चंडीगढ़: कोरोना महामारी के दौरान हरियाणा सरकार ने पांच जिलों में प्लाज्मा बैंक खोलने का निर्णय लिया था, जोकि प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में आए मरीजों की जान बचाने के लिए मददगार साबित होगा. इन्हीं प्लाज्मा बैंक का जायजा लेने के लिए करनाल, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ईटीवी भारत की टीम ने दौरा किया.
गुरुग्राम में 1,263 यूनिट प्लाज्मा डोनेट
सबसे पहले बात साइबर सिटी गुरुग्राम की करें तो यहां पर जिला स्वास्थ्य विभाग और रोटरी ब्लड बैंक मिलकर प्लाज्मा बैंक चला रहे हैं. स्वास्थ विभाग के पीआरओ डॉ. जय प्रकाश की मानें तो अब तक 1,263 यूनिट प्लाज्मा रोटरी ब्लड बैंक से इशू किया जा चुका है. डॉक्टर्स ने कोरोना को मात दे चुके लोगों से अपील की है कि वो बढ़-चढ़कर आगे आए और प्लाज्मा डोनेट करें.
करनाल में भी बहतर हालात
बात हरियाणा के मुख्यमंत्री के शहर की करते हैं जहां पर स्थित कल्पना चावला अस्पताल में बने प्लाज्मा बैंक ना केवल स्थानीय कोविड मरीजों को प्लाज्मा उपलब्ध करवा रहा बल्कि दूसरे राज्यों के कोविड मरीजों के लिए जरूरत पड़ने पर प्लाज्मा उपलब्ध करवा रहा है. यहां अभी तक 72 लोगों द्वारा प्लाज्मा दिया जा चुका है जिससे 144 कोविड मरीजों की जान बचाई गई है. वहीं मई के महीने में अभी तक 17 लोग प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं.
फरीदाबाद में 3 जगहों पर बना है प्लाज्मा बैंक
अब रुख करते फरीदाबाद का, जहां प्लाज्मा बैंक मरीजों के लिए काफी लाभकारी साबित हो रहा है. जिले में रेड क्रॉस सोसायटी की तरफ से जगहों पर प्लाज्मा बैंक बनाए गए हैं और कोरोना को मात दे चुके लोगों को प्रेरित करके प्लाज्मा डोनेट कराया जा रहा है.
फरीदाबाद में जिला प्रशासन के द्वारा NIT 3 में ईएसआई मेडिकल कॉलेज, डिवाइन अस्पताल और NIT 1 में संतों का गुरुद्वारा में प्लाज्मा बैंक चलाया जा रहा है. कोरोना कि रफ्तार पकड़ती दूसरी लहर में जहां रोजोना हजारों मामले सामने आ रहे हैं तो इस महामारी को मात दे चुके लोग भी प्लाजमा डोनेट कर रहे हैं.
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आपको बता दें कि फरीदाबाद के ईएसआई मेडिकल कॉलेज में 350 लोग प्लाज्मा डोनेट कर चुकें हैं. वहीं संतो के गुरुद्वारा में 150 मरीजों ने अपना प्लाज्मा दान किया है और डिवाइन अस्पताल में 70 मरीजों ने अब तक प्लाज्मा दान किया है.
रेडक्रॉस सोसायटी के अधिकारियों का कहना है कि उनके द्वारा लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिसके बाद लोगों में काफी उत्साह भी देखा जा रहा है और जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं उन्हें ढूंढ कर प्लाज्मा डोनेट करने के लिए कहा जा रहा है.
कुल मिलाकर करनाल, गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोरोना को मात दे चुके लोग प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आ रहे हैं. वहीं इन जिलों में बनाए गए प्लाज्मा बैंक की स्थिति भी काफी हद तक बहतर है.