चंडीगढ़: भारतीय रेलवे राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर कई बड़े शहरों के लिए हाई स्पीड एलिवेटेड ट्रैक बनाने की योजना तैयार कर रहा है. हरियाणा और चंडीगढ़ के लोगों के लिए खुशखबरी ये है कि ये ट्रेक चंडीगढ़ से होते हुए दिल्ली-जयपुर, मुंबई-पुणे, बैंगलोर-चेन्नई और दिल्ली-अमृतसर जैसे शहरों के लिए चलेगी. इसके लिए प्रत्यक्ष बजट सहायता के माध्यम से प्रति किलोमीटर 150-160 करोड़ रुपये की जरूरत होगी.
रेलवे ने विभिन्न जोन के प्रमुखों को ऐसे ट्रैक बिछाने के लिए अध्ययन करने का निर्देश दिया है, जिनका उपयोग इंटर-सिटी फास्ट ट्रेन सेवाओं के लिए किया जा सकता है. पहचाने गए ज्यादातर मार्ग रूट 200-300 किमी की सीमा में हैं. इन शहरों के लिए प्रीमियम ट्रेन सेवाओं की बड़ी मांग है. इस साल फरवरी में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तेज यात्री ट्रेनों को चलाने के विकल्प के रूप में एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के निर्माण को हरी झंडी दिखाई थी. जापान, कोरिया और यूरोप के कई देशों में एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के जरिए हाई स्पीड ट्रेनें पहले से चल रही हैं.
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रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, मौजूदा ट्रैक के साथ-साथ एलिवेटेड ट्रैक बनाने में कम खर्च आएगा क्योंकि रेलवे को बमुश्किल अधिक जमीन हासिल करने की जरूरत होगी. इसलिए इन परियोजनाओं को जल्दी से लागू किया जा सकता है. एलिवेटेड मेट्रो रेल नेटवर्क और रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम के निर्माण की तुलना में प्रति किमी निर्माण लागत बहुत कम होगी. वंदे भारत ट्रेनों के उत्पादन में तेजी और भविष्य में अधिकतम गति को 220 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने का सरकार का लक्ष्य ऐसे एलिवेटेड ट्रैक्स पर ट्रेनों के संचालन के लिए रोलिंग स्टॉक की आवश्यकता को पूरा करेगा.
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