नई दिल्ली/ चंडीगढ़: एनकाउंटर के बाद एटीएम में ठगी और लूटपाट करने वाले मेवाती गैंग को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. इस गैंग के तीन बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. जबकि मुठभेड़ में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. आरोपियों के पास से एक पिस्तौल, एक चली हुई गोली, दो जिंदा कारतूस, 95 एटीएम कार्ड और एक कार बरामद की गई है. ये गैंग अब तक सैकड़ों लोगों के साथ ठगी कर चुका है.
बदमाशों के दिल्ली आने की मिली थी सूचना
ये तीनों आरोपी मेवात के रहने वाले हैं, डीसीपी राजेश देव के मुताबिक क्राइम ब्रांच के एसीपी संदीप लाम्बा की देखरेख में SI लक्ष्मण की टीम छानबीन कर रही थी. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि लूटपाट और एटीएम में ठगी की कई वारदातों में शामिल एक गैंग के कुछ बदमाश वसंत विहार में मुनिरका बस स्टॉप के पास आएंगे. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने जाल बिछाया और वहां पहुंच गई. इन बदमाशों ने पुलिस टीम को देखते ही गाड़ी वसंत कुंज में नेल्सन मंडेला मार्ग की तरफ दौड़ा दी.
बदमाशों ने पुलिस टीम पर चलाई गोली
पुलिस से बचने के लिए सादिक़ नाम के बदमाश ने फायरिंग की. इस इलाके में काफी भीड़ होने के चलते पुलिस ने गोली नहीं चलाई. बचाव करते हुए पुलिस टीम इनकी कार को रोकने में कामयाब रही. पुलिस ने मौके से तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान सादिक़, आदिल और आबिद के रूप में हुई है.
पुलिस ने आरोपियों के पास से 95 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं. सादिक इस गैंग का सरगना है. उसके खिलाफ साल 2018 के पांच ठगी के मामले हैदराबाद में दर्ज हैं. वहीं आबिद पहलवान है. जल्दी रुपये कमाने की चाहत में वह इस गैंग में शामिल हो गया.
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो एटीएम में ऐसे लोगों को निशाना बनाते थे, जो मशीन का ठीक से इस्तेमाल करना नहीं जानते. ऐसे लोगों की मदद करने के बहाने वो पहले उनका पासवर्ड देख लेते और फिर बड़ी ही चालाकी से उनका एटीएम कार्ड बदल देते थे. विरोध करने पर वो कट्टा दिखाकर शिकार को धमकाते थे. पीड़ित के जाने के बाद वह एटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर उससे पैसे निकाल लेते थे.
पीड़ित शख्स एटीएम कार्ड ब्लॉक ना करवाएं तो वो इस एटीएम कार्ड से रकम को दूसरे अकाउंट में भी ट्रांसफर कर लेते थे. फिर वहां से इसे निकाल लेते थे. इस तरीके से वह दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में ही नहीं बल्कि विभिन्न राज्यों में जाकर वारदात करते थे.
पूछताछ में कई खुलासे होने की उम्मीद
पुलिस फिलहाल अन्य बदमाशों के बारे में भी पूछताछ कर रही है. दिल्ली में कितनी वारदातें की गई इसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है. इसके साथ ही उन्हें हथियार देने वालों की तलाश की जा रही है. फिलहाल इनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, आर्म्स एक्ट और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है.