रेवाड़ी: जिले में सीआरपीएफ जवान की उपचार के दौरान मौत हो गई. आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा.
बता दें कि झारखंड के धनबाद में तैनात केंद्रीय रिर्जव पुलिस बल का हैड कांस्टेबल भूप सिंह महेंद्रगढ़ जिले के गांव डालनवास का रहने वाला था, जिसकी उपचार के दौरान ही मौत हो गई. जवान का आज उसके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
इस मौके पर उनके पार्थिव शरीर के साथ आए एएसआई हरिन्द्रसिंह ने सीआरपीएफ और सतनाली थाना प्रभारी सतबीर सिंह राठौड ने प्रशासन की तरफ से पुष्पचक्र अर्पित कर उनको अंतिम विदाई दी. सीआरपीएफ के एएसआई हरिन्द्र सिंह ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से हैड कॉस्टेबल भूप सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
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अस्पताल में उपचार के दौरान सीआईएसएफ हैड कॉस्टेबल भूप सिंह की मौत हो गई. जवान एचसी भूपसिंह के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव डालनवास लाया गया. जैसे ही उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो उनके घर और गांव का माहौल गमगीन हो गया. इस मौके पर एएसआई हरिन्द्रसिंह ने सीआरपीएफ और सतनाली थाना प्रभारी सतबीर सिंह राठौड ने प्रशासन की ओर से एचसी भूप सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर राजकीस सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी.
इस दौरान थाना प्रभारी सतबीर सिंह और गांव के लोगों ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार उपस्थित सभी ने मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस बनाकर अंतिम विदाई दी.
परिजनों ने बताया कि भूप सिंह 1993 में सीआईएसएफ में भर्ती हुए थे. अपने सेवा काल के दौरान वे देश के विभिन्न हिस्सों में तैनात रहे और वर्तमान में झारखंड के धनबाद में तैनात थे. वे अपने पीछे माता धर्मादेवी, पत्नी बबीता देवी, दो पुत्र रविन्द्र और कृष्ण कुमार को छोड़ कर गए हैं. हैड कांस्बेबल भूपसिंह के बड़े लड़के की शादी हो चुकी है जबकि छोटा अविवाहित है.