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ईटीवी भारत से खास बातचीत में बोले भूपेंद्र हुड्डा- सत्र के पहले दिन ही लाएंगे अविश्वास प्रस्ताव

गुरुवार को कांग्रेस के विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में राजभवन तक पैदल मार्च किया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि वो सत्र के पहले ही दिन अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे.

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नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा
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Published : Feb 4, 2021, 4:07 PM IST

Updated : Mar 1, 2021, 1:31 PM IST

चंडीगढ़: कांग्रेस के विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस विधायकों ने राजभवन तक पैदल मार्च किया, लेकिन पुलिस की तरफ से सभी विधायकों को रास्ते में रोक लिया गया. इस दौरान पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के राज्यपाल राजभवन में नहीं है. जिसके बाद कांग्रेस के विधायकों को वापस लौटना पड़ा.

चौथी बार हम राज्यपाल से नहीं मिल पाएं- हुड्डा

नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ऐसा चौथी बार हुआ है. कल हमें कहा गया था कि आज मिलने को लेकर बताया जाएगा. जब सभी विधायक पैदल मार्च कर के राजभवन पहुंचे तो कहा गया कि राज्यपाल नहीं है. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी बनती है कि लोगों के बात राज्यपाल के सामने रखें. राज्यपाल की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि हम लोगों की बात को सुनें.

ईटीवी भारत से खास बातचीत में क्या बोले भूपेंद्र हुड्डा? देखिए वीडियो

ये पढ़ें- राज्यसभा में दीपेंद्र हुड्डा ने उठाया किसान आंदोलन का मुद्दा, बोले- प्रजातंत्र पर प्रचार तंत्र हावी हो गया है

सदन में लाएंगे अविश्वास प्रस्ताव- हुड्डा

वहीं हुड्डा ने कहा कि आगामी बजट सत्र में एपीएमसी एक्ट में अमेंडमेंट लाएंगे, ताकि जो एमएसपी से कम पर खरीद करें उसके खिलाफ कार्रवाई हो. इसके अलावा सदन में कृषि कानूनों को रद्द करवाने को लेकर भी प्रस्ताव कांग्रेस की तरफ से दिया जाएगा. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि कौन से विधायक किसानों के साथ विधायक हैं और कौन नहीं. अविश्वास प्रस्ताव लाने से चेहरे बेनकाब हो जाएंगे.

बिजली-पानी, इंटरनेट बंद की करते हैं निंदा- हुड्डा

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कृषि कानूनों को लेकर चल रहे कृषि आंदोलन पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार की तरफ से मनमानी की गई है. आंदोलन में बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए गए, इंटरनेट बंद कर दिया गया, इस फैसले की निंदा करते हैं.

ये भी पढ़ें- बीजेपी छोड़ चुके बलवान दौलतपुरिया ने किसान आंदोलन के लिए टिकरी कूच किया

आंदोलन चलाना लोकतांत्रिक अधिकार है- हुड्डा

उन्होंने कहा कि सरकार को सभी सुविधाएं दी जानी चाहिए, क्योंकि आंदोलन चलाना सभी का लोकतांत्रिक अधिकार है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 26 जनवरी में मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों के कार्यक्रम बदले गए, जिसका मतलब है कि सरकार विश्वास खो चुकी है. दो निर्दलीय विधायक सरकार से समर्थन वापस ले चुके हैं. जबकि जेजेपी के विधायक की रोज सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते हैं.

अभय चौटाला के इस्तीफे पर साधा निशाना

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अभय चौटाला के इस्तीफे कहा कि विधानसभा में इस्तीफा देने पर सरकार को राहत मिलेगी, जबकि उन्हें विधानसभा में लड़ाई लड़नी चाहिए थी. पीठ दिखाकर नहीं जाना चाहिए था. हुड्डा ने कहा कि अब सरकार को बहुमत के लिए 45 विधायकों की जरूरत है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अभय चौटाला पर निशाना साधते हुए कहा कि कंडेला में जब गोलियां मारी गई तब वह विधायक थे. तब क्यों नहीं विधायकों के समर्थन में उन्होंने इस्तीफा दिया.

ये भी पढे़ं- अविश्वास प्रस्ताव से साफ हो जाएगा कि कौन जनता के हित में हैं और कौन नहीं- किरण चौधरी

चंडीगढ़: कांग्रेस के विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस विधायकों ने राजभवन तक पैदल मार्च किया, लेकिन पुलिस की तरफ से सभी विधायकों को रास्ते में रोक लिया गया. इस दौरान पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के राज्यपाल राजभवन में नहीं है. जिसके बाद कांग्रेस के विधायकों को वापस लौटना पड़ा.

चौथी बार हम राज्यपाल से नहीं मिल पाएं- हुड्डा

नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ऐसा चौथी बार हुआ है. कल हमें कहा गया था कि आज मिलने को लेकर बताया जाएगा. जब सभी विधायक पैदल मार्च कर के राजभवन पहुंचे तो कहा गया कि राज्यपाल नहीं है. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी बनती है कि लोगों के बात राज्यपाल के सामने रखें. राज्यपाल की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि हम लोगों की बात को सुनें.

ईटीवी भारत से खास बातचीत में क्या बोले भूपेंद्र हुड्डा? देखिए वीडियो

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सदन में लाएंगे अविश्वास प्रस्ताव- हुड्डा

वहीं हुड्डा ने कहा कि आगामी बजट सत्र में एपीएमसी एक्ट में अमेंडमेंट लाएंगे, ताकि जो एमएसपी से कम पर खरीद करें उसके खिलाफ कार्रवाई हो. इसके अलावा सदन में कृषि कानूनों को रद्द करवाने को लेकर भी प्रस्ताव कांग्रेस की तरफ से दिया जाएगा. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि कौन से विधायक किसानों के साथ विधायक हैं और कौन नहीं. अविश्वास प्रस्ताव लाने से चेहरे बेनकाब हो जाएंगे.

बिजली-पानी, इंटरनेट बंद की करते हैं निंदा- हुड्डा

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कृषि कानूनों को लेकर चल रहे कृषि आंदोलन पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार की तरफ से मनमानी की गई है. आंदोलन में बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए गए, इंटरनेट बंद कर दिया गया, इस फैसले की निंदा करते हैं.

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आंदोलन चलाना लोकतांत्रिक अधिकार है- हुड्डा

उन्होंने कहा कि सरकार को सभी सुविधाएं दी जानी चाहिए, क्योंकि आंदोलन चलाना सभी का लोकतांत्रिक अधिकार है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 26 जनवरी में मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों के कार्यक्रम बदले गए, जिसका मतलब है कि सरकार विश्वास खो चुकी है. दो निर्दलीय विधायक सरकार से समर्थन वापस ले चुके हैं. जबकि जेजेपी के विधायक की रोज सरकार के खिलाफ बयानबाजी करते हैं.

अभय चौटाला के इस्तीफे पर साधा निशाना

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अभय चौटाला के इस्तीफे कहा कि विधानसभा में इस्तीफा देने पर सरकार को राहत मिलेगी, जबकि उन्हें विधानसभा में लड़ाई लड़नी चाहिए थी. पीठ दिखाकर नहीं जाना चाहिए था. हुड्डा ने कहा कि अब सरकार को बहुमत के लिए 45 विधायकों की जरूरत है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अभय चौटाला पर निशाना साधते हुए कहा कि कंडेला में जब गोलियां मारी गई तब वह विधायक थे. तब क्यों नहीं विधायकों के समर्थन में उन्होंने इस्तीफा दिया.

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Last Updated : Mar 1, 2021, 1:31 PM IST
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