चंडीगढ़: चंडीगढ़ में आयोजित किए जा रहे मिल्ट्री लिटरेचर फेस्टिवल में जहां एक तरफ भारतीय सेना की ओर से अपने कई आधुनिक हथियारों को दिखाया गया है. वहीं इस फेस्टिवल में आकाश टी90 को भी प्रदर्शित किया जा रहा है. आकाश टैंक टी90 भारतीय सेना का एक सबसे उन्नत टैंक है. ये टैंक सेना के कई मुश्किल ऑपरेशन में अपने जौहर दिखा चुका है.
5 किलोमीटर की रेंज रखता है आकाश टैंक (टी90)
तकनीकी तौर पर बात की जाए तो ये टैंक साल 2000 में रूस से मंगवाया गया था और इसका नाम है टी90, लेकिन भारत में लाने के बाद किसका नाम आकाश रखा गया. आकाश टैंक 5 किलोमीटर दूर स्थित दुश्मन के ठिकानों की धज्जियां उड़ा सकता है, चाहे वो चौकी हो बंकर हो या कोई टैंक हो. ये टैंक किसी भी तरह के टारगेट को पूरी तरह से बर्बाद करने के लिए सक्षम है.
टैंक में लगाई है एयरक्राफ्ट गन
इस टैंक में एक एंटी एयरक्राफ्ट गन भी लगाई गई है, जिसकी रेंज करीब 2 किलोमीटर है, यानी वो टैंक से 2 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ रहे विमानों को अपना निशाना बना सकती है. इस तरह इस टैंक में जमीन से हवा में मार करने वाली एंटी एयरक्राफ्ट गन भी लगाई गई है. जिससे ये टैंक हवा में भी अपना आतंक मचा सकता है.
आकाश टैंक के लिए पानी नहीं कोई रुकावट
मिली जानकारी के अनुसार ये टैंक पूरी तरह से वाटरप्रूफ है. अगर इसके रास्ते में कोई नदी आ जाए तो ये टैंक पूरी तरह से डूब कर भी उस नदी को पार कर दूसरी तरफ बाहर निकल जाएगा. स्टैंड का वजन करीब साढ़े 40 टन है इसके बावजूद ये 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है.
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पहाड़ी इलाकों में तैनात है भारत की शान आकाश टैंक
भारत में इस टैंक को पहले पाकिस्तान के साथ लगती राजस्थान और पंजाब की सीमाओं पर तैनात किया गया था, लेकिन इसकी क्षमताओं को देखते हुए इसे अब लद्दाख जैसे पहाड़ी इलाकों में भी तैनात कर दिया गया है.