चंडीगढ़ः शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से चंडीगढ़ में बैठे वेंडर्स को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इसके लिए चंडीगढ़ पुलिस के करीब 600 जवान तैनात किए गए हैं. साथ ही नगर निगम की ओर से भी करीब 600 कर्मचारी वेंडर्स को हटाने की कार्रवाई में शामिल है. चंडीगढ़ में अवैध तौर पर बैठे वेंडर्स की संख्या काफी बढ़ गई थी. जिस वजह से चंडीगढ़ में अतिक्रमण की समस्या पेश आ रही थी.
हाईकोर्ट का आदेश
चंडीगढ़ में जिन वेंडर्स को लाइसेंस दिए थे, उन्हें भी बाजारों से हटाकर अलग से बनाए गए वेंडिंग जोन में शिफ्ट किया जाना है और इसी के लिए कार्रवाई शुरू की गई है. वेंडर्स के विरोध के चलते हाईकोर्ट ने भी ये आदेश दिया था कि चंडीगढ़ से वेंडर्स को हटाना बेहद जरूरी है. जिसके बाद वेंडर्स की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली.
सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिली कोई राहत
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को सही मानते हुए कहा था कि चंडीगढ़ के सेक्टर 17, सेक्टर 22, सेक्टर 19 के बेहद व्यस्त जगहों पर से अवैध तौर पर बैठे वेंडर्स को हटाया जाना चाहिए. साथ ही रजिस्टर्ड वेंडर्स को प्रशासन द्वारा तय किए गए वेंडिंग जोन में शिफ्ट किया जाना चाहिए और इसके लिए 5 दिसंबर तक का समय दिया गया था. 6 दिसंबर को चंडीगढ़ नगर निगम ने चंडीगढ़ पुलिस के साथ मिलकर इन वेंडर्स पर कार्रवाई शुरू कर दी.
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सैकड़ों पुलिस जवान तैनात
इसके लिए चंडीगढ़ पुलिस की ओर से सैकड़ों जवान तैनात किए गए हैं ताकि शहर में किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और शांति व्यवस्था को बनाया जा सके. चंडीगढ़ की एसएसपी निलंबरी जगदाले में कहा है कि अगर कोई व्यक्ति शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करेगा तो पुलिस की ओर से उस पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
10 टीमों का गठन
नगर निगम ने छह दिसंबर से शहर के बाजारों से वेंडर्स को जबरन शिफ्ट करने की तैयारी कर ली है. इसके साथ ही नगर निगम ने ये भी तय कर लिया है कि इस दौरान अड़चन डालने वाले वेंडर्स के खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया जाएगा. किसी भी तरह का हंगामा करने वाले वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ऐसे वेंडर्स का सामान भी जब्त कर लिया जाएगा. नगर निगम ने वेंडर्स को हटाने के लिए जो दस टीमों का गठन किया है, उसमें हाईकोर्ट के आदेश लागू करवाने के लिए रोड डिविजन के एक्सईएन की जिम्मेदारी तय की गई है.