चंडीगढ़/अजमेर. तीर्थ गुरु पुष्कर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तीन दिवसीय बैठक सोमवार को संपन्न हुई. बैठक में विभिन्न मुद्दों पर हुए मंथन की जानकारी प्रेस वार्ता के माध्यम से सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने दी. उन्होंने बताया कि बैठक में सीमा सुरक्षा, नक्सलवाद, एनआरसी, पर्यावरण और महिलाओं की सामाजिक स्थिति के सर्वेक्षण सहित विभिन्न मुद्दों के साथ जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 के हटाए जाने के बाद की स्थिति पर भी मंथन किया गया.
आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि बैठक में जानकारी का आदान-प्रदान और अनुभव को सांझा करने के साथ ही कार्य विस्तार पर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि बैठक में शिक्षा, सामाजिक, सांस्कृतिक, ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान, हिंदुत्व, राष्ट्रवाद पर मंथन हुआ. उन्होंने कहा कि देश लंबे समय तक गुलाम रहा है. जिससे समाज में भी दोष आ गया है, उन दोषों को कैसे दूर किया जाए. इसको लेकर चिंतन हुआ. इसके अलावा देश में एक समान शिक्षा नीति पर भी चर्चा की गई. जिसमें मातृभाषा, चरित्र निर्माण, नवाचार, गुणात्मक शिक्षा पर भी विचार विमर्श हुआ.
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महिलाओं की स्थिति पर हुए सर्वेक्षण की रिपोर्ट जल्द
होसबोले ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से सांस्कृतिक जीवन मूल्य का क्षार हुआ है. महिलाओं में असुरक्षा का भाव देखा गया है. बच्चियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं. महिलाओं की सामाजिक स्थिति, कुटुंब में संस्कार का अभाव इन विषयों को लेकर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि इसको लेकर किसी पर दोषारोपण करने से काम नहीं चलेगा यह सभी का कर्तव्य है कि समाज से इन दोषों को दूर करने का प्रयास करें.
उन्होंने बताया कि आरएसएस के विभिन्न संगठनों में महिलाओं की भागीदारी भी है. उन्होंने बताया कि 29 राज्यों में 464 जिलों में 43 हजार 255 महिलाओं का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की गई है. यह रिपोर्ट जल्द प्रकाशित होगी. इसमें कामकाजी, युवतियां, जनजाति महिलाओं की स्थिति आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति को लेकर यह रिपोर्ट तैयार की गई है.
सीमा सुरक्षा और नक्सलवाद है चुनौती
बैठक में सीमांत क्षेत्र के मुद्दे पर गहन मंथन हुआ. सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने बताया कि देश में जमीनी और जल सीमा क्षेत्रों में आरएसएस संगठन सीमा जन कल्याण मंच, सीमा जागरण मंच के माध्यम से वहां रहने वाले लोगों की की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर विचार विमर्श हुआ.
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होसबोले ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में देश के बाहर और देश के अंदर से भी राष्ट्र विरोधी गतिविधियां होती हैं, वहीं तस्करी और धर्मांतरण भी चुनौती हैं. उन्होंने बताया कि इसके लिए सरहद को प्रणाम कार्यक्रम किया गया था. आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा जनजातियां हैं. इनमें नक्सलवादी विद्रोह की मानसिकता बनाकर कर हिंसा का वातावरण तैयार करते हैं. नक्सलवाद के पीछे की शक्तियों का कैसे सामना करना है. जनजाति क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिक्षा सांस्कृतिक जागृति को लेकर भी मंथन किया गया.
मोदी सरकार के कामकाज की प्रशंसा :-
एक सवाल के जवाब में होसबोले ने कहा कि मदरसों में राष्ट्रवाद हो इसके लिए राष्ट्रभक्त मुसलमानों को पहल करना होगा. यूपी में पंद्रह अगस्त पर मदरसों में तिरंगा झंडा फहराया गया, इसमें राष्ट्रवाद की सोच ही निहित है. जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 A हटाने के बाद की स्थिति पर बैठक में चर्चा हुई. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश में कुर्सी के लिए इमरजेंसी लगाई गई थी, तब कई नेताओं को जेल में डाला गया. लेकिन यह तो जम्मू कश्मीर का देश में विलय के लिए उन उकसाने वाले नेताओं को जेल में डाला गया. केंद्र सरकार ने यह राष्ट्रहित में किया है. संघ ने मोदी सरकार के कामकाज की प्रशंसा की है. होसबोले ने कहा कि सरकार यदि अच्छा काम नहीं कर रही होती तो दोबारा सत्ता में नहीं आती.
एनआरसी में कमियों को दूर कर कार्य योजना हो पूरी
एनआरसी के सवाल पर संघ कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि असम में लाखों बांग्लादेशी घुसपैठ करके रह रहे है. एनआरसी में कुछ समस्याएं आ रही है. मसलन कई बांग्लादेशियों ने वर्षों से वहां रहते हुए अपने दस्तावेज तैयार कर लिए है. ऐसे दोषों को दूर किया जाना चाहिए. चाइना के उत्पादों विदेश में बिक्री के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच इस दिशा में काम कर रहा है. इन प्रयासों से ही देश में चाइना के माल की बिक्री कम हुई है. समाज में स्वदेशी को लेकर अच्छा वातावरण बनना चाहिए. इसके अलावा पर्यावरण संवर्धन, प्लास्टिक का उपयोग कम करने और पानी बचाने को लेकर भी बैठक में विचार विमर्श हुआ. उन्होंने बताया कि सामान्य शाखाओं में इन विषयों को लेकर कार्यशालाओं के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा.