चंडीगढ़: सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डिजिटली रोहतक आईआईएम के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया. इस दौरान सीएम ने छात्रों से आह्वान किया कि वो अनिश्चितता के इस समय में नई खोज करने की ओर बढ़ें.
जैसे हरियाणा सरकार ने कोरोना संकट की इस अवधि का उपयोग करते हुए 42 नई पहलें शुरू की हैं. छात्र भी इस वक्त का सही इस्तेमाल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'आत्मनिर्भर भारत' की परिकल्पना को साकार करते हुए एक मजबूत समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 चुनौती को एक अवसर के रूप में लिया है और पिछले तीन महीनों में डिजिटल तकनीक के जरिए 42 नई पहल की हैं. उन्होंने कहा कि ये समझते हुए कि सिर्फ शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है, वर्तमान राज्य सरकार ने विद्यार्थियों के कौशल विकास पर भी जोर दिया है.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि ये गर्व की बात है कि रोहतक आईआईएम पिछले 10 सालों से देश के ऐसे शीर्ष संस्थानों में से एक है. शोध के संदर्भ में, ये वर्तमान में देश में 5वें स्थान पर है. उन्होंने कहा कि आज वो इस संस्थान के उन 267 विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे हैं. जिन्होंने लगभग 1.60 लाख छात्रों के साथ प्रतिस्पर्धा करके इस प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला लिया है.
उन्होंने कहा कि रोहतक आईआईएम का अपने विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत प्लेसमेंट का रिकॉर्ड है, फिर भी विद्यार्थियों का दृष्टिकोण सिर्फ रोजगार प्राप्त करने तक सीमित नहीं होना चाहिए. इसके बजाय उन्हें व्यक्तिगत उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करने के स्थान पर अपने मिशन के रूप में समाज कल्याण का कार्य करना चाहिए.
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सीएम ने बताया कि शिक्षित बेरोजगार युवाओं को काम देने के लिए हरियाणा सरकार की ओर से 'सक्षम युवा' योजना लागू की गई है. इस योजना के तहत 100 घंटे के काम के बदले पोस्ट ग्रेजुएट्स को 9000 रुपये और ग्रेजुएट्स को 7500 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है. उन्होंने कहा कि योजना के तहत अब तक एक लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को 850 करोड़ रुपये का लाभ मिला है.