चंडीगढ़: अनलॉक-1 लागू होने के बाद धीरे-धारे सारी पाबंदियां खुलती जा रही है, छूट मिलने के बाद भी कुछ वर्ग ऐसे हैं जो मंदी की मार से जूझ रहे हैं. सब्जी विक्रेताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक कोरोना के डर की वजह से ग्राहक उनके पास नहीं आ रहे. जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है.
सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सरकार और प्रशासन के आदेशानुसार वो सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिजाइजिंग का ध्यान रख रहे हैं. इसके बाद भी ग्राहकों कोरोना के डर से उनसे सब्जियां नहीं ले रहें. एक तो लॉकडाउन की वजह से फल और सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं और दूसरा कोरोना के डर से कम ही ग्राहक उनसे सब्जियां खरीद रहे हैं.
ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत के दौरान फल और सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि लॉकडाउन से पहले उनकी लगभग सारी सब्जियां बिक जाया करती थी. लेकिन अब 25 से 30 प्रतिशत सब्जियां और फल भी नहीं बिक रहे. जिसके चलते सब्जी विक्रेताओं को घर का खर्चा निकालना मुश्किल हो रहा है.
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सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि दो जून की रोटी के लिए उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. ऐसे में बच्चों के स्कूल की फीस और घर के खर्चों में बहुत परेशानी हो रही है. सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक फल और सब्जी ज्यादा से ज्यादा 2 दिन तक ही चल पाती हैं. जिसके बाद वो खराब होना शुरू हो जाती हैं. ऐसे में उन्हें जानवरों को खिलाना पड़ता है.