चंडीगढ़: हरियाणा की राजनीति में कांग्रेस ने बड़ा फेरबदल करते हुए कुमारी सैलजा को प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस अब नई ऊर्जा के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी. शनिवार को कुमारी सैलजा ने चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पहुंचकर पदभार ग्रहण किया. इस दौरान हुई विधायक दल की बैठक में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता चुना गया.
अशोक तंवर और किरण चौधरी रहे नदारद
इस दौरान गुलाम नबी आजाद, रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत दीपेंद्र सिंह हुड्डा ओर कैप्टन अजय यादव भी कार्यक्रम में मौजूद रहे. बता दें कि इस खास मौके पर हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर और कांग्रेस की पूर्व सीएलपी लीडर किरण चौधरी नदारद रहीं. दोनों के कार्यक्रम में ना पहुंचने पर हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने भी माना कि दोनों को कार्यक्रम में पहुंचना चाहिए था.
इस दौरान गुलाम नबी आजाद ने माना कि कांग्रेस की तरफ से दोनों नेताओं को चुनने में देर हुई है, लेकिन वो ये भी दावा करते नजर आए कि हरियाणा कांग्रेस की टीम विधानसभा चुनाव में न केवल लड़ेगी बल्कि बीजेपी को धाराशाई भी करेगी. आजाद ने कहा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएलपी नेता ने भी क्षमता से अच्छा काम किया है, ये कतई मतलब नहीं है कि उनमें कमी थी. आजाद ने कहा हुड्डा ओर सैलजा कि संगठन में नियुक्ति के बाद कार्यकर्ताओं में काफी जोश है.
गौरतलब है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा किसी समय में धुर विरोधी हुआ करते थे. फिलहाल कांग्रेस हाईकमान की तरफ से दोनों को जो जिम्मेदारी दी गई है. उसके बाद दोनों एक साथ नजर आए और मिलकर चलने का संदेश भी कार्यकर्ताओं को देते नजर आए. कुमारी सैलजा के आगे प्रदेश में रूठे हुए नेताओं को मना कर साथ लेकर चलना अहम जिम्मेदारी रहेगी.