटे का बच्चा बूथ पर
क्या कोई दो घंटे पहले जन्मा बच्चा मतदान केंद्र पर पहुंच सकता है? जल्दी से कोई इस बात पर यकीन नहीं करेगा, लेकिन ये पूरी तरह सच है. भिवानी के पाथरवाली गांव में ऐसी महिला ने मतदान किया जिसने दो घंटे पहले ही बच्चे को जन्म दिया था.
हौसलें के आगे सब पस्त
अगर हाथ नहीं हैं तो क्या फर्क पड़ता है? वोट तो डालना ही है. हरियाणा में पानीपत की सैनी कॉलोनी की युवती मतदान केंद्र पर पहुंची. मतदान से पहले जब उन्हें पैर से अंगूठा लगाने के लिए कहा गया तो उन्होंने पेन मांगा और उसे मुंह में दबा कर अपने दस्तखत कर दिए. ऐसा इसलिए करना पड़ा कि उसके दोनों हाथ नहीं हैं.
5 पीढ़ियों ने एक साथ डाला वोट
वोट के लिए एक ही परिवार की 5 पीढ़ियों ने एक साथ मतदान किया. भिवानी के पंडित हीरालाल शर्मा की पांच पीढ़ियों ने बूथ नम्बर-14 पर मतदान किया. इनमें कोई दिल्ली, कोई गाजियाबाद, कोई गुरुग्राम, कोई भिवानी में रहता है. खुद हीरालाल उम्र का शतक लगा चुके हैं. इस परिवार के 16 सदस्य हैं, जिन्होंने लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल किया है.
जज्बे को सलाम
कलायत में दिव्यांग महिला ने ट्राई साईकिल पर सवार होकर वोट डाला. बड़े-बुजुर्गों के सम्मान में महिला ने मतदान केंद्र में भी अपना घूंघट नहीं हटाया. घूंघट में ही महिला ने अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट डाला. महिला का माना है कि हर 5 साल बाद अपनी पसंद की सरकार चुनने का मौका मिलता है, इसलिए सब लोगों को थोड़ी देर के लिए अपने सभी जरूरी काम छोड़ कर वोट डालना चाहिए.
बारात के साथ दूल्हे ने डाला वोट
शादी से पहले वोट जरूरी है. चाहे दुल्हा हो, चाहे दुल्हन, उन्होंने वोट के महत्व को समझते हुए मतदान किया. अंबाला के बराड़ा में युवक बारात के साथ वोट डालने मतदान केंद्र पहुंचा और अपने चेहते उम्मीदवार के लिए वोट डाला. इसी तरह, डबवाली में युवती ने दुल्हन के कपड़ों में अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लेने से पहले वोट डाला. इस दौरान वहां मौजूद मौजीज लोगों ने दुल्हन को आशीर्वाद दिया.
हौसलों के आगे नहीं रुकी उम्र की ढलान
झज्जर के दूबलधन गांव में 104 साल की बुजुर्ग महिला रामबाई मतदान कर युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं. बुजुर्ग पूरे परिवार के साथ वोट डालने मतदान केंद्र पर पहुंची. अब तक जितनी बार भी चुनाव हुए हैं, रामबाई ने हमेशा अपने वोट का इस्तेमाल किया है.
वोट के लिए ट्रेन की सवारी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वोट डालने के लिए ट्रेन की सवारी की. वो मतदान के चंडीगढ़ से ट्रेन के जरिए करनाल पहुंचे. सादगी भरे अंदाज में मुख्यमंत्री ने आम लाइन में लग कर वोट डाला.
कांग्रेस एमएलए का गुस्सा
कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल मतदान से पहले गुस्से में नजर आये. वो पलवल के पीडब्ल्यूडी दफ्तर में बने मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे थे. मतदान के दौरान वोटर आईडी कार्ड मांगने पर दलाल भड़क गए. उन्होंने आरोप भी लगाया की पोलिंग अफसर जान बूझ कर धीमी गति से मतदान करवा रहे थे.
साथ ही वोटर आईडी कार्ड दिखाने के नाम पर मतदाताओं को परेशान भी किया जा रहा था. विधायक होने के बावजूद खुद उनसे वोटर आईडी मांगी गई. उन्होंने जो पर्ची दिखाई, उसका मतदाता सूची से ठीक तरीके से मिलान भी हो रहा था, फिर भी उनसे वोटर कार्ड दिखाने की जिद की गई.