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हरियाणा में कैसे और कब-कब बढ़े कोरोना वायरस के मामले

हरियाणा में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं. हरियाणा सरकार की तरफ से समय-समय पर कई अहम कदम उठाए गए. इस खबर में जानें कि हरियाणा में कब और कैसे बढ़े कोरोना के मामले.

हरियाणा में कैसे और कब-कब बढ़े कोरोना वायरस के मामले
हरियाणा में कैसे और कब-कब बढ़े कोरोना वायरस के मामले
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Published : Apr 7, 2020, 10:35 PM IST

Updated : May 12, 2020, 4:02 PM IST

चंडीगढ़: भारत में भी कोरोना वायरस बड़े संकट के तौर पर उभरता नजर आ रहा है. हालांकि, भारत में स्थिति दूसरे देशों के मुकाबले कुछ हद तक कंट्रोल में नजर आ रही है. वहीं बात अगर हरियाणा की करें तो हरियाणा में भी लगातार कोरोना के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं.

हालांकि हरियाणा सरकार की तरफ से समय-समय पर कई अहम कदम उठाए गए. देशभर के साथ-साथ हरियाणा ने भी जब कोरोना के बड़े संकट का आभास किया तो अपने स्तर पर कई बड़े कदम उठाए. हरियाणा में कोरोना को लेकर यात्रियों की निगरानी शुरु करने के साथ कब-कब मामले बढ़े और क्या बड़े कदम उठाए गए इसपर नजर डालना बहुत जरूरी हैै.

haryana state coronavirus positive cases
हरियाणा सरकार का 6 मार्च का हेल्थ बुलेटिन.

हरियाणा में कोरोना के मामले 1 से लेकर 119 कैसे हुए ?

गुरुग्राम में पेटीएम के एक कर्मचारी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद हरियाणा सरकार 5 मार्च से पूरी तरह से सतर्क हो गई. कोरोना को लेकर सरकार की तरफ से 6 मार्च को पहला मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया. जिसमें कोरोना को वैश्विक महामारी घोषित करने के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना संभावित मरीजों की संख्या और हिदायतों के बारे में जानकारी दी गई.

haryana state coronavirus positive cases
हरियाणा सरकार का 7 अप्रैल का हेल्थ बुलेटिन.

हरियाणा के पहले मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, नोवल कोरोना वायरस को WHO की तरफ से नोवल कोरोना वायरस (2019-nCoV) अंतर्राष्ट्रीय चिंता (PHEIC) के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में महामारी घोषित किया है. सभी जिलों के हेल्पलाइन नम्बर जारी कर दिए गए. उस समय 86 देशों को प्रभावित कर चुके कोरोना के दुनिया भर में कुल 95,333 मामले और 3,285 मौतो का सरकारी आंकड़ा था. राज्य में, 1132 व्यक्ति निगरानी में हैं.

हरियाणा में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 763 बेड की क्षमता वाले सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में 146 आइसोलेशन वार्ड बनाए गए. हरियाणा सरकार की तरफ से पहले मेडिकल बुलिटीन जारी करने और हरियाणा में सामने आए पहले कोरोना के मरीज की जानकारी भी सबसे पहले ईटीवी ने ही दिखाई.

haryana state coronavirus positive cases
हरियाणा सरकार का 7 अप्रैल का हेल्थ बुलेटिन.

बायोमैट्रिक अटेंडेंस हुई बंद

सरकार के कई विभागों ने कोरोना के खतरे को देखते हुए बायोमेट्रिक अटेंडेंस बंद कर दी और 9 मार्च को सभी कार्यालयों में इसको बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए. हालांकि इस दौरान राज्यसभा चुनाव को लेकर नॉमिनेशन की प्रक्रिया भी चली मगर इसके एक दिन बाद 14 मार्च को मुख्यमंत्री की तरफ से प्रदेश वासियों के नाम पहला संदेश जारी किया गया.

कोरोना को लेकर जारी इस संदेश में मुख्यमंत्री की तरफ से 8558893911 हेल्प डेस्क ओर जिला स्तर पर हेल्प लाइन डेस्क 108 स्थापित किए जाने की जानकारी दी गई. भीड़भाड़ वाली जगहों पर ना जाने की अपील भी की गई. 15 मार्च को डीजी जेल की तरफ से नए कैदियों को अलग बैरक में रखने के आदेश जेल अधीक्षकों को दिए.

