चंडीगढ़: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा है कि कानून एवम न्याय के लिए गठित संसदीय स्थाई समिति ने गुरुग्राम की भोंडसी जेल का दौरा (Visit to Bhondsi Jail in Gurugram) किया है. 11 सदस्य संसदीय समिति की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी कर रहे थे. उन्होंने कहा कि संसदीय स्थाई समिति ने जेल में बंद कैदियों को दी जा रही कानूनी सहायता और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए यह दौरा किया है. मंत्री ने यह बात बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कही है.
मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि दरअसल स्थाई समिति जेल के नियमानुसार कैदियों को सहूलत मिल रही है या नहीं इसका निरक्षण करने आई थी. इस दौरान कमेटी के सदस्य जेलों में बंद कैदियों से मिले. इसके साथ ही उन्होने कहा कि हमारी जेलों में संख्या से ज्यादा कैदी है. अगले 2 महीनों में हरियाणा की सभी जेलों का निरीक्षण करूंगा.
गुरमीत राम रहीम की पैरोल पर मंत्री चौटाला ने कहा कि हमारा काम है, उसका खाना, पीना देखना. उसकी सुरक्षा को देखना है. मंत्री ने कहा कि पैरोल पैरोल हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट या डिस्ट्रिक्ट जेल देती है. राम रहीम को भी जो पैरोल मिलती है वो कोर्ट से ही मिलती है. पैरोल देने के निर्देश कोर्ट के होते है. हमारी ड्यूटी उसकी जेल के अंदर तक सीमित है. इसके बाद जब वापिस आ जाएगा उसको जेल में ले लेना है.
जेल के बाहर गुरमीत राम रहीम द्वारा सत्संग करने पर उन्होंने कहा कि कानून और नियम को न हम बदल सकते है. ना ही वो बदल सकता है. जेलों में मोबाइल मिलने के मामले पर उन्होंने कहा कि हमारी जेलों से कैदी ना भागे और ना ही उनका मर्डर हुआ. हमारी जेल बाकी प्रदेश की जेलों से ज्यादा सुरक्षित और अच्छी है. मोबाइल मिलना बहुत छोटी चीजे हैं. हमारे यहां जेलों में बहुत सख्ती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल से कहकर हमने सभी जेलों के वरिष्ठ अधिकरियों को नई स्कार्पियो गाड़ियां दी है. उन्होंने कहा दादरी और फतेहाबाद में नई जेलें बन रही है. इसके अलावा एक रोहतक में भी जेल बन रही है.
चंडीगढ़ में नई हरियाणा विधानसभा (Haryana new assembly in Chandigarh) को जमीन देने के प्रस्ताव पर पंजाब के नेताओ ने खासी आपत्ति जताई इस पर जेल मंत्री मंत्री ने कहा कि जब पजांब हरियाणा का बंटवारा हुआ. उस वक्त हिंदी भाषी इलाके हरियाणा को दिए जाने थे जिसमें चंडीगढ़ और खरड़ भी शामिल था. लेकिन उस वक्त पंजाब में अकालियों का दबदबा था जिस बजह से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस प्रस्ताव को अमलीजामा नही पहनाया गया. चंडीगढ़ में हरियाणा को जमीन देना यह काम केंद्र का है. पंजाब के नेता मात्र वोटो के लिए इस तरह के बयान दे रहे है. पंजाब के नेता इस पर बस राजनीति कर रहे है. वह कुछ भी नहीं कर सकते.
चंडीगढ़ में लव जिहाद जैसा मामला सामने आने पर जेल मंत्री ने कहा कि ऐसे मामले किसी को भी अच्छे नही लगते. यह तो हजारों सालों से होता आ रहा है. सभी लोग इन बातों की निंदा करते है कि ऐसी बाते नही होनी चाहिए. यह समाज और जिसके साथ हुआ है सभी को कलंकित करता है. ऐसी घटनाएं नही होनी चाहिए।