दिल्ली/चंडीगढ़: मंडियों में किसानों और आढ़तियों को हो रही परेशानियों को लेकर बुधवार को बीजेपी विधायक असीम गोयल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. वो बुधवार सुबह हरियाणा विधानसभा के बाहर सांकेतिक धरने पर बैठे. हालांकि इस दौरान उन्होंने मंडियों में हो रही परेशानियों का ठीकरा हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस और खाद्य आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास पर फोड़ा, लेकिन असीम गोयल के धरने ने विपक्ष को जरूर मौका दे दिया है.
किरण चौधनी ने असीम गोयल के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज हरियाणा का किसान परेशान है. जब कांग्रेस इस मुद्दे को उठाती है तो बीजेपी कहती है कि हम राजनीति कर रहे हैं, लेकिन अब बीजेपी के ही एक विधायक ने सरकार की पोल खोली है.विधायक ने सरकार को आइना दिखाने का काम किया हैकिरण चौधरी ने आगे कहा कि विधायक के धरने के बाद भी सरकार का इस ओर ध्यान नहीं जा रही है.
कांग्रेस विधायक ने कहा कि मंडियों में धान बिखरी हुई है, लेकिन कोई खरीदारी नहीं हो रही. किसान सरकार की ओर से आने वाले एसएमएस का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि तोशाम में बाजरे और मूंग के रजिस्ट्रेशन के नाम पर फर्जीवाड़ा हो रहा है, लेकिन सरकार है कि चुप बैठी है.
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गौरतलब है कि विपक्षी दल जहां मंडी में खरीद ना होने के आरोप सरकार पर लगा रहे हैं. वहीं बीजेपी के अंबाला शहर से विधायक असीम गोयल ने विपक्ष के इन आरोपों को हवा देते हुए विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया था. हालांकि उन्होंने इसके लिए पीके दास को जिम्मेदार ठहराया था. बाद में सीएम मनोहर लाल ने असीम गोयल को जवाब देते हुए कहा कि किसी एक अधिकारी गलती बताना गलत है, क्योंकि अधिकारी वही करता है जो उसे सरकार करने के लिए कहती है.