सभी सार्वजनिक स्थलों को किया गया बंद

15 मार्च तक देश मे 107 मामले सामने आ चुके थे, लेकिन हरियाणा में कोई पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया था. हालांकि 2876 लोगों को निगरानी में रखा गया था. 15 मार्च को सभी स्कूलों, सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल, नाइट क्लब बन्द करने के निर्देश जारी किए गए. 200 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगा दी गई.

16 मार्च को गुरुग्राम की 26 वर्षीय युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई, जो कि मलेशिया से लौटी थी. 17 मार्च से प्रदेश में खिलाड़ियों के लिए ग्राउंड में प्रैक्टिस बन्द कर दी गई. 19 मार्च को सरकार ने सभी किसान मंडियों को बंद करने के आदेश जारी किए. इस बीच 19 मार्च को हरियाणा के कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1 से बढ़कर 4 हो गई.

अभी तक सामने आए सभी मरीज गुरुग्राम से थे. 1 पुरुष समेत 3 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव थे और सभी विदेश से लौटे थे. 20 मार्च को देश के प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी प्रदेश के हालातों ओर प्रबंधों की जानकारी दी.

20 मार्च को सरकार ने आदेश जारी कर 50 वर्ष से ऊपर के सरकारी कर्मचारियों, गर्भवती महिला कर्मचारियों को घरों में रहकर काम करने के आदेश जारी किए. 20 मार्च को सरकारी कार्यालयों में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई. बता दें, 20 मार्च को कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 6 हो चुकी थी. फरीदाबाद ओर पानीपत से भी एक-एक मामला सामने आया.

23 मार्च को हुआ हरियाणा लॉकडाउन

21 मार्च तक संख्या 6 से बढ़कर 8 हो गई. पंचकूला ओर सोनीपत से भी मामला सामने आया. 22 मार्च को सरकार ने 6 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की ओर 23 मार्च को पूरे हरियाणा में लॉकडाउन करने के आदेश जारी कर दिए. आवश्यक सेवाओं को जारी रखने के निर्देश जारी किए गए.

23 मार्च को मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कोरोना रिलीफ फंड बनाने की घोषणा की ओर 5 लाख आपने खाते से इसमें डाले. इसके साथ ही गरीब मजदूरों, रेहड़ी फड़ी वालों समेत गरीब बीपीएल परिवारों के लिए 1200 करोड़ के पैकेज की भी घोषणा की.

25 मार्च तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 17 हो चुकी थी. इसमें 10 मामले गुरुग्राम, 2 मामले पानीपत, 2 फरीदाबाद, पंचकूला 1, पलवल 1, सोनीपत से एक मामला सामने आ चुका था. कोरोना से संक्रमित लोगों के आइसोलेटिड वार्ड में ड्यूटी या कोविड टेस्टिंग लैब में तैनात और इस प्रकार के कार्य में लगे कर्मचारियों को दी जाने वाली 10 लाख रुपये की एक्स-ग्रेशिया राशि को बढ़ाने का निर्णय लिया गया.

मुख्यमंत्री की तरफ से डॉक्टरों के लिए एक्स-ग्रेशिया राशि को 50 लाख रुपये, नर्सों के लिए 30 लाख रुपये व अन्य कर्मचारी, चाहे पक्के हों या अनुबंध पर, के लिए 20 लाख रुपये किया गया. 27 मार्च तक 19 मामले हो चुके थे. 28 तक मामले 20 हुए.

प्रवासी मजदूरों का पलायन बना मुसीबत

इस बीच राहत की खबर सामने आई जिसमें 20 मरीजों में से 6 ठीक होकर घर पहुंचे. वहीं प्रवासी मजदूरों के पलायन की समस्या खड़ी हुई तो सरकार ने जिलों के उपायुक्तों को जिलों के बॉर्डर सील कर सभी प्रवासियों के रहने खाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.

