चंडीगढ़: हरियाणा सरकार में आईएएस अधिकारी और विसलब्लोअर के तौर पर जाने जाने वाले चर्चित अधिकारी अशोक खेमका एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं. जानकारी के मुताबिक अशोक खेमका ने इस बार सरकार से विजिलेंस विभाग में नियुक्ति की मांग की है. बताया जा रहा है कि इस बारे में उन्होंने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है. बताया जा रहा है कि अशोक खेमका ने चिट्ठी में जो भी लिखा है कि वे अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार को बिल्कुल खत्म कर देंगे. साथ ही बताया जा रहा है कि अशोक खेमका ने अधिकारियों के विभागों को लेकर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने लिखा है कि काम का एकतरफा बंटवारा सही नहीं है.
अशोक खेमका हमेशा ही भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. ऐसे में उनके द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए सीएम को पत्र लिखने के कई मायने हैं. बताया जा रहा है कि खेमका ने पत्र में कहा है कि करप्शन हर जगह है, और वे इस को जड़ से खत्म करना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने लिखा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में वह हमेशा से आगे रहे हैं। ऐसे में भ्रष्टाचार को खत्म करने में सरकार के सर्तकता विभाग की इसमें अहम भूमिका है.
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— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) January 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
A Govt officer is assigned min. 40 hours work per week. But there is a new trick in the book to tackle the honest and the unyielding. Assign little work, bypassing Civil Services Board.
Destroy self-respect and heap indignities. Whose interest does it serve?
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— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) January 9, 2023
A Govt officer is assigned min. 40 hours work per week. But there is a new trick in the book to tackle the honest and the unyielding. Assign little work, bypassing Civil Services Board.
Destroy self-respect and heap indignities. Whose interest does it serve?Once again archived.
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) January 9, 2023
A Govt officer is assigned min. 40 hours work per week. But there is a new trick in the book to tackle the honest and the unyielding. Assign little work, bypassing Civil Services Board.
Destroy self-respect and heap indignities. Whose interest does it serve?
बता दें कि बीती 9 जनवरी को अशोक खेमका का तबादला हुआ था, उनको अभिलेखागार का मुखिया बनाया गया था, जबकि इससे पहले भी विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में एसीएस के पद पर तैनात थे. अशोक खेमका की अभी तक अपनी कथित साल की नौकरी में 56 बार ट्रांसफर हो चुके हैं.
कौन हैं अशोक खेमका?: बता दें कि प. बंगाल की राजधानी कोलकाता में जन्मे अशोक खेमका 1991 बैच के IAS हैं. उन्होंने 1988 में प्रौद्योगिकी खड़गपुर के भारतीय संस्थान से स्नातक और टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान, मुंबई से कंप्यूटर साइंस में PHD और MBA किया है. हालांकि बीजेपी से पहले कांग्रेस की हुड्डा सरकार में भी खेमका का दर्जनों बार ट्रांसफर हो चुका है.
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