चंडीगढ़: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने विकास दुबे की तर्ज पर हरियाणा पुलिस द्वारा एनकाउंटर करने की आशंका जताई है. उसने इसके लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका लगाई. याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार से जवाब मांगा है.
हाई कोर्ट ने ये भी साफ किया कि अगली सुनवाई तक अगर पुलिस लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ करना चाहे तो वो केवल भरतपुर की केंद्रीय जेल में और प्राधिकरण के वारंट से ही कर सकेगी. अब हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट में 18 सितंबर तक जवाब दाखिल करना होगा.
बिश्नोई को सता रहा एनकाउंटर का डर
बता दें कि याचिका दाखिल करते हुए बिश्नोई ने कहा कि 31 जुलाई को हरियाणा पुलिस ने सिरसा के डबवाली में उसके खिलाफ हत्या व विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया था. वर्तमान में वो राजस्थान के भरतपुर की केंद्रीय जेल में सजा काट रहा है और हरियाणा पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर जाना चाहती है.
बिश्नोई ने आशंका जताई कि जिस प्रकार कानपुर पुलिस ने विकास दुबे को एनकाउंटर में मार दिया, उसी प्रकार उसकी हत्या भी एनकाउंटर दिखाकर की जा सकती है. बिश्नोई ने उच्च न्यायालय से अपील की थी कि जब हरियाणा पुलिस उसे लेकर जाए तो उसे उचित सुरक्षा मुहैया करवाई जाए ताकि विकास दुबे की तर्ज पर उसका भी एनकाउंटर न कर दिया जाए.
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इसके साथ ही उसे ले जाते हुए उसके हाथ पांव बांधकर रखे जाएं ताकि पुलिस की हथियार छीन कर भागने का प्रयास करते हुए एनकाउंटर करने की कहानी साबित ना हो पाए. इससे पहले भी चंडीगढ़ और सिरसा की अदालत में पेशी के दौरान इसी तरह की शर्त लगाकर बिश्नोई ने याचिका दाखिल की है.
कौन है लॉरेंस बिश्नोई ?
लॉरेंस बिश्नोई कुख्यात गैंगस्टर है. जो 2 साल से भरतपुर की जेल में बंद है. 31 मई को चंडीगढ़ सेक्टर-33 में शराब कारोबारी सिंगला की कोठी पर गोलियां बरसाई गई थीं और 2 जून को सेक्टर-9 स्थित शराब के ठेके पर भी गोलीबारी हुई थी. इन दोनों मामलों में पुलिस गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को प्रोडक्शन वारंट पर चंडीगढ़ लाना चाहती है. बता दें कि, जिस समय दोनों घटनाएं हुईं, वो जेल में था. पुलिस की जांच में लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था.