चंडीगढ़: हरियाणा के नए डीजीपी कौन होंगे. इसको लेकर हरियाणा में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. क्योंकि हरियाणा के मौजूदा डीजीपी पी.के. अग्रवाल जून महीने में सेवानिवृत्त हो रहे हैं. डीजीपी का कार्यकाल दो साल होता है. ऐसे में पी.के. अग्रवाल का कार्यकाल 15 अगस्त तक का है. क्योंकि वे हरियाणा के डीजीपी के पद पर 16 अगस्त 2021 को तैनात हुए थे. यानी वह रिटायरमेंट के अगले दो महीने तक डीजीपी रह सकते हैं.
यह पीके अग्रवाल पर निर्भर करता है कि वह रिटायरमेंट समय पर लेते हैं या फिर नियम के मुताबिक 15 अगस्त तक वे डीजीपी का कार्यकाल पूरा करते हैं. वहीं इस सबके बीच अगला डीजीपी कौन होगा. उसके लिए अभी से लॉबिंग भी शुरू हो गई है. जानकारी के मुताबिक हरियाणा के नए डीजीपी के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के पैनल बनाने की कार्रवाई जल्द ही शुरू हो जाएगी.
बता दें कि डीजीपी नियुक्ति के लिए तीन सीनियर आईपीएस अधिकारियों का पैनल केंद्रीय सेवा आयोग तय करता है. जबकि सीनियर आईपीएस अधिकारियों के नाम का पैनल राज्य सरकार को यूपीएससी को भेजना होता है. जिन तीन नामों को यूपीएससी राज्य सरकार को वापस भेजती है, उसमें से डीजीपी का नाम तय किया जाता है. इसी प्रक्रिया के तहत केंद्रीय सेवा आयोग सीनियर आईपीएस अधिकारियों के पैनल पर चर्चा करेगा और तीन नाम तय करेगा.
जानकारी के अनुसार हरियाणा में डीजीपी की दौड़ में तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सबसे आगे है. इसमें आईपीएस आर. सी. मिश्रा, मोहम्मद अकील और शत्रुजीत कपूर शामिल है. जानकारी के मुताबिक प्रदेश के अगले डीजीपी की दौड़ में शत्रुजीत कपूर सबसे आगे चल रहे हैं. शत्रुजीत कपूर इस वक्त एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे हैं.
शत्रुजीत कपूर 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वे इस वक्त हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजी हैं. शत्रुजीत कपूर सीआईडी के प्रमुख भी रह चुके हैं. साथ ही वे परिवहन विभाग के प्रधान सचिव भी रह चुके हैं. इतना ही नहीं, शत्रुजीत कपूर बिजली विभाग के चेयरमैन के पद पर भी कार्य कर चुके हैं. उन्हें सीएम मनोहर लाल की भी पहली पसंद माना जा रहा है.
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वहीं डॉ. आरसी मिश्रा 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वे वर्तमान में हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के डीजी पद पर कार्यरत हैं. वे पिछली बार भी डीजीपी पद की दौड़ में शामिल थे. हालांकि उस समय वे डीजीपी नहीं बन पाए थे. इस बार वे वरिष्ठता के आधार पर इस पद की दौड़ में शामिल हैं. मोहम्मद अकील भी 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वर्तमान में वे डीजीपी जेल का कार्यभार देख रहे हैं. इसके साथ ही मोहम्मद अकील कई अहम पदों पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वे भी पिछली बार डीजीपी पद की दौड़ में शामिल थे. इस बार भी वरिष्ठता के आधार पर वे इस पद की दौड़ में हैं.