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सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए अस्पताल किए तय, जानिए किस जिले के लोग कहां करवा सकते हैं इलाज

हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जिलेवार मेडिकल कॉलेज तय किए हैं. राज्य सरकार ने इस बीमारी के इलाज के लिए प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों को अधिकृत कर दिया है.

haryana black fungus treatment hospitals
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Published : May 23, 2021, 8:32 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में म्युकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस नामक बीमारी से ग्रस्त मरीज अब पीजीआई रोहतक समेत प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज करवा सकते हैं. राज्य सरकार ने इस बीमारी के इलाज के लिए प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों को अधिकृत कर दिया है.

इन अस्पतालों में होगा ब्लैक फंगस का इलाज-

  • रोहतक, जींद, महेन्द्रगढ़ व चरखी दादरी जिलों के ब्लैक फंगस बीमारी से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए पंडित भगवत दयाल शर्मा स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, रोहतक को अधिकृत किया गया है.
  • इसी प्रकार, पलवल के हथीन उपमंडल तथा नूंह व गुरुग्राम जिलों के लिए शहीद हसन खां मेवाती राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, नल्हड़ को अधिकृत किया गया है.
  • रेवाड़ी, नूंह व गुरुग्राम जिलों के लिए एसजीटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बुढ़ेडा, गुरुग्राम को भी अधिकृत किया गया है.
  • सोनीपत व पानीपत जिलों के मरीजों लिए भगत फूल सिंह राजकीय महिला चिकित्सा महाविद्यालय, खानपुर कलां के साथ-साथ एन.सी.मेडिकल कॉलेज इसराना, पानीपत को भी अधिकृत किया गया है.
  • इसी तरह, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद व भिवानी जिलों के लिए महाराजा अग्रसेन चिकित्सा महाविद्यालय, अग्रोहा को और करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र व यमुनानगर जिलों के लिए कल्पना चावला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, करनाल को अधिकृत किया गया है.
  • रेवाड़ी व झज्जर जिलों के लिए वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, झज्जर को जबकि अम्बाला व कुरुक्षेत्र जिलों के लिए आदेश चिकित्सा विज्ञान संस्थान, शाहबाद को अधिकृत किया गया है.
  • पंचकूला व अम्बाला जिलों के लिए महर्षि मार्कंडेश्वर मेडिकल साइंस एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, मुलाना को भी अधिकृत किया गया है.
  • फरीदाबाद जिले के लिए ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल,फरीदाबाद को अधिकृत किया गया है. पलवल, नूंह व फरीदाबाद जिलों के लिए अल-फ्लाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, धौज टिकरी खेड़ा, फरीदाबाद को भी अधिकृत किया गया है.

ऐसे मिलेगा इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी

ब्लैक फंगस बीमारी से पीडि़त व्यक्ति ई-मेल amphobharyana@gmail.com पर निर्धारित प्रोफार्मा भरकर डॉक्टर के हस्ताक्षर उपरांत इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी प्राप्त कर सकते हैं, जो इस बीमारी के इलाज के लिए काफी कारगर है. इसके अलावा, अधिक जानकारी के लिए http://haryanahealth.nic.in/defaultnew.thml पर भी लॉगइन किया जा सकता है. साथ ही, इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन एम्फोटेरीसिन-बी हासिल करने की प्रक्रिया भी निर्धारित कर दी है.

केंद्र सरकार से 12,000 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन मांगे

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमने केंद्र सरकार से 12,000 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की मांग की है, जोकि ब्लैक फंगस के उपचार में काम आते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी हमारे पास 1250 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन रोगियों के इलाज के लिए उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के अभी तक 421 मरीज सामने आए हैं, जोकि राज्य के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं.

सबसे अधिक मामले गुरुग्राम में

ब्लैक फंगस के सबसे अधिक 149 मामले गुरुग्राम में पाए गए हैं. इसके अलावा, हिसार में 88, फरीदाबाद में 50, रोहतक में 26, सिरसा में 25, करनाल में 17, पानीपत में 15, अम्बाला में 11, भिवानी में 8 मामले तथा शेष अन्य जिलों में हैं. इनके उपचार के लिए राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में 20-20 बेड ब्लैक फंगस के लिए रिजर्व किए गए हैं, जहां सभी जिलों के मरीजों को रेफर किया जा रहा है.

महामारी के बारे में लिखा जाएगा, ताकि भविष्य में मदद मिले

स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि कोरोना के इतिहास और संबंधित गतिविधियों को लिखने के लिए पीजीआई रोहतक के चिकित्सकों की एक टीम भी बनाई है ताकि भविष्य में यदि 100 साल बाद इस तरह की कोई महामारी आती है तो आज के समय में हमारे द्वारा की गई व्यवस्थाओं का फायदा भावी पीढ़ियां ले सकें.

