चंडीगढ़: हरियाणा में कृषि कानूनों के बीच ही एसवाईएल का मुद्दा उठाया जा रहा है. मुख्यमंत्री भी इस मामले पर बयान भी दे चुके हैं जबकि इससे पहले बैठक भी हो चुकी है. कृषि कानूनों की मांग के बीच उठाये जा रहे एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा है कि एसवाईएल की बात पंजाब से आये बड़े भाइयों ( किसानों ) को मान लेनी चाहिए. धनखड़ ने कहा कि एसवाईएल हरियाणा के लिए आवश्यक है.
हरियाणा में 5वें हिस्से का पानी रुका है अगर किसान कह देंगे तो कई सालों से इसपर राजनीति कर रहे दलों की राजनीति समाप्त हो जाएगी. हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कृषि कानूनों पर केंद्र की तरफ से फिर बातचीत के लिए बुलाए जाने के सवाल पर कहा कि किसानों से सार्थक बातचीत होगी. धनखड़ ने कहा सभी बातें समर्थन की तरफ बढ़ रही हैं. जो भी बातें है वो पब्लिक डोमेन में चली गई हैं, सबके ध्यान में आ रहे हैं, जो मुद्दे उठाए थे सभी मुद्दों पर जवाब देने का प्रयास केंद्र सरकार की तरफ से प्रयास किया गया है.
सभी मुद्दे पब्लिक डोमेन में आ चुके हैं- धनखड़
ओपी धनखड़ ने कहा कि एमएससी पर लिखित आश्वासन दिया है, रजिस्ट्रेशन व्यापारियों का राज्य सरकार पर छोड़ दिया है, इसके अलावा सिविल कोर्ट एसडीएम दोनों को अधिकार दिया है, वहीं जमीन का जो सवाल उठाया जा रहा था उसमें बता दिया है कि इसमें कोई दिक्कत नहीं है, धनकड ने कहा कि उन्हें लगता है कि सभी मुद्दे पब्लिक डोमेन में आ गए हैं. किसान संगठनों को भी समझ आ गया है कि बात सार्थक तरफ जा रही है. कोई बात बची है तो खुले मन से केंद्र सरकार बात कर रही है.
अब नहीं लगता कोई बात बची है- धनखड़
वहीं ओपी धनखड़ ने कानून वापस लेने के सवाल पर कहा कि अब उन्हें लगता नहीं है कि कोई बात बची हैं. आग्रह जो होता है वह सुना जाना चाहिए, सत्याग्रह को माना जाना चाहिए. धनखड़ ने कहा दुराग्रह नहीं करना चाहिए. केंद्र सभी मांगों पर सार्थक रवैया दिखा रहा है अगर कोई बात रह गई है उसे भी मान लिया जाएगा.
SYL पर बड़ा भाई हां कह दे तो प्यार बढ़ेगा- धनखड़
वहीं एसवाईएल के मुद्दे को लेकर पूछे सवाल पर धनखड़ ने कहा कि इसलिए एसवाईएल का मामला उठाया जा रहा है क्योंकि मामला कोर्ट में है. उसपर फैसला होना है. अगर कोर्ट की जगह भाई बात मान जाएं तो अच्छी बात है. बड़े भाई यहां भाव मांगने आए है.
धनखड़ ने कहा 5वें हिस्से का पानी रुका हुआ है अगर वो पानी हमे मिल जाए तो भाईचारा प्रगाढ़ होगा. भाई यहां हां कह देंगे तो पंजाब में राजनीति करने वालों की राजनीति टूटेगी, दोनों राज्यों और किसानों का प्रेम बढ़ेगा.
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