चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना की इस वैश्विक महामारी में केंद्र और राज्य सरकारें अपनी तरफ से बेहतर कार्य कर रही हैं. इस कार्य में सभी सामाजिक संगठनों और समाजसेवी संस्थाओं को और ज्यादा आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. साथ ही उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो इस महामारी के चलते अपने-अपने घरों को लौट जाएं और सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को मजबूती प्रदान करें.
बता दें कि मुख्यमंत्री गीता मनीषी श्री ज्ञानानंद जी महाराज के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधितक कर रहे थे. जूनागढ़ अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि और योगगुरु स्वामी रामदेव भी इस कार्यक्रम में जुड़े.
'स्थिति सामान्य होने पर धरना दे सकते हैं आंदोलनकारी'
अपने संबोधन में मनोहर लाल ने कहा कि खुले समाज में मत-भिन्नता होना स्वाभाविक है, लेकिन ये समय मतभेदों को भुलाकर एकजुट प्रयास करने का है. उन्होंने सामाजिक संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक दलों का भी आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना एक बहुत बड़ी आपदा है और इसका मुकाबला हमें मिल-जुलकर करना होगा. उन्होंने कहा कि किसान संगठन अपनी मांगों के लिए धरने-प्रदर्शन सामान्य स्थिति होने पर बाद में भी कर सकते हैं.
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हरियाणा में हालात काबू
उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में जहां प्रतिदिन अधिकतम 3000 मामले आए, वहीं इस बार रोजाना तकरीबन 16000 मामले आ रहे हैं. इसके चलते शुरू में स्वास्थ्य व्यवस्था थोड़ी चरमरा गई थी. डॉक्टरों, बिस्तरों के साथ-साथ ऑक्सीजन का भी संकट पैदा हो गया था, लेकिन हालात पर जल्द ही काबू पा लिया गया. इस समय प्रदेश को 282 टन ऑक्सीजन मिल रही है. लगभग 350 संस्थाओं के सहयोग से ऑक्सीजन जरूरतमंद मरीजों के घरों में सप्लाई की जा रही है.