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चंडीगढ़ में घर जाने को तरस रहे मजदूर, प्रशासन से लगाई गुहार

चंडीगढ़ में अन्य राज्यों के कई ऐसे मजदूर हैं जो काम बंद होने की वजह से परेशान हैं. अब इनके सामने परेशानी ये है कि ना तो इनके जेब में पैसे बचे हैं और ना ही खाने-पीने की कोई उचित व्यवस्था है. ऐसे ही कुछ लोगों से बात की ईटीवी भारत की टीम ने...

labour problem during lock down
चंडीगढ़ में लॉकडाउन की वजह से फसे मजदूर
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Published : Mar 28, 2020, 11:46 PM IST

चंडीगढ़: लॉकडाउन ने मजदूरी करने वाले लोगों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत खड़ी कर दी है. परेशानी ये है की लॉक डाउन से हर तरह के काम बंद हो गए हैं, जिसकी वजह से रोजी रोटी का संकट उनके सामने खड़ा हो गया है. ऐसे में ये लोग जहां भी फंसे हैं. वहां से अपने राज्यों को वापस लौटना चाहते हैं, लेकिन उचित व्यवस्था ना होने से इनके सामने कई तरह की परेशानियां खड़ी हो रही हैं.

चंडीगढ़ में अन्य राज्यों के कई ऐसे मजदूर हैं जो काम बंद होने की वजह से परेशान हैं. अब इनके सामने परेशानी ये है कि ना तो इनके जेब में पैसे बचे हैं और ना ही खाने-पीने की कोई उचित व्यवस्था है. ऐसे ही कुछ लोगों से बात की ईटीवी भारत की टीम ने.

देश में लॉकडाउन होने से मजदूरों के सामने खड़ी हुई मुश्किल

उत्तर प्रदेश के रहने वाले ये लोग वापस अपने घर लौटना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन ने जो व्यवस्था अभी बनाई है वो इनके लिए जी का जंजाल बन गई है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि जो व्यवस्था प्रशासन की है वो कहीं ना कहीं इनके जेब पर भारी पड़ती नजर आ रही है. जब हमने इन लोगों से बात की तो उनका कहना था कि प्रशासन ने जो व्यवस्था की है उससे इनके सामने दिक्कतें आ रही हैं.

ये भी पढ़िए: लॉक डाउन में क्या-क्या सहूलियत मिलती हैं और क्या अपराध की श्रेणी में आता है, जानें यहां

लोगों ने बताया कि प्रशासन एक साथ 5 लोगों का पास बनवा रहा है और ये पांच लोग किसी छोटी गाड़ी से ही अपने प्रदेश को लौट सकते हैं, लेकिन जो गाड़ी वाले हैं वो लोग 24000 से 30000 रुपये ले रहे हैं और इतना पैसा दे पाना इनके लिए मुश्किल है, क्योंकि इतनी रकम एक साथ इकट्ठा होना एक मजदूर के पास मुश्किल है. अब ये लोग प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि वो ऐसी व्यवस्था करें जिससे ये आसानी से अपने घरों तक पहुंच सके.

चंडीगढ़: लॉकडाउन ने मजदूरी करने वाले लोगों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत खड़ी कर दी है. परेशानी ये है की लॉक डाउन से हर तरह के काम बंद हो गए हैं, जिसकी वजह से रोजी रोटी का संकट उनके सामने खड़ा हो गया है. ऐसे में ये लोग जहां भी फंसे हैं. वहां से अपने राज्यों को वापस लौटना चाहते हैं, लेकिन उचित व्यवस्था ना होने से इनके सामने कई तरह की परेशानियां खड़ी हो रही हैं.

चंडीगढ़ में अन्य राज्यों के कई ऐसे मजदूर हैं जो काम बंद होने की वजह से परेशान हैं. अब इनके सामने परेशानी ये है कि ना तो इनके जेब में पैसे बचे हैं और ना ही खाने-पीने की कोई उचित व्यवस्था है. ऐसे ही कुछ लोगों से बात की ईटीवी भारत की टीम ने.

देश में लॉकडाउन होने से मजदूरों के सामने खड़ी हुई मुश्किल

उत्तर प्रदेश के रहने वाले ये लोग वापस अपने घर लौटना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन ने जो व्यवस्था अभी बनाई है वो इनके लिए जी का जंजाल बन गई है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि जो व्यवस्था प्रशासन की है वो कहीं ना कहीं इनके जेब पर भारी पड़ती नजर आ रही है. जब हमने इन लोगों से बात की तो उनका कहना था कि प्रशासन ने जो व्यवस्था की है उससे इनके सामने दिक्कतें आ रही हैं.

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लोगों ने बताया कि प्रशासन एक साथ 5 लोगों का पास बनवा रहा है और ये पांच लोग किसी छोटी गाड़ी से ही अपने प्रदेश को लौट सकते हैं, लेकिन जो गाड़ी वाले हैं वो लोग 24000 से 30000 रुपये ले रहे हैं और इतना पैसा दे पाना इनके लिए मुश्किल है, क्योंकि इतनी रकम एक साथ इकट्ठा होना एक मजदूर के पास मुश्किल है. अब ये लोग प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि वो ऐसी व्यवस्था करें जिससे ये आसानी से अपने घरों तक पहुंच सके.

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