चंडीगढ़: पूर्व केंद्रीय मंत्री और चंडीगढ़ से लोकसभा सीट के दावेदार मनीष तिवारी ने कहा है कि चंडीगढ़ से एक लोकसभा सीट के अलावा एक राज्य सभा सीट भी होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि संविधान में इसका प्रावधान भी है, लेकिन आज तक चंडीगढ़ से किसी ने संसद में यह बात नहीं उठाई. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चंडीगढ़ फिलहाल सिर्फ एक ही लोकसभा सीट है और इसके अलावा चंडीगढ़ से कोई भी नुमाइंदा संसद नहीं जाता.
मनीष तिवारी ने कह कि अगर चंडीगढ़ को एक राज्य सभा सीट भी मिल जाएगी, तो संसद में चंडीगढ़ के लिए आवाज उठाने के लिए भी 2 सदस्य होंगे, इससे चंडीगढ़ के विकास को गति मिलेगी. इसके अलावा मनीष तिवारी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने चंडीगढ़ को विकास के मामले में बुरी तरह से पछाड़ दिया है, क्योंकि जब से चंडीगढ़ में भाजपा की सांसद किरण खेर पहुंची हैं और नगर निगम में भाजपा के सदस्य आए हैं, तब से चंडीगढ़ विकास के मामले में पिछड़ता ही चला गया.
सीनियर कांग्रेस नेता तिवारी ने कहा कि चंडीगढ़ के विकास में जो योजनाएं शुरू होनी थी, उनमें से कोई भी योजना शुरू नहीं हो पाई. इनमें सबसे बड़ी योजना यह थी कि चंडीगढ़ में रहने वाले लोगों को उनके घरों का मालिकाना हक दिलाना, क्योंकि जिन लोगों ने चंडीगढ़ में अपने घर बनाए हैं, वह भी उस घर के कानूनी तौर पर मालिक नहीं हैं, इसलिए उन्हें मालिकाना हक दिलाना जरूरी है.
इसके अलावा मनीष तिवारी ने कहा कि कांग्रेस चंडीगढ़ में मेट्रो चलाना चाहती थी, मगर सांसद किरण खेर ने आते ही इस प्रोजेक्ट को बंद करवा दिया. तिवारी ने ये भी कहा कि चंडीगढ़ में कचरे का मसला भी काफी बड़ा है. डंपिंग ग्राउंड की समस्या का समाधान अभी तक नहीं किया जा सका है. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में ट्रैफिक की समस्या भी विकराल रूप धारण कर चुकी है, लेकिन भाजपा ने इस और भी कोई ध्यान नहीं दिया.