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परेशान सरकार का ऐलान, पानीपत में पराली से बनेगा बायो डीजल - waste management plant in haryana

विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान सीएम ने जानकारी दी कि अगले साल इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की तरफ से वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाएगा. पूरे पानीपत जिले और थोड़ा हिस्सा करनाल, जींद और सोनीपत जिले का पराली वेस्ट वो इकट्ठा करेंगे. उन्होंने कहा कि अंबाला और यमुनानगर में पराली खरीदने की प्रकिया शुरू हो गई है.

पानीपत में ऊर्जा संयंत्र लगाएगा भारतीय तेल निगम
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Published : Nov 6, 2019, 10:55 AM IST

Updated : Nov 6, 2019, 11:10 AM IST

चंडीगढ़ः विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में किसानों का मुद्दा जोरों से उठाया गया. इस दौरान विपक्ष ने किसानों की मुख्य समस्या पराली जलाने को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की. जिसका मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी जवाब दिया. सीएम ने बताया कि पानीपत में भारतीय तेल निगम एक ऊर्जा प्लांट लगाएगा.

ऊर्जा प्लांट का निर्माण

पराली के संबंध में सीएम ने कहा कि पिछले साल पराली प्रबंधन के लिए किसानों को लगभग 10 हजार मशीने 80 प्रतिशत सब्सिडी के साथ उपलब्ध करवाई गई थी. उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस साल भी 15 हजार मशीनें किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं. सीएम ने कहा कि सरकार के इस कदम से प्रदेश में बढ़ रहे प्रदूषण पर काबू पाया जा सकता है. सीएम ने जानकारी दी कि अगले साल इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की तरफ से वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाएगा. पूरे पानीपत जिले और थोड़ा हिस्सा करनाल, जींद और सोनीपत जिले का वो वेस्ट इकट्ठा करेंगे. उन्होंने कहा कि अंबाला और यमुनानगर में पराली खरीदने की प्रकिया शुरू हो गई है.

सदन में सीएम खट्टर ने किया ये ऐलान

ये भी पढ़ेंः जानिए विधानसभा की कार्यवाही में आज मुख्यमंत्री ने क्या-क्या घोषणाएं की ?

दिल्ली में प्रदूषण पर सीएम ने जताई चिंता

वहीं दिल्ली में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर पर भी सीएम ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि प्रदूषण का गम्भीर मामला केवल पराली जलने से ही नहीं है, इसके अन्य कारण भी है. पराली से 18 से 20 प्रतिशत तक ही प्रदूषण होता है. उन्होंने कहा कि 25 सितंबर से 2 नवंबर तक हरियाणा के धान बाहुल्य जिलों में पराली जलाने के मामलों में गिरावट आई है.

पराली पर क्या बोले सीएम ?

सीएम ने कहा कि पराली जलाने के मामले हरियाणा में बहुत कम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि डेढ़ महीने में पराली जलाने के 4341 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि पराली न जलाई जाए इसके लिए सख्ती की गई है. वहीं उन्होंने कहा कि किसान पराली न जलाए इसके लिए कई तरह के प्रावधान किए गए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं. पराली प्रबंधन के लिए 10 हजार मशीने पिछले साल बांटी गईं. 14-15 हजार मशीने इस साल बांटी हैं. सीएम ने कहा कि 80 फीसदी मशीनों पर सरकार सब्सिडी दे रही है.

चंडीगढ़ः विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में किसानों का मुद्दा जोरों से उठाया गया. इस दौरान विपक्ष ने किसानों की मुख्य समस्या पराली जलाने को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की. जिसका मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी जवाब दिया. सीएम ने बताया कि पानीपत में भारतीय तेल निगम एक ऊर्जा प्लांट लगाएगा.

ऊर्जा प्लांट का निर्माण

पराली के संबंध में सीएम ने कहा कि पिछले साल पराली प्रबंधन के लिए किसानों को लगभग 10 हजार मशीने 80 प्रतिशत सब्सिडी के साथ उपलब्ध करवाई गई थी. उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस साल भी 15 हजार मशीनें किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं. सीएम ने कहा कि सरकार के इस कदम से प्रदेश में बढ़ रहे प्रदूषण पर काबू पाया जा सकता है. सीएम ने जानकारी दी कि अगले साल इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की तरफ से वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाएगा. पूरे पानीपत जिले और थोड़ा हिस्सा करनाल, जींद और सोनीपत जिले का वो वेस्ट इकट्ठा करेंगे. उन्होंने कहा कि अंबाला और यमुनानगर में पराली खरीदने की प्रकिया शुरू हो गई है.

सदन में सीएम खट्टर ने किया ये ऐलान

ये भी पढ़ेंः जानिए विधानसभा की कार्यवाही में आज मुख्यमंत्री ने क्या-क्या घोषणाएं की ?

दिल्ली में प्रदूषण पर सीएम ने जताई चिंता

वहीं दिल्ली में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर पर भी सीएम ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि प्रदूषण का गम्भीर मामला केवल पराली जलने से ही नहीं है, इसके अन्य कारण भी है. पराली से 18 से 20 प्रतिशत तक ही प्रदूषण होता है. उन्होंने कहा कि 25 सितंबर से 2 नवंबर तक हरियाणा के धान बाहुल्य जिलों में पराली जलाने के मामलों में गिरावट आई है.

पराली पर क्या बोले सीएम ?

सीएम ने कहा कि पराली जलाने के मामले हरियाणा में बहुत कम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि डेढ़ महीने में पराली जलाने के 4341 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि पराली न जलाई जाए इसके लिए सख्ती की गई है. वहीं उन्होंने कहा कि किसान पराली न जलाए इसके लिए कई तरह के प्रावधान किए गए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं. पराली प्रबंधन के लिए 10 हजार मशीने पिछले साल बांटी गईं. 14-15 हजार मशीने इस साल बांटी हैं. सीएम ने कहा कि 80 फीसदी मशीनों पर सरकार सब्सिडी दे रही है.

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Last Updated : Nov 6, 2019, 11:10 AM IST
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