चंडीगढ़: भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में मौसम में बदलाव की संभावना जताई गई है. वहीं, मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के कुछ क्षेत्रों में हीटवेट चलने की संभावना है.
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि 15 जून से हरियाणा में प्री मानसून एक्टिविटी की शुरुआत हो सकती है. मौसम विभाग के निदेशक ने कहा कि, आने वाले दिनों में जैसे ही तापमान अधिक बढ़ना शुरू होगा वैसे ही मौसम में बदलाव देखने के मिलेगा. यह असर पश्चिमी विश्व का ही होगा. हरियाणा में आज मौसम में अधिक बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. हरियाणा में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के रिकॉर्ड किया जाएगा. आने वाले दिनों में हरियाणा में हल्की बारिश हो सकती है. इसके साथ ही अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है.
मौसम विभाग के निदेशक ने कहा कि 14 जून को बारिश होने की आशंका है. उन्होंने कि इस समय मानसून साउथ की तरफ ही रहेगा. लेकिन, वहीं उत्तरी पूर्वी इलाकों में भी मानसून की कुछ झलक देखी जा रही है. त्रिपुरा और असम इलाके हैं जहां सबसे पहले मानसून का असर देखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के आसपास पहुंचने के बाद विभाग मानसून के यहां पहुंचने की बेहतर भविष्यवाणी करने की स्थिति में होगा.
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बता दें कि इस साल केरल में मानसून देरी से पहुंचा है. केरल में 8 जून को मानसून ने दस्तक दी थी. करीब एक सप्ताह की देरी से केरल में मानसून पहुंचा है. ऐसा में संभावना जताई जा रही है कि देश के अन्य राज्यों में भी इस साल मानसून पहुंचने में देरी हो सकती है. वहीं, मानसून देरी से पहुंचने पर केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के सदस्य सचिव शेखर लुकोस कुरियाकोस ने कहा कि उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और तेज बारिश होगी और मानसून देरी से आने की भरपाई हो जाएगी.
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मौसम विभाग के अनुसार 19 मई को मानसून अंडमान निकोबार के नानकोवरी द्वीप पहुंचा था. यहां से करीब 10 दिन बाद मानसून केरल पहुंचता है. वहीं, 15 से 20 जून तक मुंबई, कर्नाटक होते हुए मध्य प्रदेश तक मानसून सक्रिय होता है. इसके अलावा जून के आखिरी सप्ताह तक मानसून उत्तर भारत के राज्यों में पहुंचता है.