भिवानी: डाडाम खनन क्षेत्र में हुए हादसे (dadam mining accident in bhiwani) को लेकर हरियाणा सरकार गंभीर दिखाई दे रही है. खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है. यह बैठक आज हरियाणा सचिवालय में होगी. इस हाईलेवल मीटिंग में तमाम खनन अधिकारियों मौजूद रहेंगे. उम्मीद है कि सरकार प्रदेश में चल रहे अवैध खनन पर नकेल कसने की तैयारी में है.
बता दें कि हादसे के पांचवे दिन भी खनन क्षेत्र में राहत और बचाव का कार्य जारी (bhiwani dadam accident update) है. अब तक कुल 7 लोगों को निकाला जा चुका है. इसमें से 5 लोग मृत पाए गए हैं. इसी बीच इस मामले में पुलिस ने पहली एफआईआर दर्ज की है. अभी तक बरामद हुए 5 शव में से एक मृतक तूफान सिंह के भाई के बयान के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया (fir in bhiwani landslide accident) है. भिवानी पुलिस के अनुसार मृतक तूफान सिंह के भाई मिथुन शर्मा निवासी बिहार के बयान के आधार पर पुलिस ने IPC 304 A के तहत गोवर्धन माइन्स के खिलाफ केस दर्ज किया है.
फैक्ट फाइंडिंग टीम कर रही है जांच: अब इस मामले में एक फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया गया (Fact Finding Team Bhiwani Dadam Accident) है. यह जांच कमेटी खनन क्षेत्र में हुए हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए गठित की गई है. उपायुक्त रिपुधमन सिंह द्वारा एडीसी के नेतृत्व में 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी का नेतृत्व एडीसी राहुल नरवाल कर रहे हैं. गठित की गई कमेटी में एडीसी के अलावा तोशाम के एसडीएम मनीष कुमार फोगाट, एएसपी भिवानी, डीएफओ जितेंद्र अहलावत और माइनिंग ऑफिसर भूपेंद्र सिंह इसके सदस्य हैं.
ये पढे़ंं- भिवानी डाडम हादसा, जांच के लिए डीसी ने बनाई फैक्ट फाइंडिंग टीम
बता दें कि, हादसे के तीन दिन बाद पुलिस ने लापरवाही का केस दर्ज किया है. दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हादसे की मुख्य एफआईआर दर्ज होना बकाया है. यह जांच कमेटी की रिपोर्ट के के आधार पर दर्ज की जाएगी. हादसे के बारे में DGMS गाजियाबाद की टीम पूरे तथ्यों पर जांच कर बताएगी कि किसकी कितनी बड़ी लापरवाही इस पूरे मामले में है.
बता दें कि शनिवार सुबह खनन कार्य के दौरान पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा अचानक से दरक गया, जिसके चलते वहां खड़ी आधा दर्जन के करीब पोकलैंड मशीनें और डंफर दब गए. इसके साथ ही लगभग पांच से दस से लोगों के दबे होने की खबर थी. जिसके बाद प्रशासन राहत बचाव के कार्य में जुट गया. अभी तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, दो लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
ये पढ़ें- भिवानी हादसे को लेकर बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह ने उठाए गंभीर सवाल, सीएम से करेंगे जांच की मांग
बता दें कि, हादसे के तीन दिन बाद पुलिस ने लापरवाही का केस दर्ज किया था. दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हादसे की मुख्य एफआईआर दर्ज होना बकाया है. यह जांच कमेटी की रिपोर्ट के के आधार पर दर्ज की जाएगी. हादसे के बारे में DGMS गाजियाबाद की टीम पूरे तथ्यों पर जांच कर बताएगी कि किसकी कितनी बड़ी लापरवाही इस पूरे मामले में है.
ये पढ़ें- भिवानी डाडम हादसे में पहली FIR दर्ज, मृतक के भाई की शिकायत पर दर्ज हुआ केस
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP