चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने प्रदेश में रहने वाले शहीदों के परिवारों को लेकर बड़ा फैसला किया है. अब सरकार युद्ध में शहीद हुए जवानों की विधवाओं की बेटियों की शादी में वित्तीय मदद करेगी. सरकार की तरफ से पहले भी वित्तीय मदद की जाती थी, लेकिन पहले सुविधा केवल दो लड़कियों तक ही सीमित थी, मगर अब सभी बेटियों की शादी में सरकार वित्तीय मदद देगी.
शहीद जवानों की बेटियों की शादी में सरकार करेगी वित्तीय मदद
इसके साथ ही सरकार की तरफ से राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति देने की तैयारी भी शुरू की जा रही है. हरियाणा के सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव ने कहा कि पूर्व सैनिकों के लाभ के लिए चलाई जा रही योजनाओं को ज्यादा प्रभावशाली ढंग से क्रियान्वित करने के लिए विज्ञापन और मोबाइल संदेश के माध्यम से जागरूक किया जाएगा.
अर्धसैनिक बल के पूर्व सैनिकों को सैनिक की तर्ज पर दी जाएगी सुविधाएं?
अर्ध सैनिक बल के पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को सैनिक की तर्ज पर सुविधाएं देने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व सैनिकों की संख्या 2 लाख 65 हजार 897, युद्ध विधवाएं 1136, शहीद की विधवाएं 78 हजार 122 और सेना में सेवारतों की संख्या 1 लाख 14 हजार 312 है. हरियाणा के सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव ने ये जानकारी दी.
विज्ञापन और मोबाइल संदेश के जरिए किया जाएगा जागरूक
बुधवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के सभी जिला सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों के लाभ के लिए चलाई जा रही योजनाओं को ज्यादा प्रभावशाली ढंग से क्रियांवित करने के लिए विज्ञापन और मोबाइल संदेश के माध्यम से जागरूक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मातनहेल सैनिक स्कूल, झज्जर का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाए.
पूर्व सैनिकों का डाटा जल्द ही ऑनलाइन तैयार किया जाएगा
पूर्व सैनिकों का डाटा जल्द ही ऑनलाइन तैयार किया जाए ताकि उनको और उनके परिवार वालों को अधिक लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों के परिवारों को लाभ देने और सुधार के लिए अधिकारियों से सुझाव भी मांगे हैं. अर्ध सैनिक बल के पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को पूर्व सैनिक की तर्ज पर सुविधाएं देने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा.
ये है आंकड़ा
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व सैनिकों की संख्या 2 लाख 65 हजार 897, युद्ध विधवाएं 1136, शहीद की विधवाएं 78 हजार 122 और सेना में सेवारतों की संख्या 1 लाख 14 हजार 312 है. राष्ट्रीय मिलिट्री कॉलेज देहरादून में हरियाणा के पढ़ने वाले छात्रों को मिलने वाली छात्रवृति को बढ़ाने के साथ ही देश के 5 राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में पढ़ने वाले प्रदेश के छात्रों को भी छात्रवृति देने पर विचार किया जा रहा है.
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सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 7 जिलों में सैनिक परिवार भवनों में चल रहे प्रशिक्षणों को आईटीआई की तर्ज पर किया जाएगा. जिससे अधिक से अधिक बच्चें अपने क्षेत्र में कौशल प्राप्त कर सकें. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के 7 जिलों के सैनिक सदनों का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाए ताकि कैंटीन, ईसीएचएस, जिला कार्यालय और सैनिक विश्राम गृह एक ही स्थान पर आ सकें और पूर्व सैनिकों और विधवाओं को अपने कार्य करवाने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर ना जाना पडें. उन्होनें कहा कि विभाग में जल्द ही रिक्त पदों को भरा जाएगा.