चंडीगढ़: हरियाणा उर्दू साहित्य अकादमी ने साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन किया. जिसमें 2017-18 और 2018-19 के 25 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया.
सभी साहित्यकारों को राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में वर्ष 2017-18 का हरियाणा का सबसे बड़ा उर्दू पुरस्कार 'फखरे हरियाणा' महेंद्र प्रताप चांद को दिया गया. वहीं वर्ष 2018 19 का 'फखरे हरियाणा' बीड़ी कालिया अहमद को दिया गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल सत्यदेव नारायाण आर्य ने कहा कि उर्दू प्राचीन काल से ही सूफी-संतों और कव्वालियों की भाषा रही है. जिन्होंने जरुरत पड़ने पर समाज को एक नई दिशा देने का काम किया. राज्यपाल ने कहा कि हिंदी भाषा में उर्दू-फारसी जैसी कई भाषाओं का समावेश है. इसी कारण भारत को अनेकता में एकता वाला देश कहा जाता है.
पानीपत के उर्दू लेखक और शायर अल्ताफ हुसैन हाली का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वे भारत के ऐसे पहले उर्दू साहित्यकार थे. जिन्होंने महिला उत्थान के लिए अपनी कलम चलाई थी.