चंडीगढ़: हरियाणा की सभी सरकारी संस्थाओं में काम करने वाले फार्मासिस्ट आज सामूहिक अवकाश पर हैं. सरकार की ओर से उनकी मांगों की अनदेखी के विरोध में फार्मासिस्ट्स ने सामूहिक अवकाश पर रहने का ऐलान किया गया है. फार्मसिस्ट्स के अवकाश पर रहने की वजह से आज कहीं भी सरकारी संस्थान में दवाई नहीं मिल पाएगी.
स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ सकता है असर
डिस्पेंसरी से लेकर स्टोर और इंजेक्शन रूम तक हर जगह फार्मासिस्ट्स के सहारे ही काम होता है. ऐसे में उनके अवकाश पर चले जाने से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है. वैसे स्वास्थ्य विभाग फार्मासिस्ट्स के अवकाश पर जाने के बाद ट्रेनिंग छात्रों से व्यवस्था बनाने की बात कह रहा है. लेकिन ट्रेनिंग छात्रों को न तो डिस्पेंसरी में दवा के स्टॉक का पता होता है और न ही विभाग द्वारा प्रयोग में लाए जा रहे सॉफ्टवेयर की नॉलेज है.
ग्रेड पे को बढ़ाने की है मांग
बता दें कि फार्मासिस्ट वर्ग की मुख्य मांग 4600 ग्रेड पे करने की है. जिसे सीएम मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री मंजूरी दे चुके हैं, बावजूद इसके वित्त विभाग की ओर से फाइल को आगे नहीं भेजा गया है. फार्मासिस्ट्स ने ये भी चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पर गौर नहीं किया जाता है तो वो लोग उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे.