चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने जलभराव और बाढ़ से प्रभावित लोगों को मुआवजा देने के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दावे अपलोड करने की अंतिम तारीख बढ़ा दी है. प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान के सत्यापन, मूल्यांकन और उसके मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 25 अगस्त 2023 कर खुला रहेगा. मुआवजे के लिए बाढ़ प्रभावित लोग ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल https://fasal.haryana.gov.in/farmer/kharabalogin पर आवेदन कर सकते हैं.
इस बात की जानकारी हरियाणा सरकार की तरफ से शनिवार को दी गई है. हरियाणा सीएमओ के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि 'हरियाणा सरकार ने जलभराव एवं बाढ़ से प्रभावित नागरिकों के हित को ध्यान में रखते हुए प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान के सत्यापन, मूल्यांकन और उसके मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दावे अपलोड करने की अंतिम तारीख बढ़ाकर 25 अगस्त 2023 कर दी है।'
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हरियाणा सरकार ने जलभराव एवं बाढ़ से प्रभावित नागरिकों के हित को ध्यान में रखते हुए प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान के सत्यापन, मूल्यांकन और उसके मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दावे अपलोड करने की अंतिम तारीख बढ़ाकर 25 अगस्त 2023 कर दी है।
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मुआवजे के लिए…
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मुआवजे के लिए…हरियाणा सरकार ने जलभराव एवं बाढ़ से प्रभावित नागरिकों के हित को ध्यान में रखते हुए प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान के सत्यापन, मूल्यांकन और उसके मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दावे अपलोड करने की अंतिम तारीख बढ़ाकर 25 अगस्त 2023 कर दी है।
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मुआवजे के लिए…
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के मुताबिक हरियाणा में बाढ़ से 47 लोगों की मौत हुई है. जिनमें से 40 परिवारों को 1 करोड़ 7 लाख रुपये ट्रांसफर किए जा चुका हैं. 7 को भी जल्द मुआवजा दे दिया जाएगा. इसके अलावा बाढ़ से 4 लाख 8 हजार एकड़ के आसपास फसल बर्बाद हुई है. डिप्टी सीएम के मुताबिक हरियाणा में भारी बारिश से करीब 1500 गांवों में पानी घुसा है और 475 मकान नष्ट हुए हैं. करीब 500 किलोमीटर की सड़कें भी जलभराव से प्रभावित हुई हैं.
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बता दें कि पहले ये क्षतिपूर्ति पोर्टल 18 अगस्त तक खुला था. जिसे अब 25 अगस्त तक खोल दिया गया है. आपदा प्रभावित लोग इस पोर्टल पर अपने नुकसान का डाटा अपलोड कर सकते हैं. लगातार किसान पोर्टल में सर्वर डाउन की शिकायत कर रहे थे. जिनकी मांग को ध्यान में रखकर सरकार ने ये कदम उठाया है. हरियाणा सरकार के मुताबिक बाढ़ पीड़ितों को हर हाल में सहायता दी जाएगी.