129 शेल्टर होम्स बनाकर 29328 श्रमिकों के भोजन की व्यवस्था की गई. 30 मार्च तक कोरोना पॉजिटिव की संख्या 22 हो चुकी थी. इस बीच तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों मामला सामने आया, जिसने दिल्ली से सटे हरियाणा समेत सभी राज्यों और देश की चिंता बढ़ा दी.

30 मार्च को मंत्रिमंडल की अहम बैठक बुलाई गई. 31 मार्च को कोरोना पॉजिटिव की संख्या 29 हो गई. 1 अप्रैल को गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में 503 जमातियों के होने की जानकारी साझा की. जिसमें से 72 लोग विदेशी भी थे. जिन्हें चिन्हित किए जाने का काम किया गया.

2 अप्रैल को मरकज से लौटे जमातियों की संख्या 1277 पहुंच गई. जिसमें से 107 विदेशी भी थे. एक्शन लेते हुए कई विदेशी जमातियों पर एफआईआर हुई और पासपोर्ट जब्त किए गए . इनमें से 725 लोगों को क्वारंटीन किया गया.

3 अप्रैल तक 43 मरीजों में से 13 ठीक होकर घर भी पहुंचे. इसी बीच 9 नए मामले सामने आ गए, जिसके बाद से संख्या 54 हुई. 4 अप्रैल तक कोरोना पॉजिटिव की संख्या प्रदेश में 70 तक पहुंच गई. सबसे अधिक मरीज 16 पलवल के थे. एक दिन में 26 मामले सामने आए. 5 अप्रैल को पहले बुलेटिन में आंकड़ा 76 तक पहुंच गया.

6 अप्रैल को 20 मामले सामने आने के बाद संख्या 96 हो गई. एक दिन में 20 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए. 96 मामलों में सबसे अधिक पलवल के 26 मामले गुरुग्राम के 18 मामले, फरीदाबाद के 14, नूंह के 14 मामले, करनाल के 5, पानीपत 4, सिरसा 3, अम्बाला 3, भिवानी 2, पंचकूला 2, चरखी दादरी 1, हिसार 1, रोहतक 1, सोनीपत 1 और कैथल से 1 मामला सामने आया.

हरियाणा में 119 हुए कोरोना पॉजिटिव केस

7 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 119 हो चुकी है. सबसे ज्यादा 30 करोना के मरीज नूंह जिले में, 25 कोरोना के मरीज पलवल में और 20 कोरोना के मरीज फरीदाबाद से हैं.

चंडीगढ़: भारत में भी कोरोना वायरस बड़े संकट के तौर पर उभरता नजर आ रहा है. हालांकि, भारत में स्थिति दूसरे देशों के मुकाबले कुछ हद तक कंट्रोल में नजर आ रही है. वहीं बात अगर हरियाणा की करें तो हरियाणा में भी लगातार कोरोना के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं.

हालांकि हरियाणा सरकार की तरफ से समय-समय पर कई अहम कदम उठाए गए. देशभर के साथ-साथ हरियाणा ने भी जब कोरोना के बड़े संकट का आभास किया तो अपने स्तर पर कई बड़े कदम उठाए. हरियाणा में कोरोना को लेकर यात्रियों की निगरानी शुरु करने के साथ कब-कब मामले बढ़े और क्या बड़े कदम उठाए गए इसपर नजर डालना बहुत जरूरी हैै.

haryana state coronavirus positive cases
हरियाणा सरकार का 6 मार्च का हेल्थ बुलेटिन.

हरियाणा में कोरोना के मामले 1 से लेकर 119 कैसे हुए ?

गुरुग्राम में पेटीएम के एक कर्मचारी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद हरियाणा सरकार 5 मार्च से पूरी तरह से सतर्क हो गई. कोरोना को लेकर सरकार की तरफ से 6 मार्च को पहला मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया. जिसमें कोरोना को वैश्विक महामारी घोषित करने के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना संभावित मरीजों की संख्या और हिदायतों के बारे में जानकारी दी गई.

haryana state coronavirus positive cases
हरियाणा सरकार का 7 अप्रैल का हेल्थ बुलेटिन.

हरियाणा के पहले मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, नोवल कोरोना वायरस को WHO की तरफ से नोवल कोरोना वायरस (2019-nCoV) अंतर्राष्ट्रीय चिंता (PHEIC) के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में महामारी घोषित किया है. सभी जिलों के हेल्पलाइन नम्बर जारी कर दिए गए. उस समय 86 देशों को प्रभावित कर चुके कोरोना के दुनिया भर में कुल 95,333 मामले और 3,285 मौतो का सरकारी आंकड़ा था. राज्य में, 1132 व्यक्ति निगरानी में हैं.

हरियाणा में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 763 बेड की क्षमता वाले सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में 146 आइसोलेशन वार्ड बनाए गए. हरियाणा सरकार की तरफ से पहले मेडिकल बुलिटीन जारी करने और हरियाणा में सामने आए पहले कोरोना के मरीज की जानकारी भी सबसे पहले ईटीवी ने ही दिखाई.

haryana state coronavirus positive cases
हरियाणा सरकार का 7 अप्रैल का हेल्थ बुलेटिन.

बायोमैट्रिक अटेंडेंस हुई बंद

सरकार के कई विभागों ने कोरोना के खतरे को देखते हुए बायोमेट्रिक अटेंडेंस बंद कर दी और 9 मार्च को सभी कार्यालयों में इसको बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए. हालांकि इस दौरान राज्यसभा चुनाव को लेकर नॉमिनेशन की प्रक्रिया भी चली मगर इसके एक दिन बाद 14 मार्च को मुख्यमंत्री की तरफ से प्रदेश वासियों के नाम पहला संदेश जारी किया गया.

कोरोना को लेकर जारी इस संदेश में मुख्यमंत्री की तरफ से 8558893911 हेल्प डेस्क ओर जिला स्तर पर हेल्प लाइन डेस्क 108 स्थापित किए जाने की जानकारी दी गई. भीड़भाड़ वाली जगहों पर ना जाने की अपील भी की गई. 15 मार्च को डीजी जेल की तरफ से नए कैदियों को अलग बैरक में रखने के आदेश जेल अधीक्षकों को दिए.

सभी सार्वजनिक स्थलों को किया गया बंद

15 मार्च तक देश मे 107 मामले सामने आ चुके थे, लेकिन हरियाणा में कोई पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया था. हालांकि 2876 लोगों को निगरानी में रखा गया था. 15 मार्च को सभी स्कूलों, सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल, नाइट क्लब बन्द करने के निर्देश जारी किए गए. 200 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगा दी गई.

16 मार्च को गुरुग्राम की 26 वर्षीय युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई, जो कि मलेशिया से लौटी थी. 17 मार्च से प्रदेश में खिलाड़ियों के लिए ग्राउंड में प्रैक्टिस बन्द कर दी गई. 19 मार्च को सरकार ने सभी किसान मंडियों को बंद करने के आदेश जारी किए. इस बीच 19 मार्च को हरियाणा के कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1 से बढ़कर 4 हो गई.

अभी तक सामने आए सभी मरीज गुरुग्राम से थे. 1 पुरुष समेत 3 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव थे और सभी विदेश से लौटे थे. 20 मार्च को देश के प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी प्रदेश के हालातों ओर प्रबंधों की जानकारी दी.

20 मार्च को सरकार ने आदेश जारी कर 50 वर्ष से ऊपर के सरकारी कर्मचारियों, गर्भवती महिला कर्मचारियों को घरों में रहकर काम करने के आदेश जारी किए. 20 मार्च को सरकारी कार्यालयों में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई. बता दें, 20 मार्च को कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 6 हो चुकी थी. फरीदाबाद ओर पानीपत से भी एक-एक मामला सामने आया.

23 मार्च को हुआ हरियाणा लॉकडाउन

21 मार्च तक संख्या 6 से बढ़कर 8 हो गई. पंचकूला ओर सोनीपत से भी मामला सामने आया. 22 मार्च को सरकार ने 6 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की ओर 23 मार्च को पूरे हरियाणा में लॉकडाउन करने के आदेश जारी कर दिए. आवश्यक सेवाओं को जारी रखने के निर्देश जारी किए गए.

