चंडीगढ़: दिल्ली में हुई हिंसा पर हरियाणा से निर्दलीय विधायक और बीजेपी-जेजेपी सरकार में बिजली मंत्री रंजीत चौटाला संवेदनहीन बयान दिया है. दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर रंजीत चौटाला का कहना है कि दंगे तो पहले भी होते रहे हैं और इंदिरा गांधी के राज में तो दिल्ली कैसे जली थी ये तो जिंदगी का हिस्सा है.
यानी रणजीत चौटाला की मानें तो देश की राजधानी दिल्ली में हिंसा होना कोई बड़ी बात नहीं है. इस बयान के साथ-साथ रणजीत चौटाला ने केंद्र सरकार की पीठ भी थपथपा दी. रणजीत चौटाला ने कहा कि अब सरकार ने स्थिति को मुस्तैदी से कंट्रोल कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है.
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दरअसल, रंजीत चौटाला से पत्रकारों ने दिल्ली में देर रात हुए उस जज के ट्रांसफर को लेकर सवाल पूछा था. जिन्होंने दिल्ली में हिंसा को लेकर बयान देने वाले नेताओं पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे. इस सवाल का तो रणजीत चौटाला के पास कोई सीधा जवाब नहीं था.
उन्होंने इतना ही जवाब दिया कि ये मामला जुडि्शरी से जुड़ा हुआ है और तो और रणजीत चौटाला के पास जज के ट्रांसफर की पूरी जानकारी भी नहीं थी और इसके पीछे उन्होंने अपनी मजबूरी भी बता दी कि वो विधानसभा सत्र में व्यस्त हैं, लेकिन रणजीत चौटाला दिल्ली में हुई हिंसा पर खुलकर बोल गए.
विवादित बयानों को दिल्ली में हिंसा का कारण माना जा रहा है और अब हिंसा के बाद भी नेता ऐसे ही बयान दे रहे हैं. मुद्दा बहुत गंभीर है, लेकिन नेता गंभीर नहीं होना चाहते. नेता चाहे दिल्ली के हों या हरियाणा के या फिर किसी भी प्रदेश के उन्हें ऐसे बयानों से बचना चाहिए.