ETV Bharat / state

बीजेपी के 'दिल्ली दरबार' पहुंचा सीएम और विज का CID विवाद, अब जेपी नड्डा करवाएंगे सुलह - manohar lal khattar cid dispute

कई दिनों से चल रहा सीआईडी विवाद अब सुलझ सकता है. दरअसल, बीजेपी हाईकमान ने सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि दोनों के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बात की है. साथ ही दोनों को ही मामले को सुलझाने के निर्देश दिए हैं.

jp nadda meeting with cm manohar lal and anil vij on haryana CID dispute
jp nadda meeting with cm manohar lal and anil vij on haryana CID dispute
author img

By

Published : Jan 21, 2020, 10:19 AM IST

दिल्ली/चंडीगढ़: बीते काफी समय से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के बीच सीआईडी विभाग को लेकर विवाद जारी है. विवाद ये है कि सीआईडी विभाग किसके अंतर्गत आएगा, लेकिन अब इस विवाद से सुलझने की उम्मीद दिखाई दे रही है.

सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज से बातचीत की है. खबर है कि सोमवार देर रात को गृह मंत्री अनिल विज को जेपी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय पर बुलाया. बता दें कि कल ही पार्टी मुख्यालय में सभी मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया था. इस बैठक के बाद भी सीएम खट्टर रुके रहे और बाद में अनिल विज को भी दिल्ली बुलाया गया.

ये भी खबर है कि रात 12 बजे एक ही गाड़ी से सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज हरियाणा भवन पहुंचे. फिलहाल, उनके बीच चल रहा सीआईडी विवाद अब आलाकमान के सामने है. पार्टी आलाकमान ने सीएम मनोहर लाल और अनिल विज को इस विवाद को सुलझाने के भी निर्देश दिए हैं.

ये भी पढ़ें- बीजेपी हाईकमान तक पहुंचा सीआईडी को लेकर सीएम और गृहमंत्री के बीच खींचतान का मामला

क्या है सीआईडी विवाद?
कई दिनों से चल रहा सीआईडी विवाद अब और ज्यादा उलझ सकता है. इस पूरे प्रकरण की जानकारी भाजपा हाईकमान को दे दी गई है और फैसला भी हाईकमान के ऊपर छोड़ दिया गया है. प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज अपने पास से सीआईडी को ऐसे ही नहीं जाने देना चाहते, वह इसको अपने पास रखने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं. जानकारी यहां तक भी है कि अगर सीआईडी उन के पास से जाती है तो वह गृह विभाग को छोड़ सकते हैं.

इस सरकार में अनिल विज को मिली है पावर
अब बीजेपी और मनोहर सरकार का दूसरा कार्यकाल चल रहा है और इस कार्यकाल में विज को फुल पावर मिली है. गृह विभाग उनके पास है, लेकिन अब सीआईडी को लेकर खींचतान मची हुई है. जहां सीएमओ की ओर से सीआईडी को अलग विभाग बनाने के लिए तैयारी चल रही है तो वहीं अनिल विज ने भी सारा मामला हाईकमान के संज्ञान में ला दिया है और फैसला भी भाजपा हाईकमान पर छोड़ दिया है.

खींचतान पर टिकी प्रदेश की निगाहें
इस सब के बाद प्रदेश की जनता के साथ साथ अधिकारियों की भी निगाहें इस बात पर टिकी हुई हैं कि आखिर जीत किस की होती है. जीत से मतलब है आखिर सीआईडी अनिल विज के पास ही रहता है या फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसे अपने पास रख लेते हैं.

दिल्ली/चंडीगढ़: बीते काफी समय से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के बीच सीआईडी विभाग को लेकर विवाद जारी है. विवाद ये है कि सीआईडी विभाग किसके अंतर्गत आएगा, लेकिन अब इस विवाद से सुलझने की उम्मीद दिखाई दे रही है.

सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज से बातचीत की है. खबर है कि सोमवार देर रात को गृह मंत्री अनिल विज को जेपी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय पर बुलाया. बता दें कि कल ही पार्टी मुख्यालय में सभी मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया था. इस बैठक के बाद भी सीएम खट्टर रुके रहे और बाद में अनिल विज को भी दिल्ली बुलाया गया.

ये भी खबर है कि रात 12 बजे एक ही गाड़ी से सीएम मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज हरियाणा भवन पहुंचे. फिलहाल, उनके बीच चल रहा सीआईडी विवाद अब आलाकमान के सामने है. पार्टी आलाकमान ने सीएम मनोहर लाल और अनिल विज को इस विवाद को सुलझाने के भी निर्देश दिए हैं.

ये भी पढ़ें- बीजेपी हाईकमान तक पहुंचा सीआईडी को लेकर सीएम और गृहमंत्री के बीच खींचतान का मामला

क्या है सीआईडी विवाद?
कई दिनों से चल रहा सीआईडी विवाद अब और ज्यादा उलझ सकता है. इस पूरे प्रकरण की जानकारी भाजपा हाईकमान को दे दी गई है और फैसला भी हाईकमान के ऊपर छोड़ दिया गया है. प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज अपने पास से सीआईडी को ऐसे ही नहीं जाने देना चाहते, वह इसको अपने पास रखने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं. जानकारी यहां तक भी है कि अगर सीआईडी उन के पास से जाती है तो वह गृह विभाग को छोड़ सकते हैं.

इस सरकार में अनिल विज को मिली है पावर
अब बीजेपी और मनोहर सरकार का दूसरा कार्यकाल चल रहा है और इस कार्यकाल में विज को फुल पावर मिली है. गृह विभाग उनके पास है, लेकिन अब सीआईडी को लेकर खींचतान मची हुई है. जहां सीएमओ की ओर से सीआईडी को अलग विभाग बनाने के लिए तैयारी चल रही है तो वहीं अनिल विज ने भी सारा मामला हाईकमान के संज्ञान में ला दिया है और फैसला भी भाजपा हाईकमान पर छोड़ दिया है.

खींचतान पर टिकी प्रदेश की निगाहें
इस सब के बाद प्रदेश की जनता के साथ साथ अधिकारियों की भी निगाहें इस बात पर टिकी हुई हैं कि आखिर जीत किस की होती है. जीत से मतलब है आखिर सीआईडी अनिल विज के पास ही रहता है या फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसे अपने पास रख लेते हैं.

Intro:Body:

दिल्ली 

  

 *मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विवाद को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की दोनों से बातचीत - सूत्र* 



कल देर रात पार्टी मुख्यालय में गृह मंत्री अनिल विज को बुलाया गया - सूत्र



प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री परिषद बैठक के बाद मुख्यमंत्री पार्टी मुख्यालय ही रुके रहे -सूत्र



मुख्यमंत्री की हुई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात 



हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज भी देर रात 11:00 बजे पार्टी मुख्यालय पहुंचे 



 *पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी*



पार्टी आलाकमान के सामने  मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की हुई बातचीत - सूत्र



रात 12:00 बजे बीजेपी मुख्यालय से हरियाणा भवन एक ही गाड़ी में पहुंचे मुख्यमंत्री और गृहमंत्री 



 *सीआईडी विवाद सुलझने की उम्मीद* 



बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने आया पूरा मामला - सूत्र



मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के भी सामने रखा पूरा विवाद



पार्टी आलाकमान की तरफ से हरियाणा में सीआईडी विवाद को दिए गए हैं दिशानिर्देश


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.