चंडीगढ़: गवर्नमेंट मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (Government Multi Specialty Hospital Chandigarh) सेक्टर-16 में पिछले जनवरी महीने से एमआरआई टेस्ट नहीं किया जा रहा था. ऐसे में मरीजों को टेस्ट कराने के लिए बाहर की लैब में जाना पड़ रहा था या उन्हें सेक्टर 16 की जगह पीजीआई से इलाज करवाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा था. मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने निजी कंपनी का टेंडर पास करते हुए एमआरआई की मशीन इंस्टॉल की है. एक साल बाद अब मरीजों को अस्पताल में एमआरआई की सुविधा दोबारा मिल सकेगी.
अस्पताल प्रशासन ने जिस कंपनी को टेंडर दिया है, उसका नाम कृष्णा डायग्नोस्टिक है. कृष्णा डायग्नोस्टिक्स कई बांच स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करती है. निजी लैब द्वारा आधुनिक मशीन इंस्टॉल कर दी गई है, यह मार्केट की निजी लैब के मुकाबले कम रुपयों में एमआरआई करेगी. हालांकि निजी कंपनी को टेंडर देने में हुई देरी के कारण मरीजों को एमआरआई कराने के लिए निजी सेंटरों में ज्यादा रुपए देकर जांच करानी पड़ी थी. लैब द्वारा गंभीर मरीजों की एमआरआई भी शुरू कर दी है.
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हालांकि, अभी सभी प्रकार की एमआरआई शुरू करने में थोड़ा और समय लगेगा. गवर्नमेंट मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की ओर से मरीजों को लंबे समय तक यह कहते हुए लटकाया गया कि जल्द ही अस्पताल प्रशासन द्वारा एमआरआई मशीन इंस्टॉल की जाएगी. जबकि कोशिश यह की जा रही थी कि अस्पताल का बजट बचे और यह काम टेंडर के तौर पर किसी निजी कंपनी को सौंप दिया जाए.
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इस कारण मरीजों को लंबे समय तक इसका इंतजार करना पड़ा. इस दौरान मरीजों को अपनी जांच अस्पताल से बाहर करवानी पड़ी. वहीं अब जब निजी लैब खुल गई है, तो एमआरआई जैसे महत्वपूर्ण टेस्ट बाजार रेट के मुकाबले कम कीमत में हो सकेंगे. क्योंकि अस्पताल में लगी एमआरआई मशीन आधुनिक है, जिससे आम लोगों को फायदा होगा.