चंडीगढ़: इस तरह के कई मामले सामने आते हैं जब सरकारी अधिकारी सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल अपने निजी कामों के लिए करते हैं. ऐसा ही एक मामला चंडीगढ़ के सेक्टर 32 में सामने आया है. जहां पर नगर निगम के कुछ कर्मचारी एक सरकारी अधिकारी की एक्टिवा सरकारी गाड़ी में डालकर दुकान पर पंचर लगवाने के लिए लाए. जब उनसे पूछा गया कि एक्टिवा किसकी है तो उन्होंने कहा कि ये जेई साहब की है, जिसे हम पंचल लगवाने के लिए लाए हैं.
जब इस बारे में नगर निगम के कमिश्नर केके यादव से बात की तो केके यादव ने कहा कि अगर कोई ऐसा मामला है. जिसमें नगर निगम के किसी अधिकारी ने नगर निगम की सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल अपने निजी काम के लिए किया है तो इस पर जरूर कार्रवाई की जाएगी.किसी भी अधिकारी की ओर से सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल अपने निजी कामों के लिए नहीं किया जा सकता.
इसके अलावा कमिश्नर ने कहा कि नगर निगम अपनी गाड़ियों पर जीपीएस सिस्टम लगाने पर विचार कर रहा है, ताकि ये पक्का किया जा सके कि नगर निगम की गाड़ियां नगर निगम के कामों के लिए ही इस्तेमाल हो और निजी कामों के लिए इस्तेमाल ना हो.
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आपको बता दें कि कुछ अधिकारियों के पास सरकार की ओर से ये अधिकार होता है कि वो सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल निजी कामों के लिए कर सकें, लेकिन इसकी एवज में वो जितने किलोमीटर गाड़ी को चलाएंगे. उनको उसके हिसाब से एक तय राशि सरकार के पास जमा करवानी होती है. साथ ही ये अधिकार सभी अधिकारियों को नहीं होता. इन नियमों के बावजूद बहुत से सरकारी अधिकारी सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल अपने निजी कामों के लिए करते हैं और सरकार इस पर चाह कर भी कोई रोक नहीं लगा पा रही है.