23 मार्च को मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कोरोना रिलीफ फंड बनाने की घोषणा की ओर 5 लाख आपने खाते से इसमें डाले. इसके साथ ही गरीब मजदूरों, रेहड़ी फड़ी वालों समेत गरीब बीपीएल परिवारों के लिए 1200 करोड़ के पैकेज की भी घोषणा की.

25 मार्च तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 17 हो चुकी थी. इसमें 10 मामले गुरुग्राम, 2 मामले पानीपत, 2 फरीदाबाद, पंचकूला 1, पलवल 1, सोनीपत से एक मामला सामने आ चुका था. कोरोना से संक्रमित लोगों के आइसोलेटिड वार्ड में ड्यूटी या कोविड टेस्टिंग लैब में तैनात और इस प्रकार के कार्य में लगे कर्मचारियों को दी जाने वाली 10 लाख रुपये की एक्स-ग्रेशिया राशि को बढ़ाने का निर्णय लिया गया.

मुख्यमंत्री की तरफ से डॉक्टरों के लिए एक्स-ग्रेशिया राशि को 50 लाख रुपये, नर्सों के लिए 30 लाख रुपये व अन्य कर्मचारी, चाहे पक्के हों या अनुबंध पर, के लिए 20 लाख रुपये किया गया. 27 मार्च तक 19 मामले हो चुके थे. 28 तक मामले 20 हुए.

प्रवासी मजदूरों का पलायन बना मुसीबत

इस बीच राहत की खबर सामने आई जिसमें 20 मरीजों में से 6 ठीक होकर घर पहुंचे. वहीं प्रवासी मजदूरों के पलायन की समस्या खड़ी हुई तो सरकार ने जिलों के उपायुक्तों को जिलों के बॉर्डर सील कर सभी प्रवासियों के रहने खाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.

129 शेल्टर होम्स बनाकर 29328 श्रमिकों के भोजन की व्यवस्था की गई. 30 मार्च तक कोरोना पॉजिटिव की संख्या 22 हो चुकी थी. इस बीच तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों मामला सामने आया, जिसने दिल्ली से सटे हरियाणा समेत सभी राज्यों और देश की चिंता बढ़ा दी.

30 मार्च को मंत्रिमंडल की अहम बैठक बुलाई गई. 31 मार्च को कोरोना पॉजिटिव की संख्या 29 हो गई. 1 अप्रैल को गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में 503 जमातियों के होने की जानकारी साझा की. जिसमें से 72 लोग विदेशी भी थे. जिन्हें चिन्हित किए जाने का काम किया गया.

2 अप्रैल को मरकज से लौटे जमातियों की संख्या 1277 पहुंच गई. जिसमें से 107 विदेशी भी थे. एक्शन लेते हुए कई विदेशी जमातियों पर एफआईआर हुई और पासपोर्ट जब्त किए गए . इनमें से 725 लोगों को क्वारंटीन किया गया.

3 अप्रैल तक 43 मरीजों में से 13 ठीक होकर घर भी पहुंचे. इसी बीच 9 नए मामले सामने आ गए, जिसके बाद से संख्या 54 हुई. 4 अप्रैल तक कोरोना पॉजिटिव की संख्या प्रदेश में 70 तक पहुंच गई. सबसे अधिक मरीज 16 पलवल के थे. एक दिन में 26 मामले सामने आए. 5 अप्रैल को पहले बुलेटिन में आंकड़ा 76 तक पहुंच गया.

6 अप्रैल को 20 मामले सामने आने के बाद संख्या 96 हो गई. एक दिन में 20 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए. 96 मामलों में सबसे अधिक पलवल के 26 मामले गुरुग्राम के 18 मामले, फरीदाबाद के 14, नूंह के 14 मामले, करनाल के 5, पानीपत 4, सिरसा 3, अम्बाला 3, भिवानी 2, पंचकूला 2, चरखी दादरी 1, हिसार 1, रोहतक 1, सोनीपत 1 और कैथल से 1 मामला सामने आया.

हरियाणा में 119 हुए कोरोना पॉजिटिव केस

7 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 119 हो चुकी है. सबसे ज्यादा 30 करोना के मरीज नूंह जिले में, 25 कोरोना के मरीज पलवल में और 20 कोरोना के मरीज फरीदाबाद से हैं.

Last Updated : May 12, 2020, 4:02 PM IST
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