चंडीगढ़: हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल का मामला अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है. पिछले दिनों हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के साथ HCMS डॉक्टरों/पदाधिकारियों की बैठक के बाद प्रदेश में सभी स्वास्थ्य सेवाएं बहाल कर दी गई थी. डॉक्टरों की मांगों को लेकर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में डॉक्टरों की मांगों को लेकर चर्चा हो सकती है.
स्वास्थ्य मंत्री के साथ डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक: हरियाणा डॉक्टर एसोसिएशन से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल आज स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ बैठक करेगा. हरियाणा सचिवालय में होने वाली इस बैठक में डॉक्टरों की मांगों पर बातचीत हो सकती है.स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक के बाद डॉक्टर एक बार फिर से आगामी रणनीति तय करने वाले हैं. बता दें कि विभिन्न मांगों को लेकर डॉक्टरों ने बीते दिनों प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में हड़ताल की थी. डॉक्टरों की हड़ताल के कारण प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई थीं. 29 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने पर सहमति जताई थी.
क्या हैं डॉक्टरों की मांगें?: बता दें कि डॉक्टरों की कुछ मांगें हैं जिसे उन्होंने प्रदेश सरकार के सामने रखा है. डॉक्टरों ने विशेषज्ञ डॉक्टर का कैडर गठित करने, SMO की सीधी भर्ती पर रोक लगाने, ACP मुद्दा और पीजी बॉन्ड राशि एक करोड़ से घटाकर 50 लाख रुपए किए जाने की मांग की है. पिछले दिनों हुई बैठक में स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक ने सभी अस्वीकृत छुट्टियों को देय छुट्टी (पेड लीव) में बदलने का आश्वासन दिया था. अब देखना यह है कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक में किन-किन मांगों पर सहमति बन पाती है.
डॉक्टरों की स्ट्राइक पर भड़क उठे थे स्वास्थ्य मंत्री: बता दें कि हरियाणा के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों को भारी परेशानी हो रही थी. मरीजों की परेशानी को देखते हुए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भड़क उठे थे. कैबिनेट मंत्री ने डॉक्टरों की स्ट्राइक को नाजायज बता दिया था. वहीं,
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