ये भी पढे़ं- ब्लैक फंगस और कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए क्या करेगी सरकार ? सुनिए क्या कहा स्पीकर ने

चंडीगढ़: हरियाणा में म्युकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस नामक बीमारी से ग्रस्त मरीज अब पीजीआई रोहतक समेत प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज करवा सकते हैं. राज्य सरकार ने इस बीमारी के इलाज के लिए प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों को अधिकृत कर दिया है.

इन अस्पतालों में होगा ब्लैक फंगस का इलाज-

  • रोहतक, जींद, महेन्द्रगढ़ व चरखी दादरी जिलों के ब्लैक फंगस बीमारी से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए पंडित भगवत दयाल शर्मा स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, रोहतक को अधिकृत किया गया है.
  • इसी प्रकार, पलवल के हथीन उपमंडल तथा नूंह व गुरुग्राम जिलों के लिए शहीद हसन खां मेवाती राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, नल्हड़ को अधिकृत किया गया है.
  • रेवाड़ी, नूंह व गुरुग्राम जिलों के लिए एसजीटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बुढ़ेडा, गुरुग्राम को भी अधिकृत किया गया है.
  • सोनीपत व पानीपत जिलों के मरीजों लिए भगत फूल सिंह राजकीय महिला चिकित्सा महाविद्यालय, खानपुर कलां के साथ-साथ एन.सी.मेडिकल कॉलेज इसराना, पानीपत को भी अधिकृत किया गया है.
  • इसी तरह, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद व भिवानी जिलों के लिए महाराजा अग्रसेन चिकित्सा महाविद्यालय, अग्रोहा को और करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र व यमुनानगर जिलों के लिए कल्पना चावला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, करनाल को अधिकृत किया गया है.
  • रेवाड़ी व झज्जर जिलों के लिए वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, झज्जर को जबकि अम्बाला व कुरुक्षेत्र जिलों के लिए आदेश चिकित्सा विज्ञान संस्थान, शाहबाद को अधिकृत किया गया है.
  • पंचकूला व अम्बाला जिलों के लिए महर्षि मार्कंडेश्वर मेडिकल साइंस एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, मुलाना को भी अधिकृत किया गया है.
  • फरीदाबाद जिले के लिए ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल,फरीदाबाद को अधिकृत किया गया है. पलवल, नूंह व फरीदाबाद जिलों के लिए अल-फ्लाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, धौज टिकरी खेड़ा, फरीदाबाद को भी अधिकृत किया गया है.

ऐसे मिलेगा इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी

ब्लैक फंगस बीमारी से पीडि़त व्यक्ति ई-मेल amphobharyana@gmail.com पर निर्धारित प्रोफार्मा भरकर डॉक्टर के हस्ताक्षर उपरांत इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी प्राप्त कर सकते हैं, जो इस बीमारी के इलाज के लिए काफी कारगर है. इसके अलावा, अधिक जानकारी के लिए http://haryanahealth.nic.in/defaultnew.thml पर भी लॉगइन किया जा सकता है. साथ ही, इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन एम्फोटेरीसिन-बी हासिल करने की प्रक्रिया भी निर्धारित कर दी है.

केंद्र सरकार से 12,000 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन मांगे

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमने केंद्र सरकार से 12,000 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की मांग की है, जोकि ब्लैक फंगस के उपचार में काम आते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी हमारे पास 1250 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन रोगियों के इलाज के लिए उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के अभी तक 421 मरीज सामने आए हैं, जोकि राज्य के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं.

सबसे अधिक मामले गुरुग्राम में

ब्लैक फंगस के सबसे अधिक 149 मामले गुरुग्राम में पाए गए हैं. इसके अलावा, हिसार में 88, फरीदाबाद में 50, रोहतक में 26, सिरसा में 25, करनाल में 17, पानीपत में 15, अम्बाला में 11, भिवानी में 8 मामले तथा शेष अन्य जिलों में हैं. इनके उपचार के लिए राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में 20-20 बेड ब्लैक फंगस के लिए रिजर्व किए गए हैं, जहां सभी जिलों के मरीजों को रेफर किया जा रहा है.

महामारी के बारे में लिखा जाएगा, ताकि भविष्य में मदद मिले

स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि कोरोना के इतिहास और संबंधित गतिविधियों को लिखने के लिए पीजीआई रोहतक के चिकित्सकों की एक टीम भी बनाई है ताकि भविष्य में यदि 100 साल बाद इस तरह की कोई महामारी आती है तो आज के समय में हमारे द्वारा की गई व्यवस्थाओं का फायदा भावी पीढ़ियां ले सकें.

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