चंडीगढ़: महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती पूरे प्रदेश में मनाई गई. इसी के साथ ही देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी मनाई गई. इस अवसर पर प्रदेश भर में तरह तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसी कड़ी में हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्यपाल ने राजभवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित भी किया. कार्यक्रम में गांधी के प्रिय भजनों का गायन भी हुआ. इसके साथ ही सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया.
राज्यपाल का संबोधन
सर्वधर्म प्रार्थना सभा के जरिए विभिन्न धर्मों के प्रचारकों ने सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया. अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि गांधी ने समाज को सर्वधर्म समन्वय की शिक्षा दी. "अपनी इसी शिक्षा को एकसूत्र में पिरोकर गांधी ने देश को स्वचंत्रता दिलाई." राज्यपाल ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य-अहिंसा के रास्ते पर चलते हए मानवता को शांति का संदेश दिया.
शास्त्री ने देश को आत्मेनिर्भर बनाया
उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता का मार्ग मजबूत करने के लिए गांधी जी ने कई आंदोलन चलाया. इसके साथ ही सत्यदेव नारायण ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने देश की स्वायतता और आत्मनिर्भरता के लिए काम किया. उन्होंने कहा कि जिसके चलते खाद्यान और सुरक्षा के मामले में भारत आज आत्मनिर्भर है. इसके साथ ही बड़ी मात्रा में भारत खाद्यान सामाग्री का निर्यात करते हैं.
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जय जवान-जय किसान का नारा
इसके साथ ही उन्होने कहा कि शास्त्री जी ने जय जवान-जय किसान का नारा दिया था. जिस नारे ने देश में हरित क्रांति को आगे बढ़ाया. राज्यपाल ने कहा कि गांधी और शास्त्री के आदर्शों पर चल कर बहुत से महानपुरुषों ने अपने जीवन व्यतीत किए. नारायण आर्य ने कहा कि जब हम इन दोनों महापुरूषों का विचार करते हैं, तो हमें ज्ञान होता है कि भारत कैसा होना चाहिए.