चंडीगढ़: नीति आयोग ने बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2023 की अपनी ताजा रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट के मुताबिक विभिन्न पहलुओं के आधार पर पाया गया है कि देश में 2015-16 के मुकाबले 2019-2021 में गरीबी के आंकड़ों में गिरावट आई है. रिपोर्ट के मुताबिक यह आंकड़ा 24.85 प्रतिशत से घट कर 14.96 प्रतिशत रह गया है. यानि इसमें करीब 10 प्रतिशत कमी आई है. वहीं, हरियाणा में 2015-16 जहां यह आंकड़ा 11.88 प्रतिशत था वह 2019-2021 में 7.7 प्रतिशत रह गया है. यानि हरियाणा में गरीबी की दर में 4.81 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है.
ये भी पढ़ें: मोदी सरकार के कार्यकाल में गरीब से अमीर हो गए 13.5 करोड़ से ज्यादा लोग, देखें आंकड़े
हरियाणा में कितनी कम हुई गरीबी: जिन पैमाने को इस रिपोर्ट में आधार बनाया गया है, हरियाणा ने उन सभी में 2015-16 के मुकाबले 2019-21 में गरीबी में गिरावट दर्ज की है. 2015-16 के 11.88 प्रतिशत के मुकाबले 2019-2021 में हरियाणा में गरीबी दर 7.7 रह गई. सिर्फ दो जिले ऐसे हैं, जिनमें आंकड़े में गिरावट की जगह वृद्धि देखने को मिली है. ये जिले हैं अंबाला और यमुनानगर.
इसके अलावा बाकी सभी जिलों में सुधार देखने को मिला है. देश में दर्ज की गई गरीबी के आंकड़ों की गिरावट को 12 पैमाने पर मापा गया है. जिसमें पोषण, बाल किशोर मृत्यु दर, मातृ स्वास्थ्य, स्कूल की शिक्षा के वर्ष, स्कूल की उपस्थिति, खाना पकाने का ईंधन, स्वच्छता, पीने का पानी, घर, बिजली, संपत्ति और बैंक खाता आधार माना गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक देश के सभी राज्यों में गरीबी के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है.
हरियाणा के जिलों में गरीबी दर: नूंह जिले में यह आंकड़ा 2015-16 में 62.50% था. जो 2019-21 में 39.99% रह गया. यानी इसमें 22.51 फीसदी का सुधार हुआ है. ऐसे ही पलवल में 26.98% से यह घटकर 14.71%, फतेहाबाद 11.02% से 7.51%, जींद 9.16% से 7.42%, फरीदाबाद 10.70% से 7.42%, पानीपत 8.12% से 7.39%, सिरसा 14.52% से 7.16%, भिवानी 12.78% से 6.62%, हिसार 9.71% से 5.62%, महेंद्रगढ़ 6.29% से 5.04% फीसदी हुआ है.
ये भी पढ़ें: NITI Aayog Meeting : पीएम मोदी ने नीति आयोग की 8वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता की, 8 मुख्यमंत्री नदारद
यमुनानगर में यह आंकड़ा कुछ अलग है. यह 4.47% से बढ़कर 4.70%, अंबाला में भी यह आंकड़ा कुछ हद तक बदला है. जो 1.99% से 3.83% हुआ है. वहीं रोहतक 13.72% से 4.69%, कुरुक्षेत्र 6.42% से 4.60%, सोनीपत 6.35% से 4.01%, कैथल 7.83% से 3.62%, गुरुग्राम 10.39% से 3.29%, झज्जर 5.82% से 3.20%, रेवाड़ी 11.08% से 2.91%, चरखी दादरी को जिले के तौर पर पहली बार लिया गया है. यहां का आंकड़ा 2.85% है. जबकि पंचकूला 2.47% से 1.42% यह आंकड़ा हुआ है.
दो जिलों में बढ़ी गरीबी दर: नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के दो जिले ऐसे हैं, जहां पर इस आंकड़े में गिरावट की जगह वृद्धि दिखाई देती है. वो दो जिले अंबाला और यमुनानगर हैं. यमुनानगर के आंकड़े में 0.24 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली है. जबकि अंबाला में यह वृद्धि 1.84 फीसदी है.
ये भी पढ़ें: नीति आयोग ने निजी संस्था CMIE के बेरोजगारी के आंकड़ों को ठहराया आधारहीन- मुख्यमंत्री