चंडीगढ़: हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ (Om Prakash Dhankhar BJP State President) ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर से प्रतिक्रिया (OP Dhankhar on Kisan Andolan) दी है. किसान नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये आंदोलन अब पूरी तरह से राजनीतिक हो चुका है. इसमें किसानों के हितों को पीछे छोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का किसानों से कोई लेना देना नहीं है.
इस आंदोलन का मकसद अब किसानों की मांगे पूरी करवाना नहीं रह गया है. कुछ लोग इस आंदोलन के जरिए अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की मांगों को पूरा करना चाहती थी और कानून में जो भी बदलाव किसान चाहते थे, उन्हें भी सरकार ठीक करना चाहती थी. जब सरकार ने इन सुधारों को करना चाहा तो कुछ किसान नेताओं ने कानूनों को रद्द करने की बात उठा दी. वो आज तक उसी बात पर ही खड़े हैं.
सरकार किसानों से आज भी बात करना चाहती है. सरकार चाहती है कि किसान आज भी आकर उनसे बात करें और वो जो भी मांग उठाएंगे और कानूनों में जो भी बदलाव चाहेंगे, सरकार उन्हें पूरा करेगी. ओपी धनखड़ ने कहा कि कुछ लोगों की वजह से ये आंदोलन सफल नहीं हो पाया, क्योंकि इन लोगों को सिर्फ बीजेपी सरकार का विरोध करना है.
अगर विरोध करने से किसानों को उनका हक मिलता, तो वो पंजाब और राजस्थान के किसानों को उनका हक क्यों नहीं दिला रहे. हरियाणा सरकार 1 अक्टूबर से बाजरे की खरीद शुरू कर रही है. राजस्थान के किसानों को हरियाणा के समान बाजरे का भाव क्यों नहीं दिया जाता. हरियाणा सरकार एमएसपी पर जितनी बड़ी मात्रा में फसलों की खरीद कर रही है. पंजाब-राजस्थान में भी उसे खरीद करवा दो.
उन्होंने कहा कि बाकी राज्यों में हरियाणा के बराबर भी किसानों को एमएसपी दिलवा दो, लेकिन इसके बारे में कोई बात नहीं करता. जो कांग्रेस नेता आज बीजेपी पर हावी होने की कोशिश करते हैं. वो इस बात का जवाब क्यों नहीं देते कि जब स्वामीनाथन रिपोर्ट आई थी तो उन्होंने उसे क्यों अपने पैरों के नीचे दबा कर रखा. स्वामीनाथन रिपोर्ट को क्यों लागू नहीं करवाया. इस बात का भी जवाब नहीं दे सकते, फिर भी वो किसानों के मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश करते